यूपी के तीन जिलों में मदरसों की जांच करने पहुंची ATS, मचा हड़कंप; इन आठ बिंदुओं पर की जा रही छानबीन
यूपी के तीन जिलों सहारनपुर शामली और मुजफ्फरनगर में मदरसों की जांच के लिए एटीएस की टीम पहुंची है। टीम मकतबों की कुल संपत्ति फंडिंग और अन्य आठ बिंदुओं पर जांच कर रही है। कुछ मकतब बिना पंजीकरण के संचालित हो रहे हैं जिन पर शिकंजा कसा जाएगा। इस दौरान एसटीएस की कार्रवाई से मदरसा संचालकों में हड़कंप मच गया।
जागरण टीम, मेरठ। लखनऊ के आदेशों के बाद एटीएस की टीम ने मकतबों (छोटे मदरसों) में जांच शुरू कर दी है। टीम जिम्मेदार लोगों से मकतबों की कुल संपत्ति और उनमें हो रही फंडिंग समेत आठ बिंदुओं पर पूछताछ कर रही है।
सहारनपुर के साथ ही शामली और मुजफ्फरनगर के मकतब भी जांच के दायरे में हैं। सहारनपुर मंडल में 473 मकतबों को लेकर कुछ दिन पहले मुख्यालय ने जांच के आदेश दिए थे। इसकी जिम्मेदारी एटीएस देवबंद को दी गई है।
शामली में 190, मुजफ्फरनगर में 165 और सहारनपुर में 118 मकतब जांच के दायरे में हैं। जांच के लिए जिला अल्पसंख्यक अधिकारियों से भी रिकार्ड मांगा गया है। बताया जा रहा है कि जिन मकतबों को लेकर शासन की तरफ से जांच की सूची भेजी गई है। उन्हें लेकर कुछ शिकायतें मिली थीं। इसके अलावा कुछ मकतब ऐसे भी हैं, जो बिना पंजीकरण संचालित हैं। उन मकतबों पर शिकंजा कसा जाएगा।
एटीएस की देवबंद यूनिट की एक टीम ने बुधवार को सहारनपुर शहर के कई मकतबों पर पहुंचकर छानबीन की। आठ बिंदुओं पर संबंधित लोगों से पूछताछ की गई। यूनिट की एक टीम ने शामली के कैराना में पूछताछ की। टीम पानीपत मार्ग पर स्थित मदरसा फलाहुल मुबीन व मदरसा फैज मसीहुल उम्मत में पहुंची। टीम ने मदरसा संचालकों से जानकारी हासिल की।
दो वर्ष पूर्व भी मदरसों के सत्यापन को पहुंची थी टीम
18 सितंबर 2022 को शासन के निर्देश पर शामली में स्थानीय प्रशासन ने गैर-मान्यता प्राप्त मदरसों का भौतिक सत्यापन कराया था। टीम में अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी व एसडीएम कैराना शामिल थे। इस दौरान मदरसों में शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं की संख्या, इंफ्रास्ट्रक्चर, आय के साधनों समेत कुल 11 बिंदुओं पर सर्वे किया गया था, जिसकी रिपोर्ट लखनऊ प्रेषित की गई थी।
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