बैंक बंद करा स्टाफ को एंबुलेंस में डाला, पुलिस ने ग्राहकों पर बरसाई लाठियां, हिरासत में लिया Meerut News
शुक्रवार को पुलिस ने कई बैंक शाखाओं को बंद कराया। साथ ही ग्राहकों पर लाठियां भी बरसाई और सभी को हिरासत में लिया। बैंक स्टाफ ने हड़ताल की चेतावनी दी है।
By Prem BhattEdited By: Updated: Sat, 09 May 2020 12:15 AM (IST)
मेरठ, जेएनएन। पुलिस ने शुक्रवार को आधा दर्जन से अधिक बैंक शाखाओं को बंद करा स्टाफ को एंबुलेंस में भूसे की तरह भर दिया गया। ग्राहकों पर लाठी फटकार कर गाड़ी में बैठा लिया। पुलिस के खिलाफ आक्रोशित बैंक स्टाफ ने हड़ताल की चेतावनी दी तो अधिकारियों के पसीने छूट गए।
भीड़ जुटने पर बैंक को बंद कराया नगर में चार मई से बैंक की शाखाएं खुली थीं। शुक्रवार को ग्रीन जोन में आने पर नगर में सभी बैंक शाखाओं में विधिवत कार्य शुरू हुआ तो ग्राहकों की भीड़ उमड़ पड़ी। इसी बीच इंस्पेक्टर राजेंद्र त्यागी पुलिस बल के साथ पीएनबी शाखा पर पहुंचे और मुकदमा दर्ज कराने की धमकी देकर बैंक बंद करा दिया। शाखा प्रबंधक अमित गुप्ता व स्टाफ को पुलिस ने लाठी दिखाते हुए बाहर निकाल दिया। उन्होंने इंस्पेक्टर को डीएम का अनुमति-पत्र भी दिखाया लेकिन किसी ने उनकी नहीं सुनी। इंस्पेक्टर से तीखी नोकझोंक हुई। इसके बाद पुलिस ने जबरन बैंक अधिकारी व स्टाफ को एंबुलेंस में बैठा लिया। ग्राहकों को लाठियां फटकारकर भगा दिया। जो नहीं भागे उन्हें भी गाड़ी में बैठा लिया। इनमें महिला ग्राहक भी थीं।
इसके अलावा पुलिस ने स्टेट बैंक, शिवालिक बैंक, आइआइसीआइ बैंक, यूबीआइ, ऑरियंटल समेत आदि आधा दर्जन बैंक शाखाओं को भी बंद करा स्टाफ को एंबुलेंस बैठा लिया। इस दौरान एंबुलेंस में बैठाए गए लोगों के लिए शारीरिक दूरी के मानक का कोई ध्यान नहीं रखा गया। बैंक कर्मीयों ने दी हड़ताल की चेतावनी
पुलिस की बर्बरता के खिलाफ बैंक स्टाफ लामबंद हो गया और उन्होंने हड़ताल की चेतावनी दे दी। सूचना अधिकारियों तक पहुंची तो पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मच गया। इसके बाद पुलिस बैकफुट पर आई। प्रशासन ने सभी एंबुलेंस को तहसील में भिजवाया, जहां बैंक कर्मचारियों के साथ एसडीएम ऋषिराज ने बैठक की।
बैठक में कोरोना की लड़ाई में सहयोग की अपील की गई। ग्राहकों की शारीरिक दूरी बनाने, सैनिटाइजर के इस्तेमाल और बैंक शाखाओं में पुलिस तैनाती पर चर्चा की गई। इस बीच बैंकों के शाखा प्रबंधकों ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर तीखा विरोध जताया। बैठक में सीओ यूएन मिश्रा और इंस्पेक्टर राजेंद्र त्यागी भी मौजूद रहे। इससे पहले सभी बैंक स्टाफ की थर्मल स्कैनिंग कराई, जो सामान्य मिली। बैंक प्रबंधकों ने आला अधिकारियों को कराया अवगत
पुलिस की मनमानी व अभद्रता के खिलाफ डेढ़ दर्जन बैंक शाखा प्रबंधकों ने अपने आला अधिकारियों को मेल भेजकर पूरे प्रकरण से अवगत कराया। चेतावनी दी, अगर पुलिस का यही बर्ताव रहा तो वह शाखा बंद करने को मजबूर होंगे। मीडियाकर्मियों को दी कार्रवाई की चेतावनी बैंककर्मियों के साथ पुलिस की अभद्रता के दौरान मीडियाकर्मियों ने फोटो खींचने शुरू किए तो इंस्पेक्टर राजेंद्र त्यागी ने उन्हें मुकदमा दर्ज करने की चेतावनी दी।
मवाना एसडीएम ऋषिराज ने कहा कि बैंक स्टाफ के साथ बैठक में व्यवस्था को सुचारु करने और शारीरिक दूरी के मानकों का पालन कराने के निर्देश दिए गए। उनसे अन्य व्यवस्था भी बनाए रखने को कहा, ताकि कोरोना की लड़ाई में सहयोग मिले। पुलिस द्वारा जबरदस्ती करने के मामले में संज्ञान लिया जाएगा।
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