UP Weather Update: दो दिन बाद तेजी से लुढ़केगा तापमान, दीपावली से पहले ही बढ़ेगी ठंड
उत्तर प्रदेश के मौसम में बदलाव आने वाला है। मौसम विभाग ने 25 अक्टूबर से तापमान में तेजी से गिरावट की संभावना जताई है। मेरठ में हवा की गुणवत्ता एक बार फिर खराब हो गई है। मंगलवार को जनपद का अधिकतम तापमान 32.6 और न्यूनतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विज्ञानियों की मानें तो 23 अक्टूबर से उत्तर पश्चिम हवा चलनी शुरू हो जाएगी।
जागरण संवाददाता, मेरठ। Meerut Weather Update: सुबह के समय धुंध और शाम घिरते ही पारे में गिरावट...। गुलाबी ठंड अपना असर दिखा रही है। मौसम विभाग ने 25 अक्टूबर से तापमान में तेजी से गिरावट की संभावना जताई है। वहीं मेरठ में हवा की गुणवत्ता एक बार फिर खराब हो गई।
यह जयभीम नगर में सोमवार की रात 10 बजे से मंगलवार की शाम चार बजे तक खराब की श्रेणी में बनी रही। पल्लवपुरम में भी बीती रात हवा की गुणवत्ता खराब रही। पीएम 2.5 की मात्रा 200 से 340 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर बनी रही। वहीं एनसीआर में हवा की गुणवत्ता और खराब होने की आशंका है। दिल्ली आनंद विहार में मंगलवार को शाम छह बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक 414 तक पहुंच गया।
सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय के मौसम केंद्र के प्रभारी डा. यूपी शाही ने बताया कि 25 अक्टूबर तक हवा की रफ्तार 4 से 16 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी। वेंटीलेशन इंडेक्स बुधवार को 21,000 वर्ग मीटर प्रति सेकेंड रहने की संभावना है। इसलिए हवा की गुणवत्ता में आगामी 24 घंटों में उतार-चढ़ाव की स्थिति रहेगी। लेकिन एक्यूआइ 300 से कम रहेगा। 24 और 25 अक्टूबर को इसके अत्यधिक खराब अर्थात एक्यूआइ 300 से अधिक रहने की उम्मीद है।
उत्तर पश्चिम हवा बढ़ाएगी ठंड
मंगलवार को जनपद का अधिकतम तापमान 32.6 और न्यूनतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विज्ञानियों की मानें तो 23 अक्टूबर से उत्तर पश्चिम हवा चलनी शुरू हो जाएगी। 27 अक्टूबर तक तापमान में एक से दो डिग्री की कमी दर्ज की जाएगी। अक्टूबर का सबसे कम तापमान आमतौर पर माह के अंत में ही रिकार्ड किया जाता है। अभी तक न्यूनतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया है।मौसम बदलाव का खेती पर प्रभाव
मौसम प्रभाव का खेती पर भी प्रभाव पड़ रहा है। तापमान में गिरावट गेहूं, सरसों और आलू जैसी फसलों के लिए अच्छी है। सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय के प्रोफेसर आरएस सेंगर ने बताया कि किसानों को इन फसलों की बुवाई आरंभ कर देनी चाहिए। देर से बुवाई करने पर उत्पादन प्रभावित होने की संभावना रहती है।ये भी पढ़ें - 'जब बोलना नहीं आता तो क्यों बोलते हो', गुटबाजी पर विधायकों से अखिलेश नाराज; कहा- मैंने वीडियो देखा है…
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