Yogi 2.0 Cabinet: केपी मलिक ने 34 साल के राजनीतिक करियर में तय किया सभासद से मंत्री बनने तक का सफर
UP Yogi Adityanath Cabinet 2.0 Latest News विधायक केपी मलिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मंत्रीमंडल में शामिल हुए हैं। बड़ौत विधानसभा सीट से दोबारा विधायक बने 61 वर्षीय केपी मलिक ने 34 साल के राजनीतिक करियर में सभासद से मंत्री बनने का सफर तय किया।
बागपत, जागरण संवाददाता। विधायक केपी मलिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मंत्रीमंडल में शामिल हुए हैं। प्रदेश सरकार में उन्हें मंत्री बनाया गया है। बड़ौत विधानसभा सीट से दोबारा विधायक बने 61 वर्षीय केपी मलिक ने 34 साल के राजनीतिक करियर में सभासद से मंत्री बनने का सफर तय किया। कभी वह उत्तर प्रदेश सहकारी विकास बैंक लिमिटेड लखनऊ के निदेशक नामित किए गए, तो कभी रिकार्ड मतों से विधान परिषद सदस्य का चुनाव जीते। वर्ष 2017 में वह बड़ौत विधानसभा क्षेत्र से विधायक बने। इस बार भी उन्होंने इसी क्षेत्र से विधानसभा का चुनाव जीतकर यह बता दिखा था कि उनका सियासी सफर कहीं आगे जाने वाला है।
मूल रूप से शामली के कुड़ाना गांव निवासी केपी मलिक कई दशक से बड़ौत शहर के देवनगर में परिवार के साथ रहते है। केपी मलिक ने अपने सियासी सफर की शुरूआत 1988 में बड़ौत नगर पालिका से सभासद बनकर की थी। उसके बाद वर्ष 1990 में नगर पालिका बड़ौत चेयरमैन का चुनाव लड़ा, जिसमें उन्हें जीत हासिल हुई। कार्यकाल समाप्त होने के बाद केपी मलिक को वर्ष 1996 में केंद्र सरकार ने खाद्य मंत्रालय, उत्तरी परिक्षेत्र का निदेशक नामित किया। दो साल बाद ही उन्हें उत्तर प्रदेश सहकारी ग्राम विकास बैंक लिमिटेड लखनऊ के निदेशक नामित किया गया। वर्ष 1999 में केपी मलिक उत्तर प्रदेश सहकारी ग्राम विकास बैंक लिमिटेड के मेरठ व सहारनपुर मंडल के निर्विरोध निदेशक निर्वाचित हुए। 2004 में उन्होंने विधान परिषद सदस्य का चुनाव लड़े, जिसमें उन्हें रिकार्ड मतों से जीत हासिल हुई। उसके बाद 2005 में एक बार फिर वह उत्तर प्रदेश सहकारी ग्राम विकास बैंक लिमिटेड लखनऊ के मेरठ व सहारनपुर मंडल के निर्विरोध निदेशक निर्वाचित हुए। वर्ष 2012 में एक बार फिर उन्होंने बड़ौत नगर पालिका चेयरमैन का चुनाव लड़ा, जिसमें उन्होंने जीत हासिल की। इसके पांच साल बाद वह भाजपा से बड़ौत विधायक बन गए और इस बार फिर उन्हें पार्टी ने बड़ौत से ही चुनाव मैदान में उतारा और 315 मतों से रालोद प्रत्याशी जयवी सिंह तोमर को पराजित कर चुनाव जीतकर विधायक बन पार्टी की उम्मीदों पर खरे उतरने का काम किया। यानी 34 साल से राजनीति केपी मलिक के साथ चल रही है।
पत्नी भी रही है बड़ौत नगर पालिका की चेयरमैन
केपी मलिक की पत्नी सरला मलिक ने वर्ष 2006 में नगर पालिका परिषद, बड़ौत का चेयरमैन का चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्होंने भारी मतों से जीत हासिल की थी।
केपी मलिक का राजनीतिक सफर-
-वर्ष 1988 में नगर पालिका परिषद, बड़ौत के सभासद बने।
-वर्ष 1990 में नगर पालिका परिषद, बड़ौत के चेयरमैन बने।
-वर्ष 1996 में खाद्य मंत्रालय केंद्र सरकार द्वारा उत्तरी परिक्षेत्र के निदेशक नामित।
वर्ष 1998 में उत्तर प्रदेश सहकारी ग्राम विकास बैंक लिमिटेड लखनऊ के निदेशक नामित।
वर्ष 1999 में उत्तर प्रदेश सहकरी ग्राम विकास बैंक लिमिटेड के मेरठ व सहारनपुर मंडल के निर्विरोध निदेशक निर्वाचित।
वर्ष 2004 में स्थानीय निकाय (प्राधिकारी क्षेत्र मेरठ, गाजियाबाद, बागपत व हापुड़) से रिकार्ड मतों से विधान परिषद सदस्य निर्वाचित।
वर्ष 2005 में लगातार तीसरी बार उत्तर प्रदेश सहकारी ग्राम विकास बैंक लिमिटेड लखनऊ के मेरठ व सहारनपुर मंडल के निर्वरोध निदेशक निर्वाचित।
वर्ष 2012 में नगर पालिका परिषद, बड़ौत के अध्यक्ष बने।
वर्ष 2017 में बड़ौत विधानसभा क्षेत्र से विधायक निर्वाचित।
वर्ष 2020 को उत्तर प्रदेश सहकारी ग्राम विकास बैंक लिमिटेड लखनऊ के निर्वरोध उपसभापति निर्वाचित।
वर्ष 2022 में बड़ौत विधानसभा क्षेत्र से विधायक निर्वाचित।
करोड़ों की जायदाद के मालिक है केपी मलिक
केपी मलिक के पास करोड़ों रुपए की संपत्ति हैं। वर्ष 2021-22 में उन्होंने चुनाव में नामांकन के दौरान चुनाव आयोग अपनी संपत्ति का जो ब्यौरा दिया था, उसके अनुसार उनकी आय 45,07,862 रुपए और उनकी पत्नी सरला मलिक की आय 8,61,692 रुपए है। उनके पास 5.50 करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति हैं। 1.27 करोड़ रुपए की संपत्ति उनकी पत्नी के नाम है। केपी मलिक के पास 2.50 लाख रुपए की नगदी व उनकी पत्नी के नाम 1.70 लाख रुपए की नगदी है। उनके पास दो कार हैं, जिनमें से एक स्कार्पियो व दूसरी टोयटा कोराेला है। केपी मलिक की दो लाख रुपए और उनकी पत्नी की 1.65 लाख रुपए की एलआइसी है। यही नहीं मलिक के पास सौ ग्राम सोना व उनकी पत्नी के पास 410 ग्राम सोना है। शामली के उनके गांव कुड़ाना व बागपत के कंडेरा गांव में उनकी खेती की भूमि है। डीडीए मार्केट दिल्ली में दुकान भी है। केपी मलिक की शैक्षिक योग्यता हाईस्कूल है। उन्होंने मुस्लिम इंटर कालेज असारा से हाईस्कूल उत्तीर्ण की थी।
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