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Para Asian Games: यूपी की खातून ने चीन में गाड़े झंडे, पावरलिफ्टिंग में जीता सिल्वर; इस लापरवाही के कारण खराब हुए थे पैर

Para Asian Games 2023 - चीन के हांगझू में चल रहे पैरा एशियाई गेम्स में मेरठ की जैनब खातून ने पावरलिफ्टिंग में रजत पदक जीता है। बुधवार को हुई 61 किलो भार वर्ग की l स्पर्धा में जैनब ने 85 किलो भार उठाया और दूसरे स्थान पर रहीं।

By Jagran NewsEdited By: Shivam YadavUpdated: Wed, 25 Oct 2023 06:08 PM (IST)
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Para Asian Games: यूपी की खातून ने चीन में गाड़े झंडे
जागरण संवाददाता, मेरठ। चीन के हांगझू में चल रहे पैरा एशियाई गेम्स में मेरठ की जैनब खातून ने पावरलिफ्टिंग में रजत पदक जीता है। बुधवार को हुई 61 किलो भार वर्ग की l स्पर्धा में जैनब ने 85 किलो भार उठाया और दूसरे स्थान पर रहीं। वहीं भारत की ही गांधीनगर की रहने वाली एथलीट राजकुमारी ने 84 किलो वजन उठाया और तीसरे स्थान पर रहते हुए कांस्य पदक जीता है। 

दिल्ली के छतरपुर में कोच तनवीर लोगानी के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण करने वाली जैनब कमर के निचले हिस्से से दिव्यांग हैं। जैनब की इस सफलता पर पैरा स्पोर्ट्स ओलंपिक एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष अश्विनी गुप्ता, सचिव सतीश चंद्र शर्मा और मुख्य कोच जेपी सिंह ने बधाई दी है।

चिकित्सीय लापरवाही के कारण निष्क्रिय हुए पैर

जैनब ने पैरा खेलों की शुरुआत 24 साल की उम्र में की थी। वह जब करीब चार-पांच वर्ष की थी तभी चिकित्सकीय लापरवाही के कारण उनके दोनों पर निष्क्रिय हो गए थे। पहले खेलों की जानकारी मिलने के बाद उन्होंने कोच प्रफुल्ल त्यागी के मार्गदर्शन में कैलाश प्रकाश स्पोर्ट्स स्टेडियम में प्रशिक्षण शुरू किया। 

वर्तमान में वह ह्यूमन परफॉर्मेंस क्रेमको सेंटर छतरपुर में प्रशिक्षण करती हैं। एशियन गेम्स के पहले 2022 फज्जा विश्व कप में जैनब ने पदक जीता था और वह उसे अपना यादगार पल मानती हैं। वहीं पैरा खेलो में कदम बढ़ने का भी अहम पड़ाव था। एशियन गेम्स के लिए जैनब ने कड़ी मेहनत की थी। 

जैनब मानती हैं अहम पड़ाव

पिछले कुछ महीनो में लगातार वह प्रशिक्षण कर रही थी, जिससे वह पदक जीत सकें। अब पदक जीतने के बाद उन्हें अपनी मेहनत का फल मिल गया है। इस पदक को जैनब अपने खेल करियर को मजबूती के साथ आगे बढ़ाने का अहम पड़ाव भी मानती हैं। 

जैनब के अनुसार, उन्होंने तैयारी तो स्वर्ण पदक जीतने के लिए की थी लेकिन प्रतिद्वंद्वी की थोड़ी अच्छी तैयारी थी, इसलिए वह दूसरे स्थान पर रही। अगली बार और कड़ी मेहनत करके जाएंगी। 

विश्व चैंपियनशिप में छठे स्थान पर रही

जैनब तीन अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले चुकी हैं और तीन राष्ट्रीय प्रशिक्षण शिविरों का भी हिस्सा रही है। उनके नाम अब तक राष्ट्रीय स्तर पर एक स्वर्ण व एक रजत पदक है। विश्व चैंपियनशिप 2023 में वह छठे स्थान पर रही थी। वहीं 2022 के फज्ज़ा विश्व कप में कांस्य  पदक जीता था।

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