मेरठ में तेंदुआ की दहशत, अब आरवीसी सेंटर में चहलकदमी करता दिखा, कालोनी में खौफ का माहौल
Meerut News मेरठ में तेंदुआ की दहशत अब सैन्य स्टाफ कालोनी में दिखने लगी है। तीन दिसम्बर के बाद वन विभाग सिर्फ पिंजरा लगाने तक ही सीमित रहा है। तेंदुआ पकड़ने के लिए कोई अन्य कार्य नहीं किए गए। अब सड़क पर तेंदुआ दिखने से लोग दहशत में हैं।
By Jagran NewsEdited By: Abhishek SaxenaUpdated: Mon, 26 Dec 2022 09:11 AM (IST)
मेरठ, जागरण टीम। मेरठ शहर के विभिन्न भागों में तेंदुआ शिकार की खोज में विचरण कर रहा है। गुरुवार को आरवीसी परिसर में तेंदुए को सड़क पर चहलकदमी करते देखा गया। एक के बाद एक मामले आने के बावजूद तेंदुआ की उपस्थिति को लेकर वन विभाग कोई सुराग नहीं लगा पाया है। आरवीसी सेंटर एंड कालेज और उसके पास लेखानगर में सैन्य स्टाफ की कालोनी है। जहां परिवार सहित सैनिक रहते हैं। ऐसे में वहां रह रहे लोगों में खौफ पसर गया है।
सीसीटीवी में सड़क पर दिखा तेंदुआ
आरवीसी सेंटर में जहां पर तेंदुआ देखा गया वहां पर कुत्तों की ट्रेनिंग से संबंधित विभाग है। सीसीटीवी फुटेज में तेंदुआ रात में सड़क पर खड़ा होकर शिकार की टोह लेता नजर आ रहा है। कोहरा भी नजर आ रहा है। सेंटर के अधिकारियों ने वन विभाग को पूरे मामले से अवगत करा दिया है। सीसीटीवी फुटेज गुरुवार की बताई जा रही है। वन विभाग 72 घंटे बीतने के बाद भी कोई ठोस कदम नहीं उठा पाया है।
तीन दिसंबर को ट्रांसपोर्ट नगर में दिखा था तेंदुआ
पिंजरे और कैमरे लगाने के बाद मौन विभाग मौन हो गया। मई में ही रुड़की रोड के दूसरी तरह के सैन्य क्षेत्र में तेंदुआ देखे जाने का वीडियो वायरल हुआ था। वहां पर वन विभाग ने कैमरे और दो पिंजरे लगाए हैं। लेकिन अब तक तेंदुए की झलक भी वन विभाग के स्टाफ को नहीं मिली है।ये भी पढ़ें...कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर को जान से मारने की धमकी, सउदी अरब से आई काल, बोला- जिंदा जला देंगे या बम से उड़ा देंगे
मेरठ वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट की तौर पर एक चिकित्सक की तैनाती है लेकिन कोई लाभ नहीं मिल रहा है। ज्वाला नगर में तीन दिसंबर की रात को तेंदुआ स्थानीय निवासियों ने देखा था। दहशत में स्कूल बंद कर दिए गए थे और कई दिनों तक आसपास के क्षेत्र में लोगों में खौफ बना रहा था। उस समय भी वन विभाग की टीम हवा में तीर चलाती रही।ये भी पढ़ें...Mathura: इंस्टा पर गंदी तस्वीर वायरल करने से आहत किशोरी ने दी जान, मरते समय पिता से बोली- मुझे न्याय चाहिए
तेंदुए को ट्रैक करने की अर्थात कहां से आया और मौके पर उसकी आमद के कुछ निशान जुटाने की कवायद नहीं हो पाई। अब एक माह में दूसरा वीडियो आरवीसी सेंटर का सामने आया है। डीएफओ राजेश कुमार का कहना है कि आरवीसी और आसपास के क्षेत्र में वनकर्मियों से कांबिंग कराई जा रही है। कैमरे भी लगाए गए हैं।
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