जागरण संवाददाता, मेरठ। बड़े साहब निर्धारित समय पर विकास भवन सभागार में विकास कार्यों की समीक्षा के लिए पहुंचे। समीक्षा शुरू हुई और अधिकारियों से योजनाओं की प्रगति को लेकर सवाल-जवाब का दौर शुरू हुआ। लेकिन दौर कुछ दूर चलकर थम गया, क्योंकि जवाब देने के लिए उत्तरदायी अधिकारी ही बैठक से अनुपस्थित थे। इसमें तीन विभागों के मुख्य अधिकारी और 11 विभागों के अधिकारियों के प्रतिनिधि शामिल हैं।
अब डीएम के निर्देश पर अनुपस्थित रहने वाले अधिकारियों की सूची तैयार कर कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।
विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा को लेकर गुरुवार को विभिन्न विभागों की बैठक आयोजित की गई थी। इसमें सभी विभागों के अधिकारियों को अनिवार्य रूप से अपनी प्रगति रिपोर्ट के साथ आने के निर्देश दिए गए थे। निर्धारित समय पर बैठक शुरू हुई, लेकिन कई विभागों के अधिकारी व उनके प्रतिनिधि अनुपस्थित मिले।
बैठक में ये नहीं हुआ शामिल
जांच कराई गई तो सामने आया कि मुख्य रूप से तीन विभागों के मुख्य अधिकारी और 11 विभागों के अधिकारियों के प्रतिनिधि बैठक में नहीं आए थे। बड़ी संख्या में बैठक से अनुपस्थित अधिकारियों को देख नाराज डीएम ने सभी की सूची तैयार करने के निर्देश दिए।
साथ ही संबंधित के विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र भेजकर लापरवाही के लिए अवगत कराने को भी कहा। अनुपस्थित रहने वाले अधिकारी लोक निर्माण विभाग, कृषि विभाग, नलकूप, सिंचाई आदि विभागों के हैं। डीएम दीपक मीणा ने बताया कि जो भी अधिकारी बिना पूर्व सूचना के बैठक से अनुपस्थित रहे, उन पर कार्रवाई की जाएगी।
ये भी पढ़ें -
UPPCL: लखनऊ में बिजली विभाग का जबरदस्त एक्शन, डोर टू डोर चेकिंग अभियान ने खोल दी पोल, चोरों पर केस
'...तेरा इलाज कर देंगे', जेई को धमकाने पर बुलडोजर लेकर पहुंच गया MDA; खेत की तरह जोत डाली अवैध कॉलोनी