गंगा कटान के कारण हस्तिनापुर के कई गांवों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई है। करीब 600 मीटर लंबाई में बिजली के खंभे कटान की चपेट में आ गए हैं। विद्युत विभाग के सामने इस लाइन को बचाना बड़ी चुनौती है। ग्रामीण राजू चौहान ने बताया कि लाइन के तीन खंभे भी कटान के पास ही है और नदी में समाने के कगार पर हैं।
जागरण संवाददाता, हस्तिनापुर। विद्युत उपखंड, हस्तिनापुर से खादर क्षेत्र के कई गांवों बिजली आपूर्ति करने वाली लाइन गंगा कटान के दायरे में आ गई है। जिससे गांव बस्तौरा नारंग, पहाड़पुर, मखदुमपुर, किशोरपुर, मामेपुर आदि गांवों को विद्युत आपूर्ति बंद हो गई। छह सौ मीटर की लंबाई में बिजली आपूर्ति करने वाले खंभे कटान के दायरे में आ गए हैं।
दरअसल, पिछले कई दिन से बस्तोरा नारंग गांव के सामने गंगा नदी कटान कर रही है। गांव से कुछ दूरी पर जंगल से 11 केवी की लाइन गुजर रही थी। सोमवार की सुबह लाइन का एक पोल गंगा के कटान से पानी में गिर गया और देखते ही देखते वह गंगा में समा गया और विद्युत तार गंगा के किनारे पर लटके रहे।
सूचना देकर सप्लाई बंद कराई गई।
खंभे नदी में समाने की कगार पर
ग्रामीण राजू चौहान ने बताया कि लाइन के तीन खंभे भी कटान के पास ही है और नदी में समाने के कगार पर हैं। अब विद्युत विभाग के सामने इस लाइन को बचाना बड़ी चुनौती है। ग्रामीणों ने कहा कि पिछले एक महीने से लगातार शासन प्रशासन और विद्युत विभाग के अधिकारियों को अवगत कराया जा रहा है, परंतु किसी ने ध्यान नहीं दिया, अब स्थिति लगातार बिगड़ती नजर आ रही है।
सूचना मिलते ही विद्युत विभाग के एसडीओ श्री प्रकाश व अवर अभियंता बिजेंद्र कुमार मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया।
मुख्य अभियंता वाइएन राम ने बताया कि 600 मीटर की दूरी में लगभग 10 खंभे कटान की चपेट में आ गए हैं। तीन गांवों में 600 परिवारों की बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई है। मंगलवार को नए पोल लगा कर लाइन शिफ्ट करने का कार्य किया जाएगा।
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