कृष्णा नदी का प्रदूषित पानी अभी भी बरपा रहा कहर, पेयजल टंकी से भी नहीं मिल पाई निजात
रहतना गांव में लोगों को शुद्ध पेयजल मिले इसके लिए सरकार ने पानी की टंकी लगवा दी और आपूर्ति भी शुरू हो गई लेकिन अभी भी कई सौ घर ऐसे हैं जहां टंकी का पानी नहीं जा रहा है। अभी भी बीमार हो रहे लोग लोगों ने उठाई समाधान।
बागपत, जेएनएन। रहतना गांव में लोगों को शुद्ध पेयजल मिले, इसके लिए सरकार ने पानी की टंकी लगवा दी और आपूर्ति भी शुरू हो गई, लेकिन अभी भी कई सौ घर ऐसे हैं जहां टंकी का पानी नहीं जा रहा है क्योंकि इन परिवारों के यहां कनेक्शन नहीं लगा है। कई परिवारों में टंकी का पानी नहीं पहुंच रहा है।
कृष्णा नदी किनारे बसे इस गांव के अधिकांश लाेगों को अभी भी हैंडपंप और सबमर्सिबल का पानी ही पीना पड़ रहा है। कृष्णा नदी का प्रदूषित पानी लोगों को बीमारी परोस रहा है। एक रहतना गांव की ही बात करें तो 900 से अधिक मतदाता वाले इस गांव में काफी संख्या में लोग बीमार हैं। ओमवीर, महिपाल, राजकली, रविंद्र आदि पैरालाइसिस की बीमारी से ग्रसित हैं। रामसुमन, धर्मवीर, बबलू, सचिन, अमित, भारतवीर, रामकुमार, हरपाल, सुशीला, संजय, देवेंद्र, भीमसेन, भारतवीर, रामपाल, गोरधन, केला आदि पेट, बुखार, शुगर, गठिया बाय आदि बीमारियों से पीड़ित हैं और अपना उपचार करा रहे हैं।
पीड़ित लोगों ने बताया कि गांव में लगे इंडिया मार्का हैंडपंप का पानी पीने योग्य नहीं रहा है। पिछले साल 19 हैंडपंपों से लगभग 10 हैंडपंप उखड़वाकर दोबारा रिबोर कराया, लेकिन वह भी प्रदूषित पानी ही उगल रहे हैं। गर्मी के मौसम में प्रशासन ने 10 दिन टैंकर से पानी तो भेजा, लेकिन बाद में उसकी भी आपूर्ति बंद कर दी। राजपाल और महक सिंह ने प्रशासन से नदी में साफ पानी छुड़वाने की मांग की है। उधर, इस गांव में पेयजल के लिए टंकी भी लगी है, लेकिन कई सौ घर ऐसे हैं, जिनमें अभी कनेक्शन ही नहीं लग सका है। ग्राम प्रधान मंजू देवी ने बताया कि पेयजल समस्या के लिए टंकी लगी है ताकि घर घर तक स्वच्छ जल पहुंचे। एसडीएम सुभाष सिंह ने बताया कि गांव के लोगों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराया जाएगा।