Meerut News: मुखर्जी नगर में छत से कूदकर आत्महत्या, सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रही थी स्वाति, पांच दिन पहले गई थी दिल्ली
आठ साल पहले सिविल सर्विस की तैयारी करने के लिए दिल्ली के मुखर्जी नगर गई थी। होली के त्योहार पर परिवार के साथ रहकर दिल्ली गई थी। उसकी मौत पर परिवार के लोग कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। उनका कहना है कि आठ साल पहले गांव से दिल्ली के मुखर्जी नगर में सिविल सर्विस की तैयारी करने गई थी।
जागरण संवाददाता, मेरठ : किला परीक्षितगढ़ के गांव बढ़ला, आलमगीरपुर में स्वाति का शव आते ही घर में कोहराम मचा गया। पांच दिन पहले ही स्वाति घर से दिल्ली गई थी।
बढ़ला आलमगीरपुर निवासी नागेंद्र चौधरी खेती करते है। उनका एक बेटे अजीत कुमार और बेटी प्रीति की शादी हो चुकी है। बेटा पंकज कुमार भी पिता के साथ खेती करता है। छोटी बेटी स्वाति मेरठ कालेज से बीएससी करने के बाद दिल्ली के मुखर्जी नगर में आठ साल पहले सिविल सर्विस की तैयारी करने के लिए गई थी। वहां तैयारी करते करते कई प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठ चुकी है। साथ ही साथ यू-ट्यूब पर भी वीडियो अपलोड करती थी। मुखर्जी नगर में स्वाति की आत्महत्या की जानकारी मिलने के बाद परिवार के लोग दिल्ली गए।
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शव पहुंचते ही मचा कोहराम
दोपहर करीब ढाई बजे शव को लेकर गांव में पहुंच गए। शव आते ही परिवार में कोहराम मच गया। मां कुसल देवी और पड़ोसी महिलाएं शव को देखकर फफक पड़ी। उसके बाद शाम साढ़े पांच बजे परीक्षितगढ़ के खरखाली घाट पर स्वाति का अंतिम संस्कार कर दिया।
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अनहोनी उनके परिवार के भाग्य में लिखी थी
भाई पंकज कुमार ने बताया कि स्वाति की मौत का वह किसी को जिम्मेदार नहीं बता रहे है। उन्हें किसी से कोई शिकायत नहीं है, यह अनहोनी उनके परिवार के भाग्य में लिखी थी।
ताऊ के बेटे विनोद कुमार का कहना है कि स्वाति स्वभाव की वजह से पूरे परिवार की प्यारी थी। दिल्ली से जब भी आती थी। परिवार के हर सदस्य से मिलकर जाती थी। उसकी मौत की सूचना मिलने के बाद परिवार के सभी लोग दिल्ली गए थे। हाल में होली के त्योहार पर काफी दिनों तक घर पर रहने के बाद दिल्ली गई थी।
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