अलवर कॉरीडोर मंजूर, मेरठ से दिल्ली एयरपोर्ट सिर्फ 60 मिनट दूर
मेरठ से दिल्ली अब दूर नहीं रह जाएगी। रैपिड रेल प्रोजेक्ट का दूसरा कॉरीडोर दिल्ली-गुरुग्राम-अलवर मंजूर हो गया है। इससे मेरठ से दिल्ली हवाई अड्डा 60 मिनट में पहुंच सकेंगे।
By Ashu SinghEdited By: Updated: Sat, 08 Dec 2018 11:50 AM (IST)
मेरठ, जेएनएन। नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एनसीआरटीसी) बोर्ड ने रैपिड रेल प्रोजेक्ट के दूसरे कॉरीडोर दिल्ली-गुरुग्राम-अलवर को मंजूरी दे दी है। इससे मेरठ से सीधे दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचने में मात्र 60 मिनट लगेंगे। एनसीआरटीसी कॉरीडोर को इंटर ऑपरेबल बना रहा है, ताकि एक से दूसरे कॉरीडोर में जाने के लिए कोई ट्रेन न बदलनी पड़े। मेरठ-दिल्ली कॉरीडोर के साथ ही इस कॉरीडोर का निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया जाएगा। गुरुवार को एनसीआरटीसी बोर्ड ने अपने दूसरे कॉरीडोर की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट को मंजूरी देकर एनसीआर के लोगों को सौगात दे दी। इस कॉरीडोर को भी 2025 तक पूरा करना है।
पहले चरण का निर्माण
एनसीआरटीसी पहले चरण में मेरठ से दिल्ली, दिल्ली से अलवर और दिल्ली से पानीपत कॉरीडोर का निर्माण करेगा। पिछले कई साल से मेरठ-दिल्ली कॉरीडोर पर कागजी कार्रवाई तेज है। दिल्ली से मेरठ तक सड़क चौड़ीकरण का कार्य जारी है। सर्वे पूरा हो चुका है। यह कॉरीडोर दिल्ली में सराय काले खां से शुरू होकर मोदीपुरम तक जाना है।
नहीं बदलनी पड़ेगी ट्रेन
एनसीआरटीसी ने कॉरीडोर का ऐसा डिजाइन बनाया है, ताकि यात्रियों को दूसरे कॉरीडोर पर जाने के लिए रैपिड को बदलना न पड़े। मेरठ से एयरपोर्ट जाने के लिए आपको सीधे अपने शहर से ही एयरपोर्ट की रैपिड मिल जाएगी। इसके लिए सरायकाले खां उतरने की जरूरत नहीं होगी। सरायकाले खां को रैपिड का इंटरचेंज हब बनाया जाएगा। मेरठ से चलने वाली रैपिड ही सराय काले खां से आगे बढ़कर एयरपोर्ट तक पहुंचा देगी।
तीन चरणों में दिल्ली-अलवर कॉरीडोर
इस कॉरीडोर का निर्माण तीन चरणों में होना है। एनसीआरटीसी ने पहले चरण में दिल्ली-गुरुग्राम-एसएनबी कॉरीडोर की डीपीआर को मंजूरी दी है। इस कॉरीडोर में 16 स्टेशन हैं। पहले चरण में ही दिल्ली एयरपोर्ट का 'ऐरोसिटी' स्टेशन शामिल है। वहीं कॉरीडोर के दूसरे चरण में एसएनबी से सोतानाला तक और तीसरे चरण में एसएनबी से अलवर तक निर्माण कार्य शुरू होगा।
अभी यहां पहुंचा मेरठ-दिल्ली कॉरीडोर
प्रोजेक्ट रिपोर्ट फाइनल होने के बाद एनसीआरटीसी ने तीन महीने पहले फाइनल सहमति के लिए प्रोजेक्ट को लोक निवेश बोर्ड के पास भेज दिया था। इसके बाद अपडेट नहीं मिल पाया है। अभी प्रक्रिया जारी है। 2019 में इस कॉरीडोर का निर्माण शुरू होगा।
कॉरीडोर
मेरठ - दिल्ली
कुल किलोमीटर - 82
कॉरीडोर
दिल्ली - अलवर
कुल किलोमीटर - 164
पहला चरण - 106 किमी (डीपीआर मंजूर)
ये हैं पहले चरण के प्रमुख स्टेशन
पहले चरण का निर्माण
एनसीआरटीसी पहले चरण में मेरठ से दिल्ली, दिल्ली से अलवर और दिल्ली से पानीपत कॉरीडोर का निर्माण करेगा। पिछले कई साल से मेरठ-दिल्ली कॉरीडोर पर कागजी कार्रवाई तेज है। दिल्ली से मेरठ तक सड़क चौड़ीकरण का कार्य जारी है। सर्वे पूरा हो चुका है। यह कॉरीडोर दिल्ली में सराय काले खां से शुरू होकर मोदीपुरम तक जाना है।
नहीं बदलनी पड़ेगी ट्रेन
एनसीआरटीसी ने कॉरीडोर का ऐसा डिजाइन बनाया है, ताकि यात्रियों को दूसरे कॉरीडोर पर जाने के लिए रैपिड को बदलना न पड़े। मेरठ से एयरपोर्ट जाने के लिए आपको सीधे अपने शहर से ही एयरपोर्ट की रैपिड मिल जाएगी। इसके लिए सरायकाले खां उतरने की जरूरत नहीं होगी। सरायकाले खां को रैपिड का इंटरचेंज हब बनाया जाएगा। मेरठ से चलने वाली रैपिड ही सराय काले खां से आगे बढ़कर एयरपोर्ट तक पहुंचा देगी।
तीन चरणों में दिल्ली-अलवर कॉरीडोर
इस कॉरीडोर का निर्माण तीन चरणों में होना है। एनसीआरटीसी ने पहले चरण में दिल्ली-गुरुग्राम-एसएनबी कॉरीडोर की डीपीआर को मंजूरी दी है। इस कॉरीडोर में 16 स्टेशन हैं। पहले चरण में ही दिल्ली एयरपोर्ट का 'ऐरोसिटी' स्टेशन शामिल है। वहीं कॉरीडोर के दूसरे चरण में एसएनबी से सोतानाला तक और तीसरे चरण में एसएनबी से अलवर तक निर्माण कार्य शुरू होगा।
अभी यहां पहुंचा मेरठ-दिल्ली कॉरीडोर
प्रोजेक्ट रिपोर्ट फाइनल होने के बाद एनसीआरटीसी ने तीन महीने पहले फाइनल सहमति के लिए प्रोजेक्ट को लोक निवेश बोर्ड के पास भेज दिया था। इसके बाद अपडेट नहीं मिल पाया है। अभी प्रक्रिया जारी है। 2019 में इस कॉरीडोर का निर्माण शुरू होगा।
कॉरीडोर
मेरठ - दिल्ली
कुल किलोमीटर - 82
कॉरीडोर
दिल्ली - अलवर
कुल किलोमीटर - 164
पहला चरण - 106 किमी (डीपीआर मंजूर)
ये हैं पहले चरण के प्रमुख स्टेशन
- सराय काले खां - शुरुआती स्टेशन
- जोर बाग - यहां मेट्रो स्टेशन भी है
- मुनिरका - यहां मेट्रो स्टेशन है
- ऐरोसिटी - एयरपोर्ट स्टेशन, यहां मेट्रो की एक्सप्रेस लाइन है
- उद्योग विहार - गुरुग्राम रैपिड मेट्रो, प्रस्तावित मेट्रो
इनका कहना है
दिल्ली-अलवर के पहले चरण को एनसीआरटीसी बोर्ड से मंजूरी मिल गई है। हम डीपीआर को राजस्थान और हरियाणा सरकार के पास इसी महीने भेज देंगे। हमारी कोशिश है कि दोनों कॉरीडोर का निर्माण साथ-साथ शुरू हो जाए।
-सुधीर कुमार शर्मा, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, एनसीआरटीसी
दिल्ली-अलवर के पहले चरण को एनसीआरटीसी बोर्ड से मंजूरी मिल गई है। हम डीपीआर को राजस्थान और हरियाणा सरकार के पास इसी महीने भेज देंगे। हमारी कोशिश है कि दोनों कॉरीडोर का निर्माण साथ-साथ शुरू हो जाए।
-सुधीर कुमार शर्मा, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, एनसीआरटीसी
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