Meerut News: कंकरखेड़ा में छह लोगों को काटने के बाद हिंसक कुत्ते ने तोड़ा दम, लोगों में दहशत; घायलों पर रखेगी जाएगी नजर
पीएल शर्मा जिला अस्पताल में कैजुअल्टी मेडिकल अफसर डा. यशवीर ने बताया कि कुत्ते के काटने से रेबीज संक्रमण का खतरा तो है ही लेकिन रेबीज संक्रमित कुत्ते के काटने से यह खतरा बढ़ जाता है। रेबीज संक्रमण से बचना है तो पहला एंटी रेबीज इंजेक्शन 24 घंटे के अंदर लगवानी जरूरी है। इसके साथ सभी चार डोज वैक्सीन लेनी अनिवार्य हैं।
जागरण संवाददाता, मेरठ। कंकरखेड़ा की शिवलोकपुरी कालोनी में छह लोगों को काटकर घायल करने वाले आवारा कुत्ते ने दम तोड़ दिया है। निगम की अनुबंधित कंपनी की टीम उसे पकड़कर एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर लेकर आई थी। करीब एक घंटे बाद उसकी मौत हो गई।
पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी डा. हरपाल सिंह ने कहा कि कुत्ता बीमार था। जिन लोगों को कुत्ते ने काटा है, उन सभी लोगों पर निगरानी रखी जाएगी। टीम भेजकर लोगों को 24 घंटे के भीतर एंटी रैबीज वैक्सीन लगाने के लिए कहा गया है। 15 फरवरी (गुरुवार) को फिर टीम भेजी जाएगी। उस क्षेत्र में टीम पता करेगी कि इस कुत्ते ने किसी और को तो नहीं काटा है। साथ ही क्षेत्र के अन्य आवारा कुत्तों को पकड़कर एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर लाया जाएगा।
पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी डा. हरपाल सिंह ने कहा कि आवारा कुत्ते को रेबीज संक्रमण था या नहीं। ये कहना मुश्किल है। एहतियात के तौर पर बचाव के लिए एंटी रेबीज वैक्सीन लगवानी जरूरी है।
24 घंटे के अंदर लें पहला एंटी रेबीज इंजेक्शन
पीएल शर्मा जिला अस्पताल में कैजुअल्टी मेडिकल अफसर डा. यशवीर ने बताया कि कुत्ते के काटने से रेबीज संक्रमण का खतरा तो है ही, लेकिन रेबीज संक्रमित कुत्ते के काटने से यह खतरा बढ़ जाता है। रेबीज संक्रमण से बचना है तो पहला एंटी रेबीज इंजेक्शन 24 घंटे के अंदर लगवानी जरूरी है।
इसके साथ सभी चार डोज वैक्सीन लेनी अनिवार्य हैं। कुत्ते के काटने पर तुरंत साबुन से घाव को धोना चाहिए। अगर घाव फट गया है। कई जगह कुत्ते ने काट लिया है तो 24 घंटे के अंदर एंटी रेबीज सीरम इंजेक्शन लगवा लेना चाहिए। ऐसा न करने पर शरीर में संक्रमण फैल सकता है। अगर समय से इंजेक्शन ले लेते हैं तो यह खतरा टल सकता है।
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