Meerut News: मेरठ में शताब्दीनगर और वेदव्यासपुरी को जोड़ेगी सड़क, रिंग रोड को लेकर आया अपडेट
Meerut News हापुड़ रोड से जुर्रानपुर के अधूरे ओवरब्रिज को पार करके शताब्दीनगर व वेदव्यासपुरी से होते हुए देहरादून बाईपास तक रिंग रोड बनाने की चर्चाओं के बीच वास्तविक स्थिति सामने आ गई है। मेरठ विकास प्राधिकरण (मेडा) फिलहाल अपनी आवासीय योजना शताब्दीनगर और वेदव्यासपुरी को जोड़ने के लिए सड़क बनाएगा। यह भी रिंग रोड का हिस्सा है। मेडा फिलहाल 24 मीटर सड़क के हिसाब से जमीन अधिग्रहीत करेगा।
जागरण संवाददाता, मेरठ : हापुड़ रोड से जुर्रानपुर के अधूरे ओवरब्रिज को पार करके शताब्दीनगर व वेदव्यासपुरी से होते हुए देहरादून बाईपास तक रिंग रोड बनाने की चर्चाओं के बीच वास्तविक स्थिति सामने आ गई है।
मेरठ विकास प्राधिकरण (मेडा) फिलहाल अपनी आवासीय योजना शताब्दीनगर और वेदव्यासपुरी को जोड़ने के लिए सड़क बनाएगा। यह भी रिंग रोड का हिस्सा है। मेडा की योजना के अनुसार दिल्ली रोड पर शताब्दीनगर के प्रवेश द्वार से दीवान रबर मिल होते हुए वेदव्यासपुरी तक सड़क बनेगी। इसकी लंबाई 1100 मीटर है। इसके लिए जमीन खरीदने पर लगभग 20 करोड़ खर्च होंगे। फिलहाल मेडा ने इस सड़क के लिए 50 करोड़ रुपये तक का इंतजाम कर रखा है।
24 मीटक चौड़ी सड़क, रेल लाइन पर नहीं बनेगा ब्रिज
मेडा फिलहाल 24 मीटर सड़क के हिसाब से जमीन अधिग्रहीत करेगा। इसके बाद सड़क बनाएगा। वेदव्यासपुरी तक सड़क बनाने से पहले रेलवे लाइन पड़ती है लेकिन इस पर मेडा ब्रिज नहीं बनाएगा। वह अभी समपार फाटक के हिसाब से सड़क बनाएगा।
एनएचएआइ से रोड, रेलवे से ब्रिज की मांग करेगा मेडा
जमीन खरीदने की प्रक्रिया मेडा जल्द शुरू करेगा। खरीद प्रक्रिया शुरू करने के साथ ही मेडा एक पत्र एनएचएआइ को भेजेगा जिसमें यह अपील की जाएगी कि मेडा जमीन खरीदकर दे रहा है, एनएचएआइ उस पर हाईवे को जोड़ने वाली रोड बना दे क्योंकि एनएचएआइ कहता रहा है कि जमीन मिल जाए तो सड़क एनएचएआइ बना देगा।
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दूसरा पत्र रेलवे को भेजा जाएगा। उसमें लिखा जाएगा कि मेडा अपनी सड़क बना रहा है, रेलवे चाहे तो उस पर ब्रिज या अंडरपास बना दे या फिर समपार फाटक लगा दे।
तो जुर्रानपुर में लटके ब्रिज का क्या होगा
हापुड़ रोड से जुर्रानपुर होते हुए शताब्दीनगर तक रोड बनाने की फिलहाल कोई योजना नहीं है। अभी यह ब्रिज ऐसे ही लटका रहेगा। इस हिस्से के लिए जमीन खरीदने की धनराशि मेडा जुटा पाया तो इसे दूसरे चरण में रखा जाएगा।
दोनों डीपीआर का मामला क्या है
जनप्रतिनिधियों की मांग पर मेडा ने दो विकल्प के तहत सर्वे किया। डीपीआर तैयार करने से पहले आकलन किया गया। यह तथ्य सामने आया कि बिजली बंबा बाईपास के साथ-साथ दैनिक जागरण चौराहे को पार करते हुए बागपत रोड तक या फिर वेदव्यासपुरी तक रोड बनाने में मुआवजा समेत लगभग 1100 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
जबकि शताब्दीनगर होते हुए लगभग 900 करोड़ रुपये खर्च होंगे। ऐसे में डीपीआर से पहले ही इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।