Sardhana Church Meerut: सरधना के चर्च महोत्सव में प्रार्थना में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने लिया भाग
Sardhana Church Meerut मेरठ में सरधना में रविवार को चर्च में पवित्र मिस्सा बलिदान प्रार्थना में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। इस दौरान फादर ने श्रद्धालुओं को आशीर्वाद भी दिया। इस दौरान मेरठ बिजनौर पंजाब सहित कई जगह से बिशप और फादर मौजूद रहे।
मेरठ, जागरण संवाददाता। Sardhana Church Meerut मेरठ के सरधना में ऐतिहासिक चर्च में रविवार सुबह कृपाओं के माता के महोत्सव पर पवित्र मिस्सा बलिदान की प्रार्थना हुई। महा धर्माध्यक्ष ने बताया कि यह 64वीं तीर्थयात्रा है। इस दौरान भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। वहीं, फादर श्रद्धालुओं को आशिष प्रदान करते रहे।
प्रार्थना का आयोजन
बता दें कि चर्च परिसर में शनिवार रात से ही श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़नी शुरू हो गई थी। रविवार को मिस्सा बलिदान की प्रार्थना के दौरान ईसाई समुदाय के श्रद्धालु क्रास लेकर पहुंचे। इसके बाद स्वागत कर आगरा महाप्रांत के महाधर्माध्यक्ष आल्बर्ट डिसूजा ने प्रार्थना में कहा कि हे सर्वशक्तिमान ईश्वर हमारे पाप स्वीकार करें। उन्होंने पवित्र बाइबल की अर्चना कर प्रार्थना की। साथ ही माता मरियम व प्रभु यीशु के बारे में बताया। इस बीच भजनों का सिलसिला भी जारी रहा।
पावन मरियम के संग आज हम।
करते प्रभु तेरा सुमिरन।।
हे प्रभु हम पर दया करो।
हे खीस्त हम पर दया करो।।
महिमा महिमा ईश महिमा स्वर्ग में होवे।
शांति भू पर छाये, शांति सब जन पायें।।
वचन तुम्हारे सदा ही सत्यम।
बनाया संसार सुन्दरम्।।
श्रद्धालुओं की कतार
इस दौरान मेरठ, बिजनौर, पंजाब सहित कई जगह से बिशप व फादर मौजूद रहे। गिरजाघर में फादर का आशिष लेने के लिए चर्च के गेट तक लगी श्रद्धालुओं की कतार। प्रार्थना के दौरान और उसके बाद में फादर से आशिष लेने के लिए श्रद्धालुओं की गिरजाघर से लेकर चर्च के मुख्य गेट तक श्रद्धालुओं की लंबी कतार लग गई। इस दौरान हर कोई श्रद्धालु भक्ति में लीन दिखाई दिया।
रविवार को एनसीआर से भी पहुंचे श्रद्धालु
शनिवार रात तक जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड व राजस्थान सहित कई राज्यों से श्रद्धालु चर्च में पहुंच गए थे। रविवार सुबह श्रद्धालु एनसीआर से भी पहुंच गए। हालांकि, श्रद्धालुओं की भीड़ अधिक होने के चलते तहसील रोड पर जाम लग गया और कार व बसों की लंबी लाइन लग गई। इसके अलावा कुछ जगह पार्किंग स्थल में वाहनों को खड़े करने की जगह भी नहीं मिली।
यह भी पढ़ें : Sardhana Church Meerut: सरधना के ऐतिहासिक चर्च में हुई प्रार्थना, महोत्सव में कई राज्यों के श्रद्धालु पहुंचे