यूपी : बागपत के कोताना में गाय का गोली लगा शव मिला, हत्या की आशंका, जांच में जुटी पुलिस
Cow shot dead बागपत के बड़ौत में एक गाय का गोली लगा शव मिलने से सनसनी फैल गई। घटना के बाद से लोगों में आक्रोश है। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच की। गाय का पोस्टमार्टम भी कराया गया है।
By Prem Dutt BhattEdited By: Updated: Fri, 24 Sep 2021 04:03 PM (IST)
बागपत, जागरण संवाददाता। Cow shot dead बागपत जिले के बड़ौत में एक घिनौनी हरकत सामने आई है। यहां पर एक गोवंश की गोली मारकर हत्या कर दी गई। बड़ौत के कोताना गांव में आबादी के बीच शुक्रवार की सुबह गाय का शव लहूलुहान हालत में पड़ा मिला है। गांव के लोगों का कहना है कि गाय के अगले पैरों के ऊपर के हिस्से में गोली मारी गई है जिससे गाय की मौत हुई है। इस घटना के बाद गांव के लोग मौके पहुंचे और घटना की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर जाकर जांच की।
पोस्टमार्टम कराया गया एसओ रवि रतन सिंह ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है अभी यह कहना बहुत जल्दबाजी होगी कि गाय की गोली मारकर हत्या की गई है। पूरे प्रकरण की जांच कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उधर, इस घटना के बाद गांव के लोगों में आक्रोश है और उन्होंने पुलिस अधिकारियों से पूरे मामले की जांच की मांग की है। जनपद में किसी गोवंश को गोली मारने की घटना पहली है, इससे पहले गोवंश पर धारदार हथियारों से तो हमले होते रहे हैं लेकिन गोली की घटना नहीं हुई है। हालांकि पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम कराया है उसमें हादसे में मौत होना आया है, जबकि गोली का निशान देखकर ऐसा लगता नहीं है कि हादसे में गाय की मौत हुई हो।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर उठे सवालघटना के बाद हिंदू संगठन के लोग मौके पर पहुंचे तो पुलिस ने पशु चिकित्सक डाक्टर राजीव राणा को बुलाया और आनन-फानन में गाय के शव का पोस्टमार्टम करा दिया। पशु चिकित्सक का कहना है कि गाय को गोली या धारदार हथियार नहीं मारा गया है बल्कि हादसे में उसकी मौत हुई है। किसी वाहन की टक्कर लगने के लगभग तीन या चार इंच गहरे नुकीले लोहे से गाय जख्मी हो गई और शरीर के अंदर खून फैल गया और उसकी मौत हो गई। उधर, सवाल उठता है कि यदि किसी भी वाहन की टक्कर गाय को लगती तो उसे लगभग लगभग दो इंच चौड़ा और तीन या चार इंच गहरा जख्म नहीं होता, बल्कि जख्म चौड़ा होता और आसपास भी चोट लगती, न कि दो इंच की। तीन या चार इंच के गहरे जख्म से अचानक गाय की मौत कैसे हो सकती है। कई बार देखने में आता है कि लोग गोवंश को भाले आदि मार देते हैं और जख्म गहरा और चौड़ा हो जाता है, लेकिन उसकी मौत नहीं होती है। यह हास्यापद लग रहा है कि किसी वाहन की टक्कर लग गई और तीन या चार इंच गहरा जख्म होने से उसकी मौत हो गई।
हिंदू जागरण मंच ने उठाए सवाल, आंदोलन की चेतावनी हिंदू जागरण मंच के जिलाध्यक्ष अंकित बड़ौली, युवा जिलाध्यक्ष नितिन जैन, जिला मंत्री हरेंद्र बालियान, जिला मंत्री पवन कोताना, युवा जिला उपाध्यक्ष रोहित कोताना, युवा नगर अध्यक्ष बड़ौत अमन शर्मा, कार्यकर्ता पवन सैनी आदि ने बताया कि देखने में लग रहा है कि गाय को गोली मारकर ही मौत के घाट उतारा गया है। हादसे में गाय की मौत नहीं लग रही है इसलिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर सवाल उठना लाजिमी है। पुलिस और पशु चिकित्सक की मिलीभगत पोस्टमार्टम रिपोर्ट तैयार की गई है। पशु पालन विभाग के बड़े डाक्टरों का पैनल गठित कर दोबारा शव का पोस्टमार्टम कराया जाए, अन्यथा मंच गाय की मौत के बड़े मामले में चुप नहीं बैठेगा, आंदोलन करेगा। उधर, घटना को लेकर गांव के लोगों में आक्रोश व्याप्त है।
पहले होती रही हैं गोकशी की घटनाएंकोताना गांव के पास गोकशी की घटनाएं होती रही है। कोताना और लुहारी गांव के बीच डेढ़ साल पहले आधा दर्जन से ज्यादा गोवंश के शव बरामद हुए थे। उसके बाद कोताना गांव के खादर में गोवंश के अवशेष बरामद किए गए थे। पुलिस गोवंश की सुरक्षा करने में नाकाम रही है।
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