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lok sabha election 2024 phase 2: लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में चुनावी रण में ये हैं महारथी, यहां पढ़‍िए प्रत्याशियों की रिपोर्ट

lok sabha election वो दिन लद गए जब कोई किसी का वोट डाल लेता था या किसी को जबरन वोट डालने के लिए धमका देता था। अब कोई ऐसा करने की हिमाकत नहीं कर सकता। आप निश्चिंत होकर वोट डालिए क्योंकि सुरक्षा की ऐसी व्यवस्था है कि आपकी तरफ कोई आंख तक नहीं तरेर सकता। संवेदनशील व अति संवेदनशील बूथों पर पुलिस व अर्द्धसैनिक बल तैनात हैं।

By Jagran News Edited By: Vivek Shukla Updated: Fri, 26 Apr 2024 10:10 AM (IST)
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मेेरठ में मतदान के लिए लगी लंबी लाइन।

आज मेरठ, बागपत और बुलंदशहर लोकसभा सीटों के लिए आज मतदान हो रहा है। इन सीटों पर कुल 21 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। रामायण धारावाहिक में श्रीराम की भूमिका निभाने वाले अरुण गोविल के भाजपा की ओर से चुनाव मैदान में उतरने से मेरठ की सीट सबसे ज्यादा चर्चा में है। पेश है प्रमुख राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों की रिपोर्ट...

सुनीता वर्मा, सपा

49 वर्षीय सुनीता पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रही हैं। 11वीं तक पढ़ी सुनीता 2017 में बसपा के टिकट से महापौर बनीं। वर्ष 2000 में जिला पंचायत सदस्य बनने के साथ ही राजनीति में आईं। पति योगेश वर्मा हस्तिनापुर से बसपा के टिकट पर विधायक रहे। उनके दो बेटे व एक बेटी है। बसपा से निष्कासन होने के बाद सुनीता व योगेश सपा में चले गए थे। उन पर एक प्रकरण न्यायालय में विचाराधीन है। वह अपने महापौर कार्यकाल के दौरान किए गए काम और पति के संघर्ष को लेकर मैदान में हैं।

अरुण गोविल, भाजपा

71 साल के गोविल का जन्म मेरठ में हुआ और 10वीं तक की शिक्षा से यहीं से ली। पिता के स्थानांतरण होने पर अलग-अलग शहरों में रहे। रामायण धारावाहिक में श्रीराम की भूमिका से ख्याति मिली। 2021 में भाजपा में शामिल हुए। पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। उनकी पत्नी श्रीलेखा गोविल अलीगढ़ के क्षत्रिय परिवार से हैं। एक बेटा व एक बेटी है। वह बेदाग छवि लेकर जनता के बीच हैं।

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डा. भोला सिंह, भाजपा

डा. भोला सिंह पिछले दो बार से लगातार बुलंदशहर लोकसभा सीट से सांसद है। बीएससी व बीडीएस डा. भोला सिंह राजनीति में आने से पहले व्यापार करते थे। उनके परिवार में पत्नी अनुराधा व दो पुत्र आयुष व अक्षर हैं। 2007 में विधानसभा शिकारपुर से रालोद के टिकट से चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए। पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के करीब होने के चलते भाजपा से जुड़ गए। भाजपा के टिकट से 2014 व 2019 में सांसद निर्वाचित हुए। लगातार तीसरी बार भाजपा के उम्मीदवार हैं। भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा में राष्ट्रीय महामंत्री भी हैं।

शिवराम वाल्मीकि, कांग्रेस

शिवराम वाल्मीकि कांग्रेस से काफी समय से जुड़े हैं। वे बुलंदशहर की अनूपशहर तहसील के शेखपुर रौरा गांव के मूल निवासी हैं। फिलहाल वह दिल्ली में रहकर व्यापार करते हैं। परिवार में पत्नी सविता व दो पुत्र रोहित व जतिन हैं। रोहित इंजीनियर व जतिन एडवोकेट हैं। शिवराम वाल्मीकि पहली बार बुलंदशहर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। वह प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व सचिव रहे हैं। इनका कोई आपराधिक इतिहास नहीं है।

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गिरीश चंद्र, बसपा

गिरीश चंद्र काफी समय से बसपा से जुड़े हैं। परिवार में पत्नी विरमावती व एक पुत्र सार्थक हैं। 1991 से सहकारी समिति के चुनाव से राजनीतिक सफर शुरू किया। 1995 में मुरादाबाद नगर निगम के पार्षद रहे और वाइस चेयरमैन बने। बसपा के मुरादाबाद जिलाध्यक्ष व मंडल प्रभारी की जिम्मेदारी निभाई। 2007 में चंदौसी से विधायक निर्वाचित हुए। 2019 में बसपा के टिकट से नगीना सीट से सांसद निर्वाचित हुए। बसपा ने लगातार दूसरी बार बुलंदशहर सीट से प्रत्याशी बनाया है।

देवव्रत त्यागी, बसपा

49 वर्षीय देवव्रत 16 साल से बसपा से जुड़े हैं। हालांकि संगठन में बड़े पद पर नहीं रहे। वह दवा कारोबारी हैं और समाजसेवा करते रहते हैं। एक बेटा व तीन बेटियां हैं। उन पर कोई मुकदमा दर्ज नहीं है, न ही शस्त्र लाइसेंस है। एलएलबी कर चुके त्यागी पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। अपनी बेदाग छवि और मायावती के मुख्यमंत्री रहने के दौरान किए गए कार्यों का हवाला देते हुए जनता के बीच में हैं।

राजकुमार सांगवान, रालोद

63 वर्षीय डा. राजकुमार सांगवान छात्र राजनीति के समय से ही रालोद से जुड़े रहे हैं। मेरठ कालेज से सेवानिवृत्त असिस्टेंट प्रोफेसर डा. सांगवान अविवाहित हैं। डा. सांगवान चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से एमए व पीएचडी डिग्री की है। 45 साल पहले चौधरी साहब से जुड़े। वर्तमान में रालोद के राष्ट्रीय सचिव हैं। उनपर सरकारी कार्य में बाधा डालने का एक मामला दर्ज है।

अमरपाल शर्मा, सपा

56 वर्षीय अमरपाल शर्मा की पत्नी मोहिनी शर्मा खोड़ा नगर पालिका की अध्यक्ष हैं। एक बेटा व तीन बेटी हैं। वर्ष 2012 में बसपा से साहिबाबाद विधानसभा से चुनाव लड़े और विधायक चुने गए। वर्ष 2007 में गाजियाबाद से निर्दलीय, वर्ष 2009 में गाजियाबाद लोकसभा से निर्दलीय, वर्ष 2017 में साहिबाबाद से कांग्रेस और वर्ष 2022 में साहिबाबाद विधानसभा सीट से सपा से चुनाव लड़े।

प्रवीण बंसल, बसपा

प्रवीण बागपत के घिटौरा गांव के रहने वाले हैं। दिल्ली के शाहदरा में रहते हैं। उन्होंने एलएलबी किया है। अब दिल्ली हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करते हैं। 2007 से बसपा में हैं। वर्ष 2015 में दिल्ली की रोहताश नगर विधानसभा सीट से बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए। उनकी पत्नी अंजू बंसल निजी विद्यालय में प्रधानाचार्य हैं। बड़ा पुत्र प्रियांशु ला का छात्र है और छोटा पुत्र कृष्णा प्ले स्कूल में जाता है।

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