Move to Jagran APP

मेरठ में दो दिन दिखेगा 'मिनी महाराष्ट्र', बहेगी संस्कृति की बयार

प्रदेश सरकार के कल्चरल एक्सचेंज कार्यक्रम के तहत मेरठ में दो दिन मराठी संस्कृति की बयार बहेगी। इसमें गीत-संगीत के साथ मराठी नाटकों का मंचन होगा।

By Ashu SinghEdited By: Updated: Mon, 07 Jan 2019 12:01 PM (IST)
Hero Image
मेरठ में दो दिन दिखेगा 'मिनी महाराष्ट्र', बहेगी संस्कृति की बयार
मेरठ, जेएनएन। शहर में दो दिन मराठी संस्कृति की बयार बहेगी। मराठी गीत, नाटक का मंचन होगा। इसमें उप्र के राज्यपाल, प्रभारी मंत्री मौजूद रहेंगे। यही नहीं, इसमें महाराष्ट्र सरकार के कैबिनेट मंत्री व अधिकारी सम्मिलित होंगे।
कल्चरल एक्सचेंज
प्रदेश सरकार ने कल्चरल एक्सचेंज कार्यक्रम शुरू किया है। इसके अंतर्गत महाराष्ट्र की संस्कृति से उप्र के लोगों को रूबरू कराने के लिए महाराष्ट्र सरकार से करार हुआ है। इसी एक्सचेंज कार्यक्रम के अंतर्गत मेरठ में भी दो दिन तक आयोजन होगा। इसमें गीत रामायण पर आधारित कई कार्यक्रम होंगे। साथ ही मराठी कवियों, गीतकारों के कार्यक्रम के बाद मराठी नाटकों का मंचन होगा। श्रीधर फड़के व आनंद माडगूलकर की विशेष प्रस्तुति होगी। 16 जनवरी को कार्यक्रम का शुभारंभ चौधरी चरण सिंह विवि में होगा। इसका शुभारंभ राज्यपाल राम नाईक और महाराष्ट्र सरकार के प्रतिनिधि कैबिनेट मंत्री गिरीश बापट करेंगे। इस दौरान जिले के प्रभारी मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह व भाजपा के कई वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद रहेंगे।
जानिए गीत रामायण
रामायण के प्रसंगों पर आधारित 56 गीतों का संग्रह है गीत रामायण। पूरी रामायण का मर्म इन 56 गीतों में समाया हुआ है। यह मराठी भाषा में है और इसके लेखक गजानन दिगंबर माडगूलकर थे। इसे सुधीर फड़के ने संगीतबद्ध किया था। गीत रामायण काफी प्रसिद्ध है। इसका कई भाषाओं में अनुवाद भी हुआ। यही नहीं, ब्रेल लिपि में भी इसे लिखा गया।
इसलिए मेरठ में हो रहा है कार्यक्रम
इस कार्यक्रम के लिए प्रदेश में तीन स्थानों वाराणसी, आगरा और मेरठ को चुना गया है। मेरठ में ही करीब 200 मराठी परिवार यानी एक हजार से अधिक लोग रह रहे हैं। इस कार्यक्रम में गाजियाबाद, हापुड़, सहारनपुर और आसपास के अन्य जिलों में जो भी मराठी समाज के लोग रह रहे हैं, उन्हें आमंत्रित किया जाएगा। मराठी समाज के मेरठ प्रभारी महेंद्र पाटिल ने बताया कि इसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल होंगे।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।