कोरोनाकाल में लोग खूबसूरती छोड़ इन चमत्कारी पौधों से जोड़ रहे हैं नाता, जानिए क्या है इनकी खासियत
सहारनपुर की नर्सरियों में बढ़ी औषधीय पौधों की मांग। देश ही नहीं विदेश में भी सप्लाई किए जाते हैं ये पौधे।
सहारनपुर, [महेंद्र शर्मा]। कोरोनाकाल में सब कुछ बदला बदला सा नजर आने लगा है। पश्चिमी उप्र के ग्रीन जोन सहारनपुर के खाते में सबसे ज्यादा नर्सरी का रिकार्ड है। यहां तैयार की गई पौध देश-दुनिया में सप्लाई होती है। पाकिस्तान के करतारपुर कॉरीडोर में भी यहां की नर्सरी से पौधे भेज गए थे। कोरोना के कारण नर्सरियों का मिजाज भी बदल गया है। अब नर्सरियों में खूबसूरत पौधों व महकते फूलों की जगह औषधीय पौधे नजर आ रहे हैं। इम्युनिटी बढ़ाने की कोशिश में औषधीय पौधों की ओर रुझान बढा है। लोग भी अपनी बगिया का स्वरूप बदलकर औषधीय कर रहे हैं। सहारनपुर उत्तराखंड से लगा है। यहां का वातावरण पेड़-पौधों के लिए काफी अनुकूल है। इसी वजह से यहां नर्सरियों की भरमार है। कोरोना के चलते सजावटी पौधों की मांग कम हुई है और औषधीय पौधों गिलोय, अश्वगंधा, सदाबहार तुलसी, एलोवेरा, अंजीर समेत अन्य औषधीय पौधों की मांग काफी बढ़ गई है। नर्सरी संचालक भी इन्हीं पौधों को तरजीह दे रहे हैं।
औषधीय पौधों की मांग बढ़ी
नर्सरी संचालक नेत्रपाल व ताहिर हसन ने बताया कि कोरोना के चलते लॉकडाउन व उसके बाद से सजावटी पौधे व फूलों के पौधों की बिक्री में गिरावट आई है। औषधीय पौधों की बिक्री में काफी इजाफा हुआ है। अब नर्सरियों में औषधीय पौधों को बड़े पैमाने पर तैयार किया जा रहा है।
यहां हैं 80 नर्सरी
पश्चिम में अकेला सहारनपुर ऐसा जनपद है जहां सर्वाधिक छोटी-बड़ी करीब 80 नर्सरी हैं। इनमें 62 बड़ी नर्सरी हैं। इनमें तरह-तरह के फूल, सजावटी व औषधीय पौधे हैं। यहां बाहर से मंगाकर भी नर्सरी तैयार की जाती है।
- विजय सिंह, जिला वनाधिकारी
औषधीय पौधों के लाभ
- तुलसी : रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर खांसी जुखाम में लाभ पहुंचाती है।
सदाबहार का फूल और पत्तियां: हाई ब्लड प्रेशर, शुगर ,कैंसर आदि में मददगार होते है।
- गिलोय : बेल पकाकर पीने से बुखार समाप्त होता है व प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
- अश्वगंधा : शारीरिक शक्ति के साथ-साथ रक्त साफ होता है और हड्डियों को मजबूती मिलती है।
- एलोवेरा : अंदर से निकलने वाले जेल से पेट की बीमारियों में राहत मिलती है। चेहरे के लिए भी फायदेमंद।
- रामसुदन शर्मा, आयुर्वेदाचार्य
पुलिस ने बनाई हर्बल वाटिका
कोरोना से हर स्तर पर जारी जंग के बीच पुलिस ने भी इससे बचाव के लिए मोर्चाबंदी कर दी है। पुलिस लाइन में ग्रीन हर्बल वाटिका बनाई गई है, जिसमें 400 से अधिक औषधीय पौधे तैयार किए जा चुके हैं। जवानों को इनका नियमित काढ़ा भी दिया जा रहा है, ताकि रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाकर संक्रमण का मुकाबला कर सकें। पुलिस लाइन में रह रहे परिवारों को भी घर में लगाने के लिए औषधीय पौधे दिए जा रहे हैं। आरआइ होरी लाल ङ्क्षसह ने बताया कि वाटिका में 400 से ज्यादा ऐसे पौधे बीज से तैयार किए गए हैं जो कोरोना से बचाव में कारगर हैं।