Leopard In Meerut: मेरठ की गलियों में टहलता दिखा तेंदुआ, CCTV देख लोगों में दहशत; वन विभाग के हाथ हैं खाली
15 दिन पूर्व छावनी क्षेत्र में आरवीसी सेंटर परिसर में दिखे तेंदुए को वन विभाग ने महज सर्च अभियान की खानापूरी तक सीमित रखा और तेंदुए के कोई साक्ष्य न मिलने का हवाला देते हुए मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। लोग भी धीरे धीरे दहशत से उबरने लगे लेकिन कैंट के बाद शहर में तेंदुए की दस्तक ने कई कालोनियों के लोगों के होश उड़ा दिए हैं।
जागरण संवाददाता, मेरठ। तेंदुए की आहट ने शहरवासियों की नींद उड़ा दी है। शुक्रवार को कंकरखेड़ा में कई स्थानों पर तेंदुआ सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ। वन विभाग की टीम ने कांबिंग के बाद आर्यनगर के पास खुले स्थान पर पिंजरा लगाया है। दिसंबर 2022 से कैंट, जागृति विहार, टीपीनगर समेत आधा दर्जन लोकेशन पर तेंदुआ देखा गया है, लेकिन विभाग अभी तक उसे नहीं पकड़ पाया है।
कंकरखेड़ा क्षेत्र के आर्यनगर में शुक्रवार को सुबह पौने पांच बजे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में वन्य जीव को देखने के बाद वन विभाग ने क्षेत्र में तेंदुआ होने की पुष्टि कर दी है। वन विभाग की टीम को आर्यनगर में कांबिंग के दौरान तेंदुए के पंजे के निशान मिले हैं।
तेंदुए को ट्रेंकुलाइज करने की मिली अनुमति
वन्यजीव विशेषज्ञ आरके सिंह ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि मुख्यालय से तेंदुए को ट्रेंकुलाइज करने की अनुमति मिल गई है। गंग नहर की पटरी से आने की संभावना: कंकरखेड़ा के आबादी क्षेत्र में तेंदुए के आने की बात वन्य जीव विशेषज्ञ जीएस खेसारिया ने बताया कि गंग नहर की पटरी में पहले भी तेंदुए की उपस्थिति के साक्ष्य मिले हैं। कपसाड़ गांव के आसपास भी पहले तेंदुआ देखा गया था। ऐसे में हाईवे पार कर इसके आबादी क्षेत्र में घुसने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।तेंदुए की पूंछ के घुमाव और चलने के अंदाज से इसके नर होने के बात कही जा रही है। इसकी उम्र तीन से चार साल है। उन्होंने कहा कि ऐसे में महिलाओं और बच्चों को अकेले नहीं निकलना चाहिए। आमजन भी जब बाहर जाएं तो समूह में आए और हल्की आवाज करते हुए जाएं, जैसे डंडा फटकारना आदि।
पहले भी इन इलाकों में दिखा है तेंदुआ
जनपद में तेंदुए की संख्या में पिछले कुछ सालों में इजाफा हुआ है। डेढ़ साल पहले हुई गणना में इनकी संख्या नौ दर्ज की गई है। रुड़की रोड स्थित सैन्य क्षेत्र में मई 2022 में सड़क पार करते हुए तेंदुए का वीडियो सामने आया था। उसके बाद से लगातार तेंदुआ दिखने की घटनाएं सामने आई हैं। दिसंबर 2022 के प्रथम सप्ताह में टीपीनगर के ज्वालानगर में कई दिनों तक तेंदुए देखे जाने के बाद लोग दहशत में रहे। 22 दिसंबर को आरवीसी सेंटर में फिर अंधेरे में तेंदुआ विचरण करते कैमरे में देखा गया।खाली हाथ रहे वन विभाग के हाथ
वन विभाग की टीम कई दिनों तक कांबिंग करती रही, लेकिन कोई प्रमाण नहीं जुटा पाई। 11 जनवरी 2023 को तोपखाना स्थित गुरुद्वारा परिसर में तेंदुआ कैमरे में कैद हुआ। इसी माह तेंदुआ जागृति विहार में नाले से निकलता देखा गया। दिसंबर 2023 में मीनाक्षीपुरम, रिठानी और शताब्दी नगर में तेंदुए देखे जाने की बात स्थानीय लोगों ने कही, लेकिन इस संबंध में कोई आधिकारिक प्रमाण नहीं मिल पाया। आर्यनगर और गायत्री ग्रीन सघन आबादी वाले क्षेत्र हैं। इन क्षेत्रों में तेंदुए की उपस्थिति मानव के लिए खतरे का सबब बन सकती है।
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