Sushila Jaswant Rai Hospital dispute: मेरठ में डा. मलय शर्मा पर धोखाधड़ी का मुकदमा, जानिए पूरा मामला
जसवंत राय चूड़ामणि ट्रस्ट के सोसाइटी के चेयरमैन डाक्टर अशोक गुप्ता की तरफ से डा. मलय शर्मा व उनके स्वजनों के खिलाफ FIR दर्ज कराई है। आरोप है कि अस्पताल की पूर्व चेयरपर्सन शीला गुप्ता ने अस्पताल को गोपनीय तरीके से डा. मलय को किराए पर दिया था
मेरठ, जेएनएन। सुशीला जसवंत राय अस्पताल को किराए पर देने का विवाद गहरा गया है। जसवंत राय चूड़ामणि ट्रस्ट के सोसाइटी के चेयरमैन डाक्टर अशोक गुप्ता की तरफ से सिविल लाइन थाने डा. मलय शर्मा व उनके स्वजनों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई है। आरोप है कि अस्पताल की पूर्व चेयरपर्सन शीला गुप्ता ने छह साल पहले अस्पताल को गोपनीय तरीके से डा. मलय को किराए पर दिया था और डा. मलय ने अपने परिवार के साथ मिलकर षडय़ंत्र किया है।
यह हैं आरोप
जसवंत राय चूड़ामणि ट्रस्ट सोसाइटी के चेयरमैन अशोक गुप्ता ने आरोप लगाया कि शीला गुप्ता ने 2014 में ट्रस्ट के सदस्यों को बिना बताए चोरी छिपे डा. मलय और उनके रिश्तेदारों को अस्पताल किराए पर दे दिया। इसका राजफाश तब हुआ जब डा. मलय की ओर से सिविल कोर्ट में केस फाइल करने पर बाकी सदस्यों को इसकी जानकारी मिली। आरोप है कि किराएनामे में रकम भी स्पष्ट नहीं की गई है, जबकि इस पर कब्जा हमारा है। उसके बाद भी डा. मलय हमारे अस्पताल पर अपना हक जता रहे हैं। अशोक गुप्ता ने एफआइआर में दर्ज कराया है कि इस षडय़ंत्र में डा. मलय के साथ, उनकी पत्नी डा. मृदुला शर्मा, बेटी श्रेया शर्मा, शीला गुप्ता और ब्रह्मदत्त शर्मा भी शामिल है।
पुराने मुकदमे में समझौते के लिए क्रॉस एफआइआर
डा. मलय शर्मा का कहना है कि सात साल से वह सुशीला जसवंत राय अस्पताल का किराया दे रहे हैं। चेयरमैन अशोक गुप्ता लगातार किराए की बैंलेस सीट पर हस्ताक्षर भी करते हैं, यानी उनकी जानकारी में पूरा मामला पहले से ही है। साथ ही हम इनकी बोर्ड मैनेजमेंट कमेटी के सदस्य भी है। इसलिए यह आरोप निराधार हैं। एक निदेशक के इशारे पर ही यह सब षडय़ंत्र रचा जा रहा है। अशोक गुप्ता के खिलाफ फर्जी हस्ताक्षर मामले में शीला गुप्ता ने पहले ही कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज करा चुकी हैं। उसी मुकदमे में समझौता के लिए क्रास एफआइआर दर्ज कराई गई है।