मेरठ में तेज रफ्तार दौड़ती रोडवेज बस से कंडक्टर ने दिया दारोगा के बेटे को धक्का; सड़क पर गिरा और बुझ गया घर का चिराग
Meerut News दोस्त के साथ गए दारोगा का बेटा दिल्ली जल बोर्ड में नौकरी करता था और गाजियाबाद डिपो की बस से लौट रहा था। निर्धारित रूट पर बस न ले जाने का विरोध करने पर हुई कहासुनी के बाद परिचालक ने चलती बस से उसे धक्का दे दिया। तीन बहनों का अकेला भाई था मृतक। चालक-दो परिचालक पुलिस ने गिरफ्तार किए हैं।
जागरण संवाददाता, मेरठ। रोडवेज बस के परिचालक ने दारोगा के बेटे को चलती बस से धक्का दे दिया। सड़क पर सिर लगने से युवक की मौके पर ही मौत हो गई। युवक ने बस को निर्धारित रूट पर न ले जाने का विरोध किया था। इस पर परिचालक से युवक का विवाद हुआ था। मृतक तीन बहनों का इकलौता भाई था। पुलिस ने चालक-परिचालक के अलावा एक अन्य बस के परिचालक को भी गिरफ्तार कर लिया है।
जुगेंद्र सिंह यादव यूपी पुलिस में उपनिरीक्षक हैं। 23 वर्षीय बेटा प्रशांत यादव दिल्ली जल बोर्ड में नौकरी करता था और प्रतिदिन घर से ही आना-जाना करता था। रविवार को वह अपने दोस्त अनीश पोशवाल के साथ गया था। रात को दोनों गाजियाबाद डिपो की बस से वापस आ रहे थे।
सड़क पर सिर लगने से मौत
आरोप है कि चालक ने निर्धारित रूट से बस न लाकर दिल्ली-दून हाईवे से बागपत रोड पर मोड़ दी। प्रशांत व अनीश ने विरोध किया। जिसको लेकर परिचालक से कहासुनी हो गई। आरोप है कि कहासुनी के बाद परिचालक अखिलेश ने प्रशांत को चलती बस से धक्का दे दिया। सड़क पर सिर लगने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
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पुलिस ने परिचालक को किया गिरफ्तार
पुलिस ने बस को रुकवाकर चालक जितेंद्र, मैनपुरी के परिचालक अखिलेश और एक अन्य बस के कन्नौज के परिचालक नाहर को गिरफ्तार कर लिया। नाहर भी बस में सवार था।
थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि पीड़ित स्वजन की तहरीर पर तीनों आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।