यूपी के एक गांव में 48 साल बाद बनेगा श्मशान जाने का रास्ता, अब रेलवे ट्रैक पार कर नहीं ले जानी पड़ेगी शवयात्रा
पांची गांव के श्मशान घाट तक जाने का रास्ता 48 साल बाद बनने जा रहा है। लोक निर्माण विभाग ने इस मार्ग को अपनी कार्ययोजना में शामिल कर लिया है। ग्रामीणों में खुशी की लहर है। पांची का श्मशान घाट मेरठ-खुर्जा रेलवे ट्रैक के पास है। वर्षों से श्मशान घाट का रास्ता बंद था। इस रास्ते पर ग्रामीणों ने कब्जा कर रखा था।
संवाद सूत्र, खरखौदा। गांव पांची में श्मशान घाट को कब्जा मुक्त कराने, वहां तक जाने का रास्ता मिलने के बाद इस मार्ग के पक्का बनने की उम्मीद जगी है। लोक निर्माण विभाग ने इस मार्ग को अपनी कार्ययोजना में शामिल कर लिया है। 48 साल बाद ग्रामीण श्मशान तक जाने का रास्ता बनने को लेकर खुश है।
पांची का श्मशान घाट मेरठ-खुर्जा रेलवे ट्रैक के पास है। वर्षों से श्मशान घाट का रास्ता बंद था। इस रास्ते पर ग्रामीणों ने कब्जा कर रखा था। इतना ही नहीं श्मशान की काफी जमीन पर भी कुछ लोगों ने कब्जा कर लिया था। इस कारण ग्रामीण शवयात्रा श्मशान तक रेलवे ट्रैक पार कर ले जाते थे।
वंदे भारत ट्रेन का संचालन शुरू होने पर रेलवे ने ट्रैक पर ग्रामीणों का आवागमन सख्ती से बंद कर दिया। इससे ग्रामीणों को श्मशान जाने में दिक्कत होने लगी थी। गांव निवासी हिमांशु त्यागी ने जिला प्रशासन में पूरे मामले की शिकायत की थी।
रास्ते को कराया कब्जा मुक्त
डीएम ने इस पर गंभीर रुख अख्तियार कर कानूनगो, लेखपाल समेत अधिकारियों की टीम बनाकर श्मशान व उस तक जाने वाले मार्ग की नापतौल करने का आदेश दिया। राजस्व टीम ने श्मशान व उसकी ओर जाने वाले रास्ते को कब्जा मुक्त कराया। खंड विकास अधिकारी ने इस मार्ग पर बरसात बाद मिट्टी डालने की संस्तुति की है।
लोक निर्माण विभाग ने भी इस रास्ते का पक्का निर्माण करने को अपनी कार्य योजना में शामिल कर लिया है। ग्राम प्रधान पूनम त्यागी, सुधीर त्यागी, मोनू त्यागी, वीर सिंह सैनी, अमित त्यागी, करण त्यागी, नीरज त्यागी, सचिन त्यागी, हनी त्यागी, अक्षय कोरी, मानू त्यागी ने हर्ष व्यक्त किया है।
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