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Meerut News: बारिश में भी चलता रहा Rapid Rail कारिडोर का काम, 2023 तक पूरा करना है प्रोजेक्‍ट

मेरठ में बारिश से जहां एक्सप्रेस-वे समेत विभिन्न सड़कों का कार्य प्रभावित हुआ वहीं दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रैपिड रेल कारिडोर का कार्य चलता रहा। कारिडोर से संबंधित अधिकारियों के अनुसार इस प्रोजेक्ट में मिट्टी भराव या डामर के कार्य जरूरत के अनुसार होते हैं जो समय-समय पर किए जाते हैं।

By Himanshu DiwediEdited By: Published: Sun, 03 Jan 2021 11:51 PM (IST)Updated: Sun, 03 Jan 2021 11:51 PM (IST)
मेरठ में रैपिड रेल कोरिडोर का कार्य बारिश के दौरान भी चलता रहा।

मेरठ, जेएनएन। बारिश से जहां एक्सप्रेस-वे समेत विभिन्न सड़कों का कार्य प्रभावित हुआ, वहीं दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रैपिड रेल कारिडोर का कार्य चलता रहा। कारिडोर से संबंधित अधिकारियों के अनुसार इस प्रोजेक्ट में मिट्टी भराव या डामर के कार्य जरूरत के अनुसार होते हैं, जो समय-समय पर किए जाते हैं। इस समय ऐसे कार्य नहीं हो रहे थे। पाइलिंग व पिलर का कार्य हो या फिर कास्टिंग यार्ड में निर्माण संबंधित कार्य उन पर बारिश का असर नहीं पड़ता। काम चलता रहता है।

मेरठ में रैपिड रेल को लेकर काम प्रगति पर है। रविवार को मेरठ में तेज बारिश हुई। मौसम भी काफी ठंडा रहा। लेकिन इसी बीच में रैपिड रेल का कार्य चलता रहा। हालाकि कार्य की गति प्रभावित रही। कर्मचारी बारिश के दौरान भी कार्य कर रहे थे। मशीने भी कार्य में चल रही थी। अधिकारियों ने बताया कि कई ऐसे कार्य हैं जो बारिश से प्रभावित नहीं हो सकते। यानी कि खुले आसमान में होने वाले काम बंद किए गए थे। जबकि अंदर के काम जारी रहे।

2023 तक हो जाएगा पूरा 

एनसीआरटीसी के अधिकारियों ने बताया कि प्राथमिक खंड पर 2023 तक रैपिड रेल का परिचालन शुरू करना है। इस खंड पर 400 पिलरों पर एलिवेटेड कॉरिडोर बनेगा। दो पिलरों के बीच की दूरी 25 मीटर होगी। पिलर की फाउंडेशन 28 मीटर गहरी बनाई गई है। पिलर की औसत ऊंचाई 12-13 मीटर रखी गई है। एनसीआरटीसी के अधिकारियों ने बताया कि पिलर गोलाकार में होंगे।  


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