रबी की फसल के लिए अनुकूल है सर्द मौसम
कृषि वैज्ञानिकों की मानें तो बीता वर्ष भारतीय आर्थिक स्थिति के लिए काफी नुकसान दायक साबित हुआ है। देश की आर्थिक स्थिति भी कमजोर हुई मगर इस वर्ष का आखिरी महीना रबी की फसल के लिए अनुकूल साबित हुआ है।
मेरठ, जेएनएन। कृषि वैज्ञानिकों की मानें तो, बीता वर्ष भारतीय आर्थिक स्थिति के लिए काफी नुकसान दायक साबित हुआ है। देश की आर्थिक स्थिति भी कमजोर हुई मगर इस वर्ष का आखिरी महीना रबी की फसल के लिए अनुकूल साबित हुआ है। सर्द मौसम रबी की फसल के लिए लाभदायक माना गया है। कृषि विवि में वैज्ञानिक डा. आरएस सेंगर ने बताया कि दिसंबर महीने मौसम के सर्द होने से रबी की फसल को फायदा हुआ है। आगे भी ऐसा ही मौसम रहा तो फसल अच्छी हो सकेगी। मौसम में उतार-चढ़ाव चल रहा है। ऐसे में मौसम का यह रूप रबी की फसलों के लिए अत्यंत लाभप्रद होगा। रबी की फसल गेहूं, गन्ना, सरसो, मटर, जौ और चना के लिए तापमान में गिरावट से मजबूती मिलती है। इससे फसलों की गुणवत्ता के साथ पैदावार भी बढ़ती है। इसके साथ ही इन फसलों का आकार भी अच्छा होता है। शीतकाल में तापमान की गिरावट मृदा की उवर्रक क्षमता में वृद्धि करता है।
तीन प्रदेशों के किसानों के लिए रबी की फसल लाभकारी
डा. आरएस सेंगर ने बताया कि सर्द मौसम में उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा के किसानों के लिए रबी की फसल अधिक लाभकारी होगी। इन क्षेत्रों में सर्दियों के मौसम में तापमान का स्तर नीचे होता है। इस मौसम में किसान खेत तैयार करे और उचित नमी पर बुवाई करें। सर्द मौसम को देखकर किसानों के चेहरे पर आशा और उम्मीदों के भाव नजर आ रहे है।
सर्द मौसम में गेहूं की फसल के लिए बारिश अमृत
दिसंबर में हुई बारिश से रबी की मुख्य फसल गेहूं के लिए हल्की बूंदाबांदी के रूप में आकाश से अमृत बरसा है। आलू की फसल के लिए बारिश फायदेमंद है। सरसो को भी बारिश का लाभ मिलेगा। मगर अधिक बारिश होने से सरसों की फसल में नुकसान हो सकता है।
कोरोना के साथ सर्दी से भी बचे बच्चे और बुजुर्ग
वहीं चिकित्सकों की सलाह है कि कोरोना से बचाव के साथ ही सर्दी से बचाव के लिए बुजुर्ग और छोटे बच्चों को घरों में ही रहना चाहिए। इस मौसम में ब्लड प्रेशर और सांस के मरीजों को दिक्कत बढ़ सकती है। सुबह उठने पर नियमित रूप से गुनगुना पानी पीना चाहिए। उसके बाद ही घर से बाहर निकले।