कप्तान साहब, ये लव जेहाद है..मेरठ को मुजफ्फरनगर बनने से रोक लो
सैकड़ों समर्थकों के साथ एसएसपी से मिले दो विधायक।कहा, आरोपित जल्द न पकड़े तो मेरठ के लिए अ'छा नहीं होगा।
By JagranEdited By: Updated: Sun, 20 May 2018 12:30 PM (IST)
मेरठ । एत्मादपुर प्रकरण पुलिस के गले की फांस बन सकता है। इसी प्रकरण में शनिवार को भाजपा के दो विधायक दिनेश खटीक और सत्यवीर त्यागी सैकड़ों समर्थकों के साथ एसएसपी राजेश कुमार पांडेय से मिले। उन्होंने साफ कहा कि यह लव जेहाद है। उनकी सरकार में ये नहीं चलेगा। यदि आरोपित जल्द नहीं पकड़ा गया तो मेरठ के लिए यह अच्छा नहीं होगा। यहीं नहीं उनके समर्थकों ने मुजफ्फरनगर में हुए दंगे का भी उदाहरण एसएसपी को दे दिया। इसके बाद एसएसपी ने आश्वासन दिया कि वह जल्द आरोपित को पकड़कर जेल भेजेंगे। ये है एत्मादपुर प्रकरण
दो अप्रैल को एत्मादपुर निवासी एक युवती की शादी मुजफ्फरनगर के गांव भूम्माखेड़ी निवासी युवक के साथ हुई थी। यह युवक अपनी विवाहिता को आठ अप्रैल को मायके वालों से मिलाकर वापस गांव लौट रहा था। किला परीक्षितगढ़ थानाक्षेत्र में किला गांव का रहने वाला शहजाद पुत्र यामीन ने अपने साथियों के साथ विवाहिता की कार पर हमला बोल दिया और पति एवं अन्य के साथ मारपीट कर विवाहिता का अपहरण कर ले गया। उस पर 25 हजार का इनाम भी घोषित कर दिया गया, लेकिन वह फरार है। जबरन दिलाए आरोपित ने बयान विधायकों के साथ पहुंचे समर्थकों ने एसएसपी को बताया कि विवाहिता शहजाद के कब्जे में है। उसने हाईकोर्ट में उससे जबरन बयान दिलाए हैं। वह अपनी मर्जी से बयान नहीं दे सकती। बता दें कि एसएसपी के पास हाईकोर्ट से एक आदेश आया है, जिसमें विवाहिता ने कहा है कि उसने पहले ही शहजाद से शादी कर ली थी। दूसरी शादी उसके परिजनों ने जबरन की। इसलिए दिया मुजफ्फरनगर का उदाहरण
दरअसल, वर्ष 2013 में कवाल गांव में संप्रदाय विशेष के युवक युवतियों से छेड़छाड़ करते थे। जिसका युवतियों के भाई गौरव और सचिन ने विरोध किया। विरोध में दूसरे समुदाय के एक युवक की मौत हो गई। इसके बाद गौरव और सचिन को भी मार दिया गया। इसके बाद पूरे जिले में दंगा भड़क गया था। एसएसपी राजेश कुमार पांडेय ने बताया कि आरोपित शहजाद को पकड़ने के लिए कई टीमें लगी हुई है। उस पर इनाम भी किया हुआ है। थोड़ा समय लगेगा, लेकिन आरोपित को पकड़कर जेल भेजा जाएगा।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।