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'DNA का पूरा नाम बताओ, क्राइम सीन से कैसे जुटाते हैं साक्ष्य', जब यूपी पुलिस से पूछे गए ये सवाल

मेरठ में आयोजित 67वीं अंतरजनपदीय वैज्ञानिक अनुसंधान एवं पुलिस फोटोग्राफी प्रतियोगिता में पुलिसकर्मियों से डीएनए क्राइम सीन जांच और अन्य फॉरेंसिक विज्ञान से जुड़े सवाल पूछे गए। डीएनए का पूरा नाम पूछा गया। प्रतियोगिता में 38 प्रतिभागियों ने भाग लिया जिनमें इंस्पेक्टर दारोगा हेड कांस्टेबल और सिपाही शामिल थे। प्रतियोगिता के अंतिम दिन रिजल्ट की घोषणा होगी ।

By sushil kumar Edited By: Aysha Sheikh Updated: Fri, 18 Oct 2024 01:54 PM (IST)
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यूपी पुलिस की वर्दी में सिपाही - प्रतीकात्मक तस्वीर।

जागरण संवाददाता, मेरठ। डीएनए का पूरा नाम बताओ। क्राइमसीन से साक्ष्य कैसे जुटाया जाता है...? गुरुवार को पुलिस लाइन में आयोजित 67वीं अंतरजनपदीय वैज्ञानिक अनुसंधान एवं पुलिस फोटोग्राफी प्रतियोगिता में इसी प्रकार के सवाल पुलिसकर्मियों से पूछे गए।

प्रतियोगिता में पुलिसकर्मियों की लिखित तौर पर पांच परीक्षाएं कराई गईं। प्रत्येक परीक्षा का पेपर 50 अंकों का रखा गया। तीन दिन तक चलने वाली प्रतियोगिता में अंतिम दिन रिजल्ट की घोषणा होगी। डीएनए का पूरा नाम डीआक्सीराइबो न्यूक्लिक एसिड है।

प्रतियोगिता में शामिल हुए 38 प्रतिभागी

गुरुवार को 67वीं अंतरजनपदीय वैज्ञानिक अनुसंधान एवं पुलिस फोटोग्राफी प्रतियोगिता का शुभारंभ एसएसपी डा. विपिन ताडा ने किया। प्रतियोगिता में मेरठ, सहारनपुर, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, बुलन्दशहर, बागपत, शामली, हापुड़ और मुजफ्फरनगर से आए कुल-38 प्रतिभागियों ने भाग लिया।

इनमें छह इंस्पेक्टर, 15 दारोगा, आठ हेडकांस्टेबल और नौ सिपाही शामिल रहे। सभी की लिखित में विधि विज्ञान, मौखिक तौर पर मेडिकोलीगल, अंगुल चिह्न प्रयोगात्मक साक्ष्य की पैंकिग, लेबलिंग एवं फारवर्डिंग, क्राइम इन्वेस्टीगेशन, क्रिमिनल लाज, रूल्स एंड प्रोसिजर्स एंड कोर्ट जजमेंट की लिखित परीक्षा कराई गई। निरीक्षण घटना स्थल, हुलिया बयान, पुलिस, प्रोफेशनल फोटोग्राफी में सभी ने प्रतिभाग किया गया।

प्रतियोगिता में डा. राजेंद्र सिंह उप निदेशक विधि विज्ञान प्रयोगशाला निवाड़ी गाजियाबाद, वैज्ञानिक अधिकारी अरविंद यादव, रमेश सिंह लोधी और नरेश सिंह शामिल रहे। एसपी क्राइम अवनीश कुमार और एसपी यातायात राघवेंद्र मिश्र व फोरेंसिक टीम के प्रभारी अवनीश कुमार मौजूद रहे।

व्यवस्था बनाने में पुलिस नाकाम, दिल्ली रोड पर लगा भयंकर जाम

मेरठ : वाल्मीकि जयंती की शोभायात्रा को लेकर गुरुवार को पुलिस व्यवस्था बनाने में पूरी तरह नाकाम रही। नतीजा रहा कि बेगमपुल से लेकर फुटबाल चौक पर भयंकर जाम लगा रहा। आमजन को दिल्ली रोड से निकलने में बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा है। इसके अलावा मेरठ-हापुड़ रेलवे लाइन पर मरम्मत कार्य शुरू होने के चलते खरखौदा-मोहिउद्दीनपुर पर वाहनों को बंद किया गया है।

इसी के चलते तीसरे दिन भी बिजली बंबा बाईपास पर वाहनों का दबाव बढ़ने से जाम लगा रहा। यहां भी जाम से पुलिस निजात नहीं दिला सकी। दिल्ली रोड पर वाल्मीकि जयंती पर शोभायात्रा का कार्यक्रम पहले से तय था। बाकायदा शोभायात्रा में पुलिस की ड्यूटी भी लगी हुई थी।

उसके बाद भी बेगमपुल से लेकर केसर गंज, रेलवे रोड चौराहा, मेट्रो प्लाजा और फुटबाल चौक पर जाम लगा रहा। वाहनों इस तरह से फंस गए थे कि दो पहियां चालक केसर गंज चौकी के सामने से रेलवे स्टेशन वाली रोड के रास्ते से निकल रहे थे। रेलवे रोड से दाएं मुड़कर जैन नगर से होते हुए बागपत अड्डे पर पहुंच रहे थे। उक्त गलियों में भी अधिक वाहन होने की वजह से जाम की स्थिति बनी हुई थी।

वहीं गढ़मुक्तेश्वर व हापुड़ की तरफ से खरखौदा-मोहिउद्दीनपुर से दिल्ली रोड आने वाले वाहनों को भी बिजली बंबा बाईपास से भेजा गया। बिजली बंबा बाईपास पर वाहनों का दबाव बढ़ गया। वाहनों को डायवर्ट करने की वजह से बिजली बंबा बाईपास पर जाम की स्थिति बनी रही।

यहां पर एक टीएसआइ, दो सिपाही, दो होमगार्ड की ड्यूटी लगाई गई है। यह कार्य 19 अक्टूबर तक चलेगा। 19 तक बिजली बंबा बाईपास पर अतिरिक्त यातायात कर्मियों की तैनाती की गई है। एसपी राघवेंद्र मिश्रा ने बताया कि बिजली बंबा पर वाहनों का भार बढ़ने से यातायात धीमा हुआ है। दिल्ली रोड पर शोभायात्रा की वजह से वाहन धीमे चले।

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