कल से खुलेंगे शाकंभरी मंदिर के कपाट, श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए लेना होगा टोकन, जाने कैसी है व्यवस्था Sahaharnpur News
कोरोना के कारण 22 मार्च को मंदिर के कपाट बंद होने के कारण हर दिन मां के जयकारों से गूंजने वाली शिवालिक घाटी में सन्नाटा पसर गया था। आदेश पर सोमवार से धार्मिक स्थल खुल रहे हैं।
By Prem BhattEdited By: Updated: Sun, 07 Jun 2020 10:27 PM (IST)
सहारनपुर, जेएनएन। 78 दिन के लाकडाउन के बाद शिवालिक घाटी माता श्री शाकंभरी देवी के जयकारों से गूंजनी शुरू हो जाएगी। सोमवार से श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए सिद्धपीठ श्री शाकंभरी देवी मंदिर के कपाट खोल दिए जाएंगे। सरकार द्वारा निर्धारित गाइडलाइन के मुताबिक मंदिर व्यवस्थापक राणा परिवार ने शाम तक सभी व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दे दिया था। एसडीएम दीप्ति देव यादव व सीओ विजयपाल सिंह ने भी सिद्धपीठ परिक्षेत्र में तमाम व्यवस्थाओं का जायजा लिया और दर्शन से लेकर पार्किंग की व्यवस्था देखी।
सरकार के गाइडलाइन पर खुलेगा मंदिर कोरोना महामारी के कारण 22 मार्च को मंदिर के कपाट बंद होने के कारण हर दिन मां के जयकारों से गूंजने वाली शिवालिक घाटी में सन्नाटा पसर गया था। सरकार के आदेश पर सोमवार से धार्मिक स्थल खुल रहे हैं। इसी के चलते पिछले दो दिनों से सिद्धपीठ श्री शाकंभरी देवी में गाइडलाइन के अनुसार व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दिया जा रहा है। माता का प्रतिदिन का श्रृंगार एवं पूजन होने के बाद मंदिर के कपाट सुबह 5 बजे खुलेंगे।
फुलों और गुब्बारों से सजेगा मंदिर
5:30 बजे तक मंगल आरती होगी और सायं कालीन आरती का समय 7:15 से 8 बजे तक निर्धारित किया गया है। आरती के समय दर्शन नहीं होंगे। दर्शन से पूर्व प्रत्येक श्रद्धालु को टोकन लेना पडेगा। श्रद्धालुओं की थर्मल स्क्रीनिंग होगी। मंदिर के मुख्यद्वार पर दोनों और पैडल चालित सैनिटाइजर मशीन से श्रद्धालु हाथ सैनिटाइज कराए जाएंगे। एक बार में मंदिर में 5 श्रद्धालु ही प्रवेश कर सकेंगे। मंदिर में केवल माता के दर्शन हो सकेंगे, प्रसाद वितरण नहीं होगा। मंदिर को फूलों व गुब्बारों से सजाया जा रहा है।
एसडीएम व सीओ ने देखी व्यवस्थाएं एसडीएम, सीओ व एसओ मिर्जापुर विरेशपाल गिरी अपराह्न में शाकंभरी पहुंचे। राणा आदित्य प्रताप सिंह ने उन्हें बताया कि परिसर को पूरी तरह से सैनिटाइज किया गया है। बाहर दुकानों में भी छिड़काव किया गया है। यह कार्य प्रतिदिन कपाट खुलने से पूर्व किया जाएगा। अधिकारियों ने मुख्यद्वार से मंदिर परिसर की तमाम व्यवस्थाओं को देखने के बाद बाहर टोकन काउंटर व एनाउंसमेंट कंट्रोल तथा पार्किंग स्थल भी देखे। बड़े वाहन रैन बसेरे से पहले ही रोके जाएंगे तथा दुपहिया वाहन के लिये शंकराचार्य आश्रम के सामने पार्किंग की व्यवस्था रहेगी। राणा आदित्य प्रताप सिंह ने बताया कि उन्होंने परिक्षेत्र में 4 धर्मशालाओं सैनिटाइज करा दिया है, ताकि दर्शन की प्रतीक्षा करने वाले श्रद्धालु धर्मशालाओं में आराम कर सकें।
सिद्धपीठ परिक्षेत्र में आइसोलेशन की भी व्यवस्था एसडीएम ने सिद्धपीठ परिक्षेत्र में एहतियात के तौर पर आइसोलेशन की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए हैं। राणा आदित्य प्रताप ने कहा कि एक धर्मशाला में हॉल को आइसोलेशन के लिये तैयार करा दिया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि चिकित्सक की भी व्यवस्था की जा रही है। ताकि आवश्यकता पडऩे पर श्रद्धालु को स्वास्थ्य सेवा मिल सके।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।