गांव में घुसे का तेंदुए का वीडियो बना रहे थे लोग, तभी कैमरे में कैद हुई रोंगटे खड़े कर देने वाली तस्वीर!
मेरठ के किठौर थाना अंतर्गत छुछाई-ललियाना मार्ग पर तेंदुआ और तीन शावक देखे जाने का दावा करने वाले वीडियो वायरल होने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया। वन विभाग और पुलिस ने मौके पर पहुंचकर तेंदुए के पद चिह्न तलाशने का प्रयास किया लेकिन रात के समय और जलभराव के कारण कोई पदचिह्न नहीं मिला। ग्रामीणों में दहशत है और वन विभाग ने सर्च अभियान चलाया है।
संवाद सूत्र, मेरठ। किठौर थाना अंतर्गत छुछाई-ललियाना मार्ग पर तेंदुआ और तीन शावक देखे जाने का दावा करने वाले कई वीडियो के वायरल होने के बाद क्षेत्र में हड़कंप मच गया। ग्रामीणों ने तुरंत वन विभाग और पुलिस को इसकी सूचना दी।
सूचना मिलने पर वन विभाग के अधिकारी व पुलिस मौके पर पहुंची और तेंदुए के पद चिह्न तलाशने का प्रयास किया, लेकिन रात के समय व खेतों में जलभराव के कारण तेंदुआ या उसके कोई पदचिह्न की पहचान नहीं हो सकी। तेंदुआ देखे जाने से लोगों में दहशत है।
लोगों के सामने ही कर दिया हमला
ग्रामीणों के अनुसार, वायरल वीडियो छुछाई गांव की बताई जा रही है। ग्रामीणों ने बताया कि रविवार सुबह छुछाई-ललियाना मार्ग पर स्थित सरकारी स्कूल के पास तेंदुआ मार्ग को क्रॉस करता हुआ देखा गया।
इसके चलते मार्ग के दोनों ओर वाहन खड़े हो गए और मोबाईल द्वारा वीडियो बनाने लगे। इसी बीच मार्ग से गुजरते हुए एक बाइक सवार पर तेंदुए ने हमला किया, जिसमें बाइक सवार व्यक्ति तालिब बाल-बाल बच गया।
यहां देखें वीडियो-
बाइक सवार पर तेंदुए का हमला pic.twitter.com/HCwmy3sU7D
उधर, दूसरी वीडियो एक खेत की बताई जा रही है, जिसमें तीन शावक चकरोड पर खेलते दिख रहे हैं। वीडियो वायरल होने पर वन विभाग रेंजर हरज्ञान सिंह मौके पर पहुंचे और पदचिह्नों को तलाश का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिल सकी।
वन विभाग कर्मचारियों व थाना प्रभारी ने ग्रामीणों को सचेत रहने की सलाह दी है। वन निरीक्षक हरज्ञान सिंह का कहना है कि क्षेत्र में तेंदुए से इनकार नहीं किया जा सकता। ग्रामीणों की सूचना पर सर्च अभियान चलाया जा रहा है। तेंदुए के पदचिह्नों को भी तलाशा जा रहा है।
यह भी पढ़ें: अमरोहा में तेंदुओं का आतंक, सड़क पद जोड़ा देखकर दहशत में आए गांव वाले; मांस खाता देखकर महिला हुई बेहोश
यह भी पढ़ें: आखिर कहां गया भेड़िया… 60 घंटे से नहीं मिली लोकेशन, हैरत में विशेषज्ञ; 100 गांवों में दहशत बरकरार