Meerut News: शिफ्टिंग के दौरान ऑक्सीजन खत्म, मरीज ने तड़प-तड़पकर तोड़ा दम; अधिकारी बोले- जांच के बाद होगी कार्रवाई
मेडिकल कालेज के सर्जरी विभाग से सेवानिवृत्त कर्मचारी त्रिलोकी की पत्नी इंद्रावती को गंभीर अवस्था में बुधवार देर रात इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया गया था। इंद्रावती को देख रहे डॉ. संदीप मालियान के अनुसार मरीज का हीमोग्लोबिन स्तर चार था और वह सांस रोग से पीड़ित थीं। मरीज को गुरुवार सुबह 11 बजे इमरजेंसी विभाग से आइसीयू में शिफ्ट किया जा रहा था।
जागरण संवाददाता, मेरठ। मेडिकल कॉलेज में शिफ्टिंग के दौरान ऑक्सीजन खत्म होने से एक महिला की मौत हो गई। मरीज को इमरजेंसी से मात्र 100 मीटर दूर सुपर स्पेशिलिटी ब्लॉक के आईसीयू में शिफ्ट किया जा रहा था। मरीज की सांसें उखड़ती देख साथ चल रहे तीमारदारों ने वार्ड ब्वॉय से गुहार लगाई, लेकिन तब तक मरीज ने दम तोड़ दिया। मेडिकल कालेज प्रशासन ने इतनी बड़ी लापरवाही पर पांच वार्ड ब्वॅाय से स्पष्टीकरण मांगकर इतिश्री कर ली है।
मेडिकल कालेज के सर्जरी विभाग से सेवानिवृत्त कर्मचारी त्रिलोकी की पत्नी इंद्रावती को गंभीर अवस्था में बुधवार देर रात इमरजेंसी विभाग में भर्ती कराया गया था। इंद्रावती को देख रहे डॉ. संदीप मालियान के अनुसार, मरीज का हीमोग्लोबिन स्तर चार था और वह सांस रोग से पीड़ित थीं। मरीज को गुरुवार सुबह 11 बजे इमरजेंसी विभाग से आइसीयू में शिफ्ट किया जा रहा था।त्रिलोकी ने बताया कि वार्ड ब्वॉय मरीज को ऑक्सीजन लगाकर स्ट्रेचर पर ले जा रहे थे। 50 मीटर चलते ही सिलेंडर की ऑक्सीजन खत्म हो गई। मरीज की सांसें उखड़ने लगीं और उसने तड़प-तड़पकर दम तोड़ दिया। यह देख स्वजन आक्रोशित हो गए और इमरजेंसी में हंगामा कर दिया। सीएमएस डा. धीरज राज मौके पर पहुंचे और स्वजन से बात कर उन्हें शांत किया।
सीएमएस ने बताया कि घटना के समय इमरजेंसी में ड्यूटी पर तैनात पांच वार्ड ब्वॉय को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया है। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। प्राचार्य डॉ. आरसी गुप्ता ने बताया कि मैं आज शहर से बाहर था। सीएमएस से प्रकरण की जानकारी मिली है। उन्हें निर्देशित किया है कि जांच कर पूरे मामले की रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।