मेरठ के स्वामीपाड़ा में बीते 16 जून को लूटपाट के विरोध में युवती की हत्या कर दी गई थी जबकि हमले में उसकी मां घायल हो गई थीं। लूट और हत्या के इस मामले में आरोपी परतापुर के काशी गांव के समर को मुठभेड़ में गोली लगी है जबकि उसके साथी को अयान को पुलिस ने दबोच लिया है। बदमाश के कब्जे से लूटे आभूषण और नकदी बरामद हुई है।
जागरण संवाददाता, मेरठ।
स्वामीपाड़ा में लूटपाट के विरोध में बेटी की हत्या और मां पर हमला करने वाले परतापुर के काशी गांव का समर को मुठभेड़ में गोली लगी है, जबकि उसके साथी को अयान को पुलिस ने दबोच लिया है। उनके कब्जे से लूटे आभूषण और नकदी बरामद की गई है।
दरअसल, मां-बेटी ने नकदी और आभूषण लूट का विरोध किया था। उस समय कुछ नकदी और आभूषण मौके पर गिर गए थे, जिन्हें पुलिस ने क्राइम सीन से उठा लिया था।
कोतवाली थाना क्षेत्र की बुढ़ाना गेट पुलिस चौकी के पास मुहल्ला स्वामीपाड़ा में जल निगम के रिटायर्ड इंजीनियर शिव स्वरूप का परिवार रहता हैं।
शिव स्वरूप की मौत हो चुकी हैं, उनके स्थान पर बड़ी बेटी मोना को जल निगम में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की नौकरी मिली थी। छोटी बहन डोली घरों में काम करती है।
तीन बदमाशों ने की लूटपाट, विरोध पर हत्या
रविवार 16 जून को घर पर शिव स्वरूप की पत्नी सविता और मोना मौजूद थीं। डोली प्रहलाद वाटिका में काम करने गई थी। तीन बदमाशों ने घर में घुसकर लूटपाट की। विरोध पर मोना की हत्या कर दी और सविता को मरा समझ कर छोड़ गए थे। सविता अभी उपचाराधीन है।
सीसीटीवी फुटेज से हुई बदमाशों की पहचान
सीसीटीवी में सामने आया कि तीन बदमाश वारदात को अंजाम देकर खैरनगर से होते हुए जली कोठी तक पहुंचे। वहां से ऑटो में सवार होकर परतापुर चले गए। पुलिस बदमाशों को सीसीटीवी से पीछा करते हुए परतापुर के काशी गांव तक पहुंच गई थी। फुटेज के आधार पर समर पुत्र लियाकत निवासी काशी और अयान पुत्र इमरान निवासी मसूरी की पहचान की गई।
एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि काशी गांव के बाहरी छोर पर दोनों बदमाशों की घेराबंदी की गई। खुद को घिराता देख उन्होंने पुलिस पर फायर कर दिया, जवाबी फायरिंग में गोली समर के पैर में लगी, जबकि अयान को भागते हुए दबोच लिया। उनके कब्जे से 9550 की नकली और लाखों कीमत के आभूषण बरामद किए। पूछताछ में बताया कि समर ने ही मोना की हत्या की थी, जबकि अयान ने उसकी मां सविता को घायल किया था।
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