जेल से छूटने के बाद SSP के पास पहुंचा युवक, बोला- 20 लाख में मुझसे करवा लिया मर्डर... अब नहीं दे रहे पैसे
अधिवक्ता डा. अंजली गर्ग हत्याकांड एक बार फिर चर्चा में है। जेल से छूटकर हत्यारोपी नीरज शर्मा एसएसपी ऑफिस पहुंचा और आरोप लगाया कि अंजली की हत्या में उसके ससुर पवन गुप्ता ने 20 लाख की सुपारी दी थी लेकिन अब पैसे देने से इंकार कर रहे हैं। नीरज ने सीओ से सुपारी की रकम दिलवाने की मांग की। मामले की जांच एएसपी ब्रह्मपुरी को सौंपी गई है।
जागरण संवाददाता, मेरठ। डेढ़ साल बाद एकबार फिर से अधिवक्ता डा. अंजली गर्ग हत्याकांड सुर्खियो में आ गया। जेल से छूटने के बाद हत्यारोपित नीरज शर्मा एसएसपी आफिस पहुंच गया। उसने सीओ दौराला को बताया कि अंजली की हत्या में उसके ससुर पवन गुप्ता से बीस लाख की सुपारी तय हुई थी।
अब वह सुपारी की रकम देने से इन्कार कर रहा है। हत्यारोपित ने सीओ से सुपारी की रकम दिलवाने की मांग की है। एसएसपी के आदेश पर सीओ ने इस प्रकरण की जांच एएसपी ब्रह्मपुरी अंतरिक्ष जैन को सौंप दी। सात जून 2023 को ट्रांसपोर्टनगर की न्यू मेवला कालोनी में डा. अंजली गर्ग की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
इन लोगों को भेजा था जेल
इस हत्याकांड में ब्यूटी पार्लर संचालिका श्वेता शर्मा के पति नीरज शर्मा निवासी प्रताप विहार ब्रह्मपुरी, शालू बेकरी के मालिक यशपाल निवासी प्रेम विहार माधवपुरम और शूटर अनुज उर्फ मनिहार निवासी गांव लिसाड़ी, रोहित उर्फ काकुल निवासी बेरीपुरा टीपीनगर और तमंचा मुहैया कराने वाले गोल्डी उर्फ सागर निवासी बेरीपुरा को पुलिस ने जेल भेज दिया था।नीरज शर्मा ने ही अनुज और रोहित को शूटर हायर किए थे। सभी आरोपितों के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई भी की जा चुकी है। सभी आरोपित दोनों ही मुकदमों में जेल से जमानत पर छूट चुके है। क्योंकि अंजली की पैरवी करने वाला कोई नहीं है। जेल से छूटने के बाद नीरज शर्मा गुरुवार को एसएसपी आफिस पहुंच गया। वहां पर दौराला सीओ शुचिता सिंह पीड़ितों की सुनवाई कर रही थी।
20 लाख की सुपारी
नीरज गर्ग ने बताया कि अंजली की हत्या में उसके ससुर पवन गुप्ता ने बीस लाख की सुपारी तय की थी। हत्या करने के बाद रकम देना तय हुआ था। जेल जाते समय भी छूटने पर रकम मुहैया कराने की बात कही थी। अब पवन गुप्ता ने सुपारी की रकम देने से इन्कार कर दिया। हालांकि पुलिस की विवेचना में इस हत्याकांड से पवन गुप्ता का कोई जुड़ाव नहीं पाया गया था। उसके बाद भी एएसपी ब्रह्मपुरी को मामले की जांच सौंप दी गई।सरेआम अंजली को उतारा गया था मौत के घाट
मूलरूप से बुलंदशहर के खुर्जा की रहने वाली अधिवक्ता डा. अंजली गर्ग के पिता जयप्रकाश गर्ग 15 साल से जागृति विहार में रहते हैं। 2012 में अंजली की शादी टीपीनगर के न्यू मेवला हाफिजाबाद निवासी नितिन गुप्ता से हुई थी। नितिन एमबीए करने के बाद नोएडा की एक निजी कंपनी में काम करता था। उनकी शादी तीन साल ही सही चल पाई।2015 में विवाद के चलते दोनों अलग अलग रहने लगे थे। फिलहाल अंजली न्यू मेवला हाफिजाबाद वाले मकान में रह रही थी। यह मकान अंजली की सास सरला देवी ने बिल्डर सुरेश भाटी, शालू बैकरी के मालिक यशपाल और अधिवक्ता प्रदीप शर्मा को 27 लाख में बेच दिया था। बैनामा कराने के बाद भी मकान पर अंजली का कब्जा था। इस मकान को खाली कराने को लेकर खरीदार और ससुर तथा पति के साथ उसका विवाद चल रहा था। सात जून 2023 को अंजली घर से दो सौ मीटर दूरी से दूध लेकर घर लौटी। तभी पीछे से आए शूटरों ने उसकी हत्या कर दी।
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