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Meerut Crime News: रछौती गांव में प्रधान पद से कुनबे में आई दरार, एक-दूसरे के खून से रंग लिए हाथ

Meerut News बीमारी के चलते एक जनवरी 2022 को मुनेश देवी का निधन हो गया। फिर से अगस्त 2022 में उपचुनाव हुआ। तब पंकज ने अपनी पत्नी संगीता को विजय की पत्नी प्रियंका के सामने मैदान में उतार दिया। तब भी दोनों पक्षों में तनातनी हुई थी। कड़ी सुरक्षा के बाद ही रछौती गांव में उपचुनाव का मतदान कराया था।

By sushil kumar Edited By: Vinay Saxena Updated: Thu, 08 Feb 2024 08:50 AM (IST)
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मेरठ के रछौती गांव में शुरू से ही चट्टे और नागर दो ही गोत्र के लोगों का वर्चस्व रहा है।

जागरण संवाददाता, मेरठ। रछौती गांव में शुरू से ही चट्टे और नागर दो ही गोत्र के लोगों का वर्चस्व रहा है। कभी चट्टे तो कभी नागर गोत्र से प्रधान बनता था। मई 2021 के ग्राम पंचायत चुनाव में चट्टे गोत्र यानि एक ही कुनबे के दो प्रत्याशी आमने-सामने आ गए थे। पंकज ने अपनी मां मुनेश देवी को मैदान में उतारा था। वहीं, विजय ने अपनी पत्नी प्रियंका को प्रत्याशी बनाया था। उक्त चुनाव में प्रियंका को हार का सामना करना पड़ा। तब मुनेश देवी ग्राम प्रधान बन गई थीं। तभी से विजय और पंकज में रंजिश शुरू हो गई थी।

बीमारी के चलते एक जनवरी 2022 को मुनेश देवी का निधन हो गया। फिर से अगस्त 2022 में उपचुनाव हुआ। तब पंकज ने अपनी पत्नी संगीता को विजय की पत्नी प्रियंका के सामने मैदान में उतार दिया। तब भी दोनों पक्षों में तनातनी हुई थी। कड़ी सुरक्षा के बाद ही रछौती गांव में उपचुनाव का मतदान कराया था। उस समय विजय की पत्नी प्रियंका ने जीत हासिल की थी। पंकज की पत्नी संगीता हार गई थी। तब से दोनों पक्षों के लोग गली और मोहल्ले में एक दूसरे के सामने आने पर टिप्पणी करते थे। बुधवार को भी विजय के भांजे पर पंकज के भाई मोहित ने टिप्पणी की थी।

30 साल पहले विजय के पिता सच्चे सिंह की हुई थी हत्या

पहले गांव के नागर और चट्टे गोत्र में प्रधान चुनाव होता था। करीब 30 साल पहले नागर पक्ष के साथ रंजिश में चट्टे पक्ष के लोग भिड़ गए थे। तब सच्चे सिंह की हत्या कर दी गई थी। उस समय विजय की उम्र दो साल थी। पिता की मौत के बाद विजय ने ही परिवार को संभाल लिया था। विजय गांव में जिम चलाता था। उसकी पत्नी प्रियंका के साथ प्रधानी में चाचा बलजोर सिंह हाथ बंटाते है।

विजय की मौत पर पूरे गांव में मचा था हल्ला

विजय की मौत के बाद पूरे गांव के लोग मौके पर पहुंच गए थे। कई थानों का पुलिस बल बुलाकर भीड़ को शांत किया गया था। हालांकि भीड़ में शामिल लोग घटना के बाद अस्पताल तक पहुंचे थे। रात को एसपी देहात ने शव का पंचनामा भराया। उसके बाद रात में ही पोस्टमार्टम के लिए डॉक्टर को बुलाया जा रहा है, ताकि सुबह में ही अंतिम संस्कार किया जा सके और गांव में तनाव न हो जाए।

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