ये कैसी लेटलतीफी..आधी रात को मेरठ पहुंच रही शटल
दैनिक यात्रियों की लाइफलाइन शटल अब परेशानी का सबब बन गई है। यह आधी रात के समय मेरठ पहुंच रही है। हालांकि पिछले दिनों इसकी चाल कुछ सुधरी थी, लेकिन एक बार फिर यह ट्रेन रात को 10-12 बजे के बीच मेरठ कैंट स्टेशन पहुंच रही है।
मेरठ । दैनिक यात्रियों की लाइफलाइन शटल अब परेशानी का सबब बन गई है। यह आधी रात के समय मेरठ पहुंच रही है। हालांकि पिछले दिनों इसकी चाल कुछ सुधरी थी, लेकिन एक बार फिर यह ट्रेन रात को 10-12 बजे के बीच मेरठ कैंट स्टेशन पहुंच रही है। जबकि सुबह मेरठ से रेवाड़ी चलने का समय 6.45 और रात में रेवाड़ी से मेरठ पहुंचने का समय 8.19 बजे का है।
मेरठ कैंट से रेवाड़ी के बीच चलने वाली शटल से रोजाना हजारों दैनिक यात्री सफर करते हैं। कई साल से इस ट्रेन का संचालन किया जा रहा है। अब इसकी चाल कुछ गड़बड़ा रही है। इसके चलते ही ट्रेन से सफर करने वाले यात्रियों को रात 12 बजे आना और सुबह 6.45 बजे जाना मुश्किल हो रहा है। रात 12 बजे के बाद आने से इसकी मेंटीनेंस समय से न हो पाने के कारण सुबह भी ट्रेन 15 से 30 मिनट तक लेट हो जाती है। क्योंकि मेंटीनेंस के लिए भी कम से कम छह घंटे चाहिए।
रैक की वजह से परेशानी
रेवाड़ी से मेरठ के बीच चलने वाली शटल को कई और स्थानों पर भी भेजा जाता है। यह ट्रेन मेरठ से रेवाड़ी पहुंचने के बाद दिल्ली आती है। वहां से रोहतक जाती है और इसके बाद शामली रूट पर भी इसका संचालन किया जाता है। इस कारण ही इस ट्रेन की लेटलतीफी बढ़ती जा रही है।
कोच भी कर दिए कम
शटल में आमतौर पर पहले 20 कोच थे, लेकिन अब इसमें कोच की संख्या 16-17 रह गई है। इस कारण भी यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ रही है। पिछले दिनों इस मामले को भी दैनिक यात्रियों ने उठाया था, लेकिन कोई हल नहीं निकल सका था।
राइट टाइम संगम, नौचंदी, राज्यरानी लेट
प्रयागराज से चलकर मेरठ को आने वाली संगम और नौचंदी की लेटलतीफी से यात्री परेशान हो गए हैं। इसी क्रम में लखनऊ से मेरठ आने वाली राज्यरानी एक्सप्रेस भी लेट हो रही है। हालांकि बुधवार को प्रयागराज से चलकर वाया कानपुर, सिटी स्टेशन आने वाली संगम एक्सप्रेस ने यात्रियों को चौंका दिया। यह ट्रेन अपने तय समय पर सुबह 6.25 बजे सिटी स्टेशन पहुंची। इसके अलावा वाया लखनऊ होकर सिटी स्टेशन आने वाली नौचंदी एक्सप्रेस अपने तय समय से दो घंटे 58 मिनट की देरी से सुबह 10.08 बजे सिटी स्टेशन पहुंची। वहीं लखनऊ से मेरठ आने वाली राज्यरानी भी बुधवार रात को तीन घंटे की देरी से चल रही थी। पिछले दिनों की लेटलतीफी का ग्राफ (रेवाड़ी से आने पर)
26 नवंबर - तीन घंटे से अधिक
25 नवंबर - दो घंटे
24 नवंबर - एक घंटे से अधिक
22 नवंबर - चार घंटे से अधिक
20 नवंबर - तीन घंटे से अधिक
19 नवंबर - डेढ़ घंटे से अधिक इन्होंने कहा--
कई बार इस मामले को उठाया है, लेकिन कोई हल नहीं निकला है। इससे दैनिक यात्रियों को सबसे अधिक परेशानी होती है।
दीपक खुराना, अध्यक्ष, दैनिक यात्री संघ सुबह के समय तो कम से कम ट्रेन समय पर चलनी चाहिए। वहीं रात को भी ट्रेन को समय पर आना चाहिए, जिससे हम नौकरीपेशा लोगों को राहत मिल सके।
वैभव, दैनिक यात्री इन्होंने कहा-
इस मामले में रेल मंत्री से मिलकर बात करूंगा। सिटी स्टेशन से संगम, नौचंदी, शटल ट्रेनों के लेटलतीफी की रिपोर्ट ली जाएगी। लोकसभा का सत्र 11 दिसंबर को शुरू होने वाला है। इसमें विस्तार से रेल मंत्री से बताया जाएगा।
राजेंद्र अग्रवाल, सांसद, मेरठ-हापुड़ लोकसभा