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NDA गठबंधन में शामिल होने के साथ ही बदल गए रालोद के मुस्लिम नेताओं के सुर, बोले- विकास के रास्ते में है मोदी सरकार

Lok Sabha Electio 2024 राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का हिस्सा बन चुकी राष्ट्रीय लोकदल ने भी चुनाव प्रचार की कमान संभाल ली है। संगठन के पदाधिकारी जगह रालोद और भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार कर रहे हैं। एनडीए में शामिल होने के पहले रालोद नेता विशेष रूप से मुस्लिम नेता किसानों के मुद्दों को लेकर भी पार्टी सरकार के रवैये का विरोध करती रही है।

By OM Bajpai Edited By: Abhishek Pandey Updated: Sun, 31 Mar 2024 12:08 PM (IST)
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NDA गठबंधन में शामिल होने के साथ ही बदल गए रालोद के मुस्लिम नेताओं के सुर
जागरण संवाददाता, मेरठ। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का हिस्सा बन चुकी राष्ट्रीय लोकदल ने भी चुनाव प्रचार की कमान संभाल ली है। संगठन के पदाधिकारी जगह रालोद और भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार कर रहे हैं।

एनडीए में शामिल होने के पहले रालोद नेता विशेष रूप से मुस्लिम नेता किसानों के मुद्दों को लेकर भी पार्टी सरकार के रवैये का विरोध करती रही है। मोदी सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते रहे हैं। गठबंधन होने के साथ ही उनके सुर बदल गए है। प्रस्तुत है ऐसे कुछ मुस्लिम नेताओं से बातचीत का विवरण-

सड़कों का जाल बिछा, आठ दिन मेंं मिल रहा पासपोर्ट

रालोद ने भाजपा के साथ गठबंधन किया है विलय नहीं। राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने स्पष्ट कहा है कि वह अल्पसंख्यकों के साथ खड़े हैं। किसानों, कामगारों और मुसलमानों के साथ किसी तरह का भेदभाव और जुल्म होता है तो वह सबसे पहले खड़े होंगे।

2009 में पूर्व केंद्रीय मंत्री अजित सिंह ने भाजपा से गठबंधन किया था। उस दौरान अनुराधा चौधरी ने मुजफ्फरनगर से चुनाव लड़ा था। सरधना में मुसलमानों ने उन्हें वोट दिया था। मोदी जी ने सबका साथ सबका विकास का नारा दिया है। इसे आगे रखते हुए वह अमल में लाते हैं।

कथित रूप से दक्षिण पंथी उपद्रव करने वालों पर नियंत्रण रखते हैं तो कोई दिक्कत नहीं है। मोदी सरकार की सबसे महत्वपूर्ण उपलब्धि सड़कों और एक्सप्रेस वे का निर्माण है। जिससे एक शहर से दूसरे शहर आवागमन आसान और कम समय में हो गया है।

उदाहरण के रूप में अगर आप नए पासपोर्ट के लिए आवेदन करें तो आठ दिन में आ जाता है वह भी बिना किसी झंझट के। आतंकी घटनाओं पर भी लगाम लगी है। मोदी की विदेश नीति जरूर मेरा मतभेद है। पड़ोसी देशों जैसे मालद्वीप से हमारे संबंध ठीक नहीं हो पा रहे हैं, हम कुछ ज्यादा एग्रेसिव हो रहे हैं। मोदी जी को मुसलमानों को विश्वास में लेने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए। मोब लिचिंग और गाय संबंधी प्रकरणों पर दोषियों के खिलाफ कड़े कदम उठाना चाहिए। सरकार को किसानों को एमएसपी देना चाहिए।

-एनुद्दीन शाह, राष्ट्रीय महासचिव, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ रालोद

मोदी सरकार में नही है कोई भेदभाव

मोदी सरकार की जो योजनाएं हैं चाहे वह गरीबों को राशन मिलने की हो या कोई और। इसमें कोई भेदभाव नहीं है, मुसलमान भी मुफ्त राशन ले रहे हैं और अन्य तबकों के लोग भी। इसी तरह एनआरसी जैसे मामलों को लेकर समाजवादी पार्टी और दूसरी पार्टियां मुसलमानों को डराती थी। भावावेश में वह सड़कों पर उतर आते थे, सरकारी संपत्ति का नुकसान होता था जिससे उन्हें मुकदमे झेलने पड़ते थे नेताओं को कुछ नहीं होता था। मुसलमान यह सब चालें समझ चुका है। जहां तक मोदी सरकार से मांगों की बात है तो सरकार बनने के बाद हम यह मांग करेंगे कि मदरसाें के छात्रों को भी देश की मुख्य धारा में शामिल करने के लिए विज्ञान, कंप्यूटर की शिक्षा उपलब्ध कराई जाए।

आतिर रिजवी, प्रदेश महामंत्री, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ, रालोद

मोदी सरकार मतलब सबका साथ सबका विकास

पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह किसानों और कामगारों के हितों के लिए आजीवन संघर्षशील रहे। मुस्लिम समाज के अधिकांश लोग किसान और कामगार के पेशे से जुड़े हैं। मोदी सरकार द्वारा चौधरी साहब को भारत रत्न मिलने से मुस्लिम समाज भी गदगद है। मोदी सरकार सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास की नीति पर चल रही है। इसलिए पार्टी से जुड़े मुसलमान एनडीए प्रत्याशी के समर्थन में जुटे हैं।

मतलूब गौड़, जिला अध्यक्ष मेरठ, रालोद

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