लेनिन, पेरियर व मुखर्जी के बाद अब मेरठ में तोड़ी गई अंबेडकर प्रतिमा, गांव बना छावनी
मवाना के खुर्द गांव में देर रात कुछ असामाजिक तत्वों ने डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा खंडित कर दी गई। सुबह ग्रामीणों ने इसे लेकर हंगामा कर दिया।
By Ashish MishraEdited By: Updated: Wed, 07 Mar 2018 03:20 PM (IST)
लखनऊ (जेएनएन)। त्रिपुरा, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में लेनिन पेरियार और श्यामाप्रसाद मुख़र्जी की मूर्तियों को तोड़ने की घटना के बाद अब मेरठ के मवाना क्षेत्र के एक गांव में अंबेडकर की मूर्ति तोड़ दी गई। जिससे हिंसा फैलाने की कोशिश की गई। असामाजिक तत्वों द्वारा मूर्ति खंडित करने की सूचना मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मचा गया। उधर, दलितों में भी इसको लेकर आक्रोश है।
पुलिस के अनुसार मवाना के खुर्द गांव में देर रात कुछ असामाजिक तत्वों ने डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा खंडित कर दी गई। सुबह ग्रामीणों ने इसे लेकर हंगामा कर दिया। हालांकि दिन निकलते ही सीओ, एसडीएम भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। पुलिस अधिकारियों ने किसी तरह लोगों को शांत कराया और आंबेड़कर की नई मूर्ति लगवा दी। बताते चलें कि देश के कुछ हिस्सों में प्रतिमा तोड़ने की घटनाओं पर पीएम नरेंद्र मोदी ने कड़ी नाराजगी जताई है। इस संबंध में गृह मंत्रालय ने जानकारी देते हुए कहा कि पीएम मोदी ने गृह मंत्री राजनाथ सिंह से भी बात की है और इस तरह की तोड़फोड़ की घटनाओं पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। गृह मंत्रालय ने भी इस तरह की घटनाओं को गंभीरता से लिया है।
वहीं गृह मंत्रालय ने राज्यों से कहा है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए वे सभी जरूरी कदम उठाएं और इन घटनाओं में शामिल लोगों को काननू के अनुसार दंडित किया जाए। गौरतलब है कि देश के त्रिपुरा और तमिलनाडु जैसे राज्यों से प्रतिमा तोड़े जाने की घटनाएं सामने आने से बवाल मच गया है, मगर इसका सिलसिला थमा नहीं है। पश्चिम बंगाल से भी प्रतिमा विध्वंस का ताजा मामले सामने आया है।
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