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सहारनपुर में फूड प्वाइजनिंग से कस्तूरबा गांधी विद्यालय की छात्राएं बेहोश, अभिभावक बोले-घटिया खाना परोसा गया

girl students faint सहारनपुर के तीतरों में रविवार की रात को कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की करीब 15 छात्राएं फूड प्वाइजनिंग के चलते बेहोश हो गई। इन सभी को सीएचसी में भर्ती कराया गया। वहीं अभिभावकों ने स्‍कूल पर आरोप लगाए हैं।

By Prem Dutt BhattEdited By: Published: Mon, 04 Jul 2022 10:22 AM (IST)Updated: Mon, 04 Jul 2022 10:38 AM (IST)
girl students faint सहारनपुर में फूड प्वाइजनिंग से कस्तूरबा गांधी विद्यालय की छात्राएं बेहोश हो गईं।

सहारनपुर, जागरण संवाददाता। girl students faint सहारनपुर के तीतरो क्षेत्र के गांव महंगी स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की 15 छात्राएं फूड प्वाइजनिंग के चलते बेहोश हो गई। जिन्हें सीएचसी पर भर्ती कराया गया। गंभीर रूप से बीमार तीन छात्राओं को इलाज के लिए सहारनपुर मेडिकल कालेज रेफर किया गया है। उधर, छात्राओं के अभिभावकों का आरोप है कि स्कूल प्रबंधन ने खाने मे घटिया सामग्री उपयोग की है। जिस कारण हालात बिगड़ी है।

उल्टियां हो गई थी शुरू

रविवार की देर शाम गांव महंगी स्थित प्रशासन द्वारा संचालित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की 15 छात्राओं की भोजन करने के बाद अचानक तबीयत खराब हो गई। उन्होंने हॉस्टल में ही उल्टियां करनी शुरू कर दी। स्कूल की वार्डन की गैरमौजूदगी मे वहां की अध्यापिका ने ग्रामीणों के सहयोग से बीमार छात्राओं वंशिका, शिया, समीक्षा, वेदिका, नैना, शिवानी, आशा, रशिया आदि को गंगोह सीएचसी मे भर्ती कराया। जहां कुछ छात्राओं की हालत में सुधार हुआ है। जबकि तीन छात्राओं को सहारनपुर के पिलखनी स्थित मेडिकल कालेज में इलाज के लिए भेजा गया है। इनमें से दो को आईसीयू में रखा गया है। हालांकि तीनो की हालत में सुधार बताया जा रहा है। गंगोह सीएचसी के प्रभारी रोहित वालिया के अनुसार बीमार छात्राओं में प्रथम दृष्टा फूड प्वाइजन के लक्षण दिखाई दे रहे हैं। फिलहाल भर्ती छात्राओं की हालत में सुधार है। जानकारी के मुताबिक पारुल और समीक्षा सहारनपुर मेडिकल कॉलेज के आईसीयू में भर्ती है। जबकि शिया ,सिमरन वहां के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराई गई।

खाने में तो नहीं बरती गई लापरवाही

यहां की अध्यापिका नीलम के अनुसार छात्राओं की हालत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल भेजा गया है। इलाज होने के बाद ही छात्राओं की तबीयत कैसे बिगडी यह पता चलेगा। उधर, छात्राओं के अभिभावकों का आरोप है कि स्कूल प्रबंधन ने खाने मे घटिया सामग्री उपयोग की है। जिस कारण हालात बिगड़ी है।

फूड पॉइजनिंग हो तो ये करें

सीएमओ डा. संजीव मांगलिक का कहना है कि यदि किसी को फूड पॉइजनिंग होती है तो कटोरी दही में तुलसी की पत्ती, काली मिर्च और थोड़ा सा नमक डालकर खा सकते हैं। इसके अलावा तुलसी की पत्ती पानी में डालकर पीने से भी आराम मिलेगा। इसके अलावा नींबू का रस निकालकर भी पी सकते है। इससे आपको जल्द ही राहत मिल जाएगी। इसमें मौजूद एंटी इंफ्लेमेटरी, एंटी बैक्टीरियल और एंटीवायरल तत्वों की वजह से फूड प्वाइजनिंग वाले बैक्टीरिया मर जाएंगे। नींबू के रस को आप हल्के गुनगुने पानी में मिलाकर भी पी सकते हैं।

इनका कहना है

दो छात्राओं को आइसीयू में रखा गया है। एक छात्रा इमरजेंसी में है। हालांकि तीनों की हालत में सुधार है। अभी तक फूड पॉइजनिंग ही सामने आया है।

- डा. अरविंद त्रिवेदी, प्राचार्य मेडिकल कालेज


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