RSS करने जा रहा सबसे बड़ा बदलाव, मेरठ में होगी यह घोषणा
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ समय-समय पर मंथन कर खुद की कार्यप्रणाली में बदलाव करता रहा है। ऐसा ही एक बड़ा बदलाव होने जा रहा है। इसकी घोषणा के लिए मेरठ को चुना गया है।
By Ashu SinghEdited By: Updated: Sat, 02 Feb 2019 11:03 AM (IST)
मेरठ, [संदीप शर्मा]। हाफ निकर को फुल पैंट में तब्दील करने के बाद आरएसएस खुद में सबसे बड़ा बदलाव करने जा रहा है। संघ ने इसकी घोषणा के लिए मेरठ को चुना है। संघ अपने सेवा कार्यों की संख्या 25 से 161 करेगा। 8 से 10 फरवरी तक विद्या नॉलेज पार्क में होने वाले शिविर में संघ प्रमुख इसके बारे में औपचारिक रूप से बताएंगे। शुक्रवार देर रात संघ ने नागपुर में अपनी इस योजना को अंतिम रूप दिया है।
इन क्षेत्रों में कर रहे काम
आरएसएस शिक्षा, स्वास्थ्य, सेवा, स्वच्छता, महिला सुरक्षा और सशक्तीकरण जैसे क्षेत्रों में काम कर रहा है, लेकिन अब इन विषयों के साथ ही मंदिरों में सफाई, भिखारियों को रोजगार संबंधी ट्रेनिंग, योग-ध्यान शिविर जैसे कार्य शामिल हैं।
कचरा बीनने वाले बच्चों को भोजन कराएगा संघ
कूड़ा-कचरा बीनने वाले बच्चों को नहलाकर कपड़े देने व भोजन कराने की व्यवस्था की गई है। पुरानी पुस्तकें जरूरतमंद बच्चे एकत्र कर पहुंचाना, गरीब बच्चों के लिए घर पर ट्यूशन की व्यवस्था, कॅरियर काउंसिलिंग कर शिक्षा के क्षेत्र को विस्तार दिया गया है।
हर शाखा को स्वेच्छा से चुनेगी सेवा
देशभर में फैली संघ शाखाएं 161 सेवा कार्यों में से किन्हीं एक या दो सेवा कार्यों को चुन सकती हैं। कौनसी शाखा किस प्रकार का सेवा कार्य कर रही है? इसकी रिपोर्ट प्रांत, क्षेत्र से होते हुए संघ मुख्यालय नागपुर भेजी जाएगी। सेवा कार्य में शाखा को सप्ताह भर में कम से कम एक दिन देना होगा। हर शाखा क्षेत्र में सेवा करने के साथ ही आंकड़े जुटाते हुए शोध करेगी।
बुद्धिजीवियों ने दो साल में दी रिपोर्ट
सेवा कार्यों के क्षेत्र में विस्तार देने का काम संघ मुख्यालय नागपुर में एक विशेषज्ञ टीम कर रही थी। इसमें डॉक्टर, इंजीनियर, वकील, वैज्ञानिक, समाजसेवी, अर्थशास्त्री सहित विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले विशेषज्ञ शामिल थे। दो वर्ष तक दुनियाभर के सामाजिक संगठनों के कार्यों, विभिन्न वर्गों (दिव्यांग, अशिक्षित, बेरोजगार, बेसहारा) पर हुए शोध, भारत भर से मांगे गए सुझाव आदि को शामिल करते हुए कुल 161 सेवा कार्य हैं।
परिवार, पर्यावरण व परिश्रम सब ऐजेंडे में
मेरठ के प्रांत प्रचार प्रमुख अजय मित्तल ने बताया कि संघ ने अपने सेवा कार्यों की सूची को भव्य ढंग से विस्तार दिया है। सेवा कार्यो की संख्या 25 से 161 करने का निर्णय नागपुर में लिया गया है। इसमें रोजाना टूटते परिवार में प्यार बढ़ाने के टिप्स भी संघ देगा। बच्चों को प्यार, बड़ों का सम्मान, महिलाओं से बात करने का तरीका जैसे संस्कार परक कार्य भी संघ चलाने जा रहा है। पंछी, पेड़, जल, वायु, जैविक खेती, किसान, जवान सब क्षेत्रों में संघ अपना विस्तार बढ़ाएगा। इसके लिए हर क्षेत्र में बाकायदा विशेषज्ञों से ट्रेनिंग भी दिलाई जाएगी। यातायात, नेत्रदान, देह दान, गोसेवा, वृद्ध सेवा, नागरिक सेवा के लिए अलग से कैंप लगाए जाएंगे।
अस्पताल के बाहर स्वयंसेवक कहेंगे ‘मे आइ हेल्प यू’
बड़े अस्पतालों के बाहर मरीजों के तीमारदारों से संघ के कार्यकर्ता मदद की पेशकश करेंगे। इसके तहत ‘मे आइ हेल्प यू’ कैंप लगाए जाएंगे। इसमें दवाई, भोजन, रुकने की व्यवस्था आदि शामिल है। ‘उपचार से परहेज ही बेहतर है’ की नीति पर चलते हुए स्वयंसेवक लोगों को तेज मीठे, तैलीय भोजन, फास्ट फूड से होने के वाले नुकसान से भी चेताएंगे। इसके लिए स्वयंसेवकों को आरोग्य मित्र के रूप में प्रशिक्षित किया जाएगा।
स्वयंसेवकों में जोश भरेंगे मोहन भागवत
संघ प्रमुख मोहन भागवत स्वयंसेवकों में उत्साह भरने के लिए मेरठ आएंगे। इसकी जानकारी आरएसएस के प्रांत प्रचार प्रमुख अजय मित्तल ने विद्या नॉलेज पार्क में हुई प्रेसवार्ता में दी। इस दौरान क्षेत्र संघचालक सूर्य प्रकाश टोंक ने बताया कि आठ से 10 फरवरी तक विद्या नॉलेज पार्क में चलने वाले शिविर में चार हजार स्वयंसेवक जुटेंगे। इस दौरान संघ प्रमुख के साथ ही दो अन्य अखिल भारतीय स्तर के पदाधिकारी प्रचार प्रमुख सुरेश चंद्र, सह सेवा प्रमुख राजकुमार मटाले भी मौजूद रहेंगे। शिविर में सामाजिक समरसता, सद्भाव पर्यावरण और जल संरक्षण जैसे विषयों पर स्वयंसेवकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रेसवार्ता में प्रांत कार्यवाह फूल सिंह भी मौजूद रहे।
भागवत 10 फरवरी को करेंगे संबोधित
संघ प्रमुख मोहन भागवत मेरठ में होने वाले तीन दिवसीय शिविर में 10 फरवरी को संबोधित करेंगे। 8 फरवरी को वह गाजियाबाद आ जाएंगे, जहां वे नौ फरवरी को भी रहेंगे। 10 फरवरी की सुबह मेरठ पहुंचकर शिविर को संबोधित करेंगे। इसके बाद वह गाजियाबाद चले जाएंगे, जहां वह 11 तक रहेंगे।
इन क्षेत्रों में कर रहे काम
आरएसएस शिक्षा, स्वास्थ्य, सेवा, स्वच्छता, महिला सुरक्षा और सशक्तीकरण जैसे क्षेत्रों में काम कर रहा है, लेकिन अब इन विषयों के साथ ही मंदिरों में सफाई, भिखारियों को रोजगार संबंधी ट्रेनिंग, योग-ध्यान शिविर जैसे कार्य शामिल हैं।
कचरा बीनने वाले बच्चों को भोजन कराएगा संघ
कूड़ा-कचरा बीनने वाले बच्चों को नहलाकर कपड़े देने व भोजन कराने की व्यवस्था की गई है। पुरानी पुस्तकें जरूरतमंद बच्चे एकत्र कर पहुंचाना, गरीब बच्चों के लिए घर पर ट्यूशन की व्यवस्था, कॅरियर काउंसिलिंग कर शिक्षा के क्षेत्र को विस्तार दिया गया है।
हर शाखा को स्वेच्छा से चुनेगी सेवा
देशभर में फैली संघ शाखाएं 161 सेवा कार्यों में से किन्हीं एक या दो सेवा कार्यों को चुन सकती हैं। कौनसी शाखा किस प्रकार का सेवा कार्य कर रही है? इसकी रिपोर्ट प्रांत, क्षेत्र से होते हुए संघ मुख्यालय नागपुर भेजी जाएगी। सेवा कार्य में शाखा को सप्ताह भर में कम से कम एक दिन देना होगा। हर शाखा क्षेत्र में सेवा करने के साथ ही आंकड़े जुटाते हुए शोध करेगी।
बुद्धिजीवियों ने दो साल में दी रिपोर्ट
सेवा कार्यों के क्षेत्र में विस्तार देने का काम संघ मुख्यालय नागपुर में एक विशेषज्ञ टीम कर रही थी। इसमें डॉक्टर, इंजीनियर, वकील, वैज्ञानिक, समाजसेवी, अर्थशास्त्री सहित विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले विशेषज्ञ शामिल थे। दो वर्ष तक दुनियाभर के सामाजिक संगठनों के कार्यों, विभिन्न वर्गों (दिव्यांग, अशिक्षित, बेरोजगार, बेसहारा) पर हुए शोध, भारत भर से मांगे गए सुझाव आदि को शामिल करते हुए कुल 161 सेवा कार्य हैं।
परिवार, पर्यावरण व परिश्रम सब ऐजेंडे में
मेरठ के प्रांत प्रचार प्रमुख अजय मित्तल ने बताया कि संघ ने अपने सेवा कार्यों की सूची को भव्य ढंग से विस्तार दिया है। सेवा कार्यो की संख्या 25 से 161 करने का निर्णय नागपुर में लिया गया है। इसमें रोजाना टूटते परिवार में प्यार बढ़ाने के टिप्स भी संघ देगा। बच्चों को प्यार, बड़ों का सम्मान, महिलाओं से बात करने का तरीका जैसे संस्कार परक कार्य भी संघ चलाने जा रहा है। पंछी, पेड़, जल, वायु, जैविक खेती, किसान, जवान सब क्षेत्रों में संघ अपना विस्तार बढ़ाएगा। इसके लिए हर क्षेत्र में बाकायदा विशेषज्ञों से ट्रेनिंग भी दिलाई जाएगी। यातायात, नेत्रदान, देह दान, गोसेवा, वृद्ध सेवा, नागरिक सेवा के लिए अलग से कैंप लगाए जाएंगे।
अस्पताल के बाहर स्वयंसेवक कहेंगे ‘मे आइ हेल्प यू’
बड़े अस्पतालों के बाहर मरीजों के तीमारदारों से संघ के कार्यकर्ता मदद की पेशकश करेंगे। इसके तहत ‘मे आइ हेल्प यू’ कैंप लगाए जाएंगे। इसमें दवाई, भोजन, रुकने की व्यवस्था आदि शामिल है। ‘उपचार से परहेज ही बेहतर है’ की नीति पर चलते हुए स्वयंसेवक लोगों को तेज मीठे, तैलीय भोजन, फास्ट फूड से होने के वाले नुकसान से भी चेताएंगे। इसके लिए स्वयंसेवकों को आरोग्य मित्र के रूप में प्रशिक्षित किया जाएगा।
स्वयंसेवकों में जोश भरेंगे मोहन भागवत
संघ प्रमुख मोहन भागवत स्वयंसेवकों में उत्साह भरने के लिए मेरठ आएंगे। इसकी जानकारी आरएसएस के प्रांत प्रचार प्रमुख अजय मित्तल ने विद्या नॉलेज पार्क में हुई प्रेसवार्ता में दी। इस दौरान क्षेत्र संघचालक सूर्य प्रकाश टोंक ने बताया कि आठ से 10 फरवरी तक विद्या नॉलेज पार्क में चलने वाले शिविर में चार हजार स्वयंसेवक जुटेंगे। इस दौरान संघ प्रमुख के साथ ही दो अन्य अखिल भारतीय स्तर के पदाधिकारी प्रचार प्रमुख सुरेश चंद्र, सह सेवा प्रमुख राजकुमार मटाले भी मौजूद रहेंगे। शिविर में सामाजिक समरसता, सद्भाव पर्यावरण और जल संरक्षण जैसे विषयों पर स्वयंसेवकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रेसवार्ता में प्रांत कार्यवाह फूल सिंह भी मौजूद रहे।
भागवत 10 फरवरी को करेंगे संबोधित
संघ प्रमुख मोहन भागवत मेरठ में होने वाले तीन दिवसीय शिविर में 10 फरवरी को संबोधित करेंगे। 8 फरवरी को वह गाजियाबाद आ जाएंगे, जहां वे नौ फरवरी को भी रहेंगे। 10 फरवरी की सुबह मेरठ पहुंचकर शिविर को संबोधित करेंगे। इसके बाद वह गाजियाबाद चले जाएंगे, जहां वह 11 तक रहेंगे।
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