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सुभारती​ विवि में यूजीसी नेट के पेपर में ऑनलाइन हो रही थी नकल, परीक्षा केंद्र के प्रभारी समेत दो पकड़े

UP News - उत्तर प्रदेश के मेरठ में नकल माफियाओं के गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। यहां सुभारती मेडिकल कॉलेज में यूजीसी नेट की परीक्षा में ऑनलाइन नकल करवाई जा रही थी। एसटीएफ ने छापेमारी करते हुए मौके से परीक्षा केंद्र प्रभारी समेत दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही 15 अभ्यर्थियों को भी हिरासत में लिया गया है।

By Jagran News Edited By: Shivam Yadav Updated: Fri, 26 Jul 2024 10:17 PM (IST)
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एसटीएफ की गिरफ्त में विनीत, अरुण और अंकित।

जागरण संवाददाता, मेरठ। उत्तर प्रदेश पुलिस और आरओ-एआरओ की परीक्षा में नकल माफिया की गिरफ्तारी के बाद भी प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल नहीं रुक पा रही है। एसटीएफ ने दो दिन की कार्रवाई में मेरठ के दिल्ली हाईवे स्थित सुभारती मेडिकल कॉलेज में यूजीसी नेट की परीक्षा में ऑनलाइन नकल करने का बड़ा फर्जीवाड़ा पकड़ा है। 

मौके से परीक्षा केंद्र प्रभारी समेत दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही 15 अभ्यर्थियों को भी हिरासत में लिया गया है। एक कंप्यूटर, दो लैपटॉप और डिवाइस बरामद किए गए हैं। एसटीएफ की टीम जांच में जुटी है। 

अभ्यर्थियों का स्क्रीन शेयर किया गया

एसटीएफ के एसपी बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि गोपनीय सूचना के आधार पर नेट के एग्जामिनेशन सेंटर सुभारती विश्वविद्यालय मेरठ में गुरुवार से कार्रवाई चल रही थी। 

छापेमारी के दौरान एग्जामिनेशन लैब के सर्वर रूम से लोकल एरिया नेटवर्क के जरिए एक्स्ट्रा एडमिन कंप्यूटर मिला। सर्वर रूम में दो लैपटॉप मिले, जिसमें एनी डेस्क रिमोट एक्सेस टूल मिला। इसके साथ ही एक मोबाइल एग्जाम कराने वाले कर्मचारी से मिला। 

मोबाइल में चार अभ्यर्थियों के नाम रोल नंबर और उनके सिस्टम की आईपी मिली। 11 अभ्यर्थियों के नाम और रोल नंबर कल कब्जे में लिए जा चुके थे। इस आईपी को सेंटर के बाहर मिनी सेंटर को शेयर किया गया था, जिससे की 15 अभ्यर्थियों का स्क्रीन शेयर किया गया था। 

इनके प्रश्नपत्र को बाहर से सॉल्वर द्वारा हल किया जा रहा था। 25 जुलाई को भी प्रथम और द्वितीय पाली में हुई परीक्षा में 11 अभ्यर्थी के नाम मोबाइल के डिलीट फाइल से मिले हैं। जिन लोगों को हिरासत में लिया गया है कि उनमें सेंटर के एग्जाम एडमिनिस्ट्रेटर और आईटी में काम करने वाले कर्मचारी हैं।

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