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Meerut News: अपना नाम बदलकर नंदी को साथ लेकर हिंदू क्षेत्रों में भीख मांग रहा था नौशाद, भीड़ ने पकड़ा

Meerut Update News नंदी के साथ भीख मांगने पहुंचे व्यक्ति को लोगों ने पकड़ लिया और उससे नाम पूछा तो वे हैरान रह गए। उसके पास से भूरा नाम का फर्जी आधार कार्ड मिला। भीख मांगने वाला व्यक्ति मुस्लिम था और हिंदू क्षेत्र में नंदी को साथ लेकर आया था। पुलिस ने पूछताछ की उसके बाद उसे छोड़ दिया है।

By Jagran News Edited By: Abhishek Saxena Updated: Tue, 23 Jul 2024 10:02 AM (IST)
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Meerut News: पकड़े जाने पर हाथ जोड़कर माफी मांगता नौशाद

जागरण संवाददाता, मेरठ। सूरजकुंड के पास हनुमानपुरी में लोगों ने नौशाद को नंदी के साथ पकड़ लिया। वह हिंदू क्षेत्रों में अपना नाम बदलकर भीख मांग रहा था। उसने भूरा पुत्र रोशन के नाम से फर्जी आधार कार्ड भी बनवा रखा था। उसे नंदी के साथ सिविल लाइंस पुलिस को सौंप दिया गया।

पड़ताल के बाद पुलिस ने नौशाद को छोड़ दिया। पुलिस का तर्क है कि नौशाद के पिता रशीद भी पिछले 20 सालों से नंदी को साथ लेकर भीख मांगते थे। पकड़े जाने पर नौशाद ने लोगों से माफी मांगते हुए कहा कि अब वह ऐसा नहीं करेगा।

तारापुरी लिसाड़ी रोड निवासी नौशाद नंदी को साथ लेकर भीख मांगने पहुंचा। लोगों को नौशाद के मुस्लिम होने का शक हुआ। नौशाद ने हिंदू मोहल्लों में अपना नाम भूरा पुत्र रोशन निवासी नूर नगर बता रखा था। शक के आधार पर नौशाद को पकड़ लिया गया।

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नौशाद और भूरा नाम से मिले दो आधार कार्ड

हिंदूवादी दल से जुड़े सचिन सिरोही भी पहुंच गए। तलाशी ली तो उसके पास से नौशाद और भूरा नाम से दो आधार कार्ड मिले। वह हिंदू इलाके में भूरा बन जाता था जबकि मुस्लिम इलाके में नौशाद। उसके पास एक हिंदू महिला का फोटो भी मिला। सिविल लाइंस पुलिस नौशाद को नंदी के साथ थाने ले गई।

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20 साल से नंदी लेकर भीख मांग रहा है परिवार

एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि नौशाद ने पूछताछ में बताया कि लिसाड़ीगेट क्षेत्र की किसी दुकान से उसने भूरा नाम से आधार कार्ड बनवाया है। उसे लोग नौशाद उर्फ भूरा कहते हैं। लिसाड़ीगेट पुलिस को उसके घर भेजा था। पता चला कि पिछले 20 साल से यह परिवार नंदी को साथ लेकर भीख मांगता है। उक्त नंदी भी नौशाद ने एक साल पहले खरीदा है। उससे पहले दूसरा नंदी था। पूछताछ के बाद नौशाद को थाने से छोड़ दिया। उसका फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले की जांच की जा रही है।