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Anandiben Patel In Meerut: आनंदीबेन पटेल बोलीं, दहेज मांगने वाले भिखारी, विवाह से मना कर दे बेटियां

UP Governor Anandiben Patel Meerut News कुलाधिपति ने कहा की मेरठ और आस पास का क्षेत्र हमारी संस्कृति का अहम हिस्सा है। यह क्षेत्र रामायण महाभारत से जुड़ा होने के साथ ही पंज प्यारों में एक का स्थान है। स्वतंत्रता संग्राम यहीं से हुआ और पूरे देश तक पहुंचा। उच्च शिक्षा में इनको जोड़ना चाहिए और युवा पीढ़ी को इनके बारे में बताने के साथ ही पढ़ाया भी जाना चाहिए।

By Jagran NewsEdited By: Abhishek SaxenaUpdated: Wed, 18 Oct 2023 01:54 PM (IST)
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दहेज मांगने वाले भिखारी, विवाह से मना कर दे बेटियां : राज्यपाल आनंदीबेन पटेल
जागरण संवाददाता, मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के 35वें दीक्षा समारोह में बेटियों को स्वर्ण पदक प्रदानकारने के बाद कुलाधिपति और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि दहेज मांगने वाले भिखारी होते हैं, ऐसे परिवार में बेटियों का विवाह न करें।

राज्यपाल ने कहा कि नोएडा में स्कूटी की मांग पूरी न होने पर बहू को जलाने की घटना का जिक्र करते हुए बेटियों से आह्वान किया कि जो परिवार दहेज मांगे वहां विवाह करने से साफ मना कर दें। माता पिता को बोले की जो परिवार अभी से भिखारी की तरह मांग कर रहा है वह आगे चल कर और क्या क्या मांग करेंगे।

अभिभावक बेटियों और बेटों में बंद करें भेदभाव

राज्यपाल ने अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि बेटे और बेटियों में भेदभाव बंद करें। बेटियों को सरकारी स्कूल और बेटों को निजी स्कूलों में मोटी फीस देकर पढ़ना गलत है। अगर माता पिता ही ऐसा भेदभाव करेंगे तो समाज से क्या अपेक्षा कर सकेंगे।

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राज्यपाल ने कहा की सीसीएसयू में मिले स्वर्ण पदक दिखाते हैं कि बेटियां आज कितनी आगे हैं। बेटे पिता के कारोबार को आगे बढ़ाने को ध्यान में रखकर पढ़ाई करते हैं जबकि बेटियों को ससुराल जाना पड़ता है इसलिए वह अधिक मेहनत से पढ़ाई करतीं हैं जिससे भविष्य में कोई विपत्ति आए तो वह आत्मनिर्भर बन सकें।

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देवरिया में हुए नरसंहार पर भी कहा

राज्यपाल ने प्रदेश में दो परिवारों के बीच जमीन को लेकर हुई लड़ाई में छह लोगों की हत्या के मामले का जिक्र करते हुए कहा कि समाज को ऐसे कृत्यों से बाहर निकलने की जरूरत है। आपसी सहयोग की जरूरत है। यह शिक्षा से ही आता है। शिक्षा हमें सदाचार और प्रेम सिखाती है।

रतन टाटा का दिया उदाहरण

राज्यपाल ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि सफल होने के बाद समाज और देश को नहीं भूलना चाहिए। उन्होंने रतन टाटा का उदाहरण देते हुए बताया कि वह समूह दुनिया में सबसे ज्यादा दान देता है। राज्यपाल ने विश्वविद्यालयों को युवाओं को साक्षात्कार के लिए तैयार करने का आह्वान किया। साथ ही सीसीएसयू को क्यूएस रैंकिंग मिलने पर बधाई दी।

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