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Cash Van Robbery Case: मीरजापुर से बिहार तक 5000 CCTV कैमरे खंगाले, तब जाकर लुटेरों का लगा सुराग; गिरफ्तार

सीसीटीवी कैमरों और सर्विलांस ने मीरजापुर से बिहार तक 5000 सीसीटीवी कैमरों की मदद से कैशवैन लूटकांड का खुलासा किया। एसटीएफ और पुलिस ने एक साल की जांच के बाद लुटेरों को पकड़ने में सफलता पाई। लूटकांड की मुखबिरी करने वाले मीरजापुर के व्यक्ति की पुलिस गोपनीयता से तलाश कर रही है। इस खबर में जानिए पूरी कहानी और आरोपियों के बारे में।

By Prashant Kumar Yadav Edited By: Riya Pandey Updated: Wed, 11 Sep 2024 09:43 PM (IST)
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सीसीटीवी कैमरों और सर्विलांस की मदद से बदमाशों की पहचान

जागरण संवाददाता, मीरजापुर। कैशवैन लूटकांड के आरोपितों का सुराग लगाने में सीसीटीवी कैमरे व सर्विलांस का अहम रोल रहा । इन एक वर्ष के दौरान मीरजापुर से बिहार तक करीब 5000 हजार सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए। जिसके बाद एसटीएफ वाराणसी व मीरजापुर पुलिस को लुटरों तक पहुंचने में कामयाब मिली।

इसके साथ ही सर्विलांस की टीम का भी अहम रोल रहा। जिसने दिन रात एक करके बदमाशों के लोकेशन को ट्रेस किया और उन तक टीम को पहुंचाकर अपना रोल अदा कराया।

पुलिस के अनुसार कटरा कोतवाली के बेलतर स्थित एक्सिस बैंक के सामने 12 सितंबर को कैशवैन लूटकांड की घटना का राजफाश करने में मीरजापुर से लेकर बिहार तक के सीसीटीवी कैमरों की रोल अहम रही।

5000 सीसीटीवी कैमरे खंगाले

करीब एक वर्ष से इस घटना को खोलने के लिए लगे एसटीएफ वाराणसी के विवेचक राघवेंद्र मिश्रा, अमित कुमार व निरीक्षक अनिल सिंह व पुलिस अधीक्षक अभिनंदन के निर्देशन में लगी मीरजापुर पुलिस ने मीरजापुर से बिहार तक करीब 5000 सीसीटीवी कैमरे खंगाल डाले।

इस दौरान उनको मीरजापुर, सोनभद्र व चंदौली में कुछ सुराग मिले इसके बाद बिहार के सीसीटीवी कैमरों को खंगाले के दौरान बदमाशों के दिखने पर उनके पकड़े जाने की एक नई उम्मीद जगी। टीम उसी के आधार पर जगह-जगह के सीसीटीवी कैमरे खंगालते चली गई।

होटलों के सीसीटीवी कैमरे खंगाला तो बदमाशों की पहचान हो गई। जिसके आधार पर अब उनको दबोचने की प्रकिया शुरू हुई। इसमें टीम को करीब एक महीने का समय लग गया। लोकेशन लेते हुए टीम ने आखिरकार एक बदमाश राजीव साहनी को गिरफ़्तार ही कर लिया।

लूटकांड की छानबीन के दौरान उठाए गए थे पूर्वांचल के 5000 हजार बदमाश

कैशवैन लूटकांड के दौरान पूर्वांचल के करीब 5000 हजार बदमाश उठाए गए थे। इसमें कई ऐसे बदमाश प्रकाश में आए जिनकी फाइलें दब गई थी। पुलिस को भी पता नहीं था कि यह बदमाश है। जब वह सामने आए तो कई लोगों को देखकर पुलिस हैरान हो गई। इसी छानबीन के दौरान प्रतापगढ़ में हुए लूटकांड की घटना का राजफाश हो गया। जिनके बदमाश मीरजापुर में पकड़े गए थे।

पासवान गैंग के चंदन पासवान का अब क्या होगा

कैशवैन लूटकांड में बिहार व झारखंड के पासवान गैंग का नाम आने पर पुलिस व एसटीएफ टीम उनकी तलाश में करीब चार माह तक जुटी रही। इसी दौरान टीम ने मुंबई से पासवान गैंग के एक बदमाश के रिश्तेदार चंदन पासवान को गिरफ्तार कर ले आई थी। जिसके विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया था। अब उस चंदन पासवान के मुकदमे का क्या होगा यह तो बाद में तय किया गया जाएगा।

बिहार के वैशाली जिले का अंबानी गैंग बड़े गैंगों में शुमार

अंबानी गैंग बिहार के वैशाली जिले के बड़े लुटेरे गैंग में शुमार है। पहली बार यह गैंग तब चर्चाओं में आया था जब आलोक कुमार अंबानी के पास से बिहार के समस्तीपुर में एके 47, कारबाइन व पिस्टल बरामद हुआ था।

इसके बाद इसे बड़ा बदमाश माने जाने लगा। फिर आलोक ने अपना खुद का अंबानी नाम से एक गैंग बनाया। जो केवल बैंक, कैशवैन को लूटता है। वहीं सुपारी लेकर हत्या जैसी घटनाओं को भी अंजाम देता है।

पुलिस की माने तो इस गैंग के बदमाश केवल लूट व हत्या की घटनाओं को ही अंजाम देते है। इसमें उनको मोटी रकम मिलती है। जिसको पाने के बाद कुछ दिनों तक ऐशो आराम से जिंदगी बिताने के बाद फिर अपने शिकार पर निकले जाते हैं।

अंबानी नाम से बनाया गैंग

बताया गया कि वैशाली जिले के महिसौर गांव के रहने वाला आलोक कुमार कुछ वर्ष पूर्व मछली का व्यापार करता था। इसी दौरान उसे डाॅन बनने की ललक चढ़ी। उसने अपने खुद का अंबानी नाम से गैंग बनाया। जिसके विरुद्ध हत्या, बैंक लूट, सहित दर्जनों मुकदमे बिहार के विभिन्न थानों में दर्ज हैं। राजीव साहनी आलोक के गांव के पास का ही है। जो मछली का व्यापार करते समय आलोक कुमार से मिला था।

अधिक रुपये जल्द कमाने की लालच देकर आलोक ने राजीव को अपने गैंग में शामिल कर लिया और लूट व हत्या की घटनाओं को अंजाम दिलाने लगा। रुपये मिलने पर राजीव भी पीछे नहीं हटा और घटना पे घटना करता रहा।

दर्जनों घटनाएं करने के बावजूद राजीव का नाम प्रकाश में नहीं आया। इससे वह घटना करता रहा। आलोक वैशाली जिले में बैंक लूट की घटना में शुमार था। इसलिए वह अब दूसरे प्रांतों व जनपदों में जाकर लूट की घटना को अंजाम देने लगा। इसमें मीरजापुर भी शामिल है।

घटना को अंजाम देने के बाद कहां-कहां से भागे थे बदमाश

पुलिस के अनुसार कटरा कोतवाली के बेलतर स्थित एक्सिस बैंक के पास रेडिएंट कंपनी कैश डिलिवरी वैन के रुपये लूटने के बाद दोनों बाइक सवार बदमाश कटरा कोतवाली के अनगढ़ रोड, शुक्लहा से होते हुए देहात कोतवाली के भरूहना, धौरूपर नहर के रास्ते पड़री के झिंगुरा स्थित हवाई अड्डा पर पहुंचे थे।

जहां रुपये को बैग में भरकर बक्से वहीं फेंककर बेलवन, लहौरा, अहरौरा के खोराडीह होते हुए सोनभद्र के मधुपर के जंगली इलाके से चंदौली पहुंचे। वहां से बिहार की सीमा में दाखिल हो गए। इसके बाद पूरी रात भभुआ के मोहनिया होटल में आकर रुके थे। जहां से 13 सितंबर की सुबह चार बजे रुपये लेकर वैशाली के लिए निकले थे। अभी तक एक बदमाश राजीव साहनी पकड़ा गया। जो बिहार के वैशाली जिला के जंदहा थाना क्षेत्र के पीरापुर गांव का रहने वाला है।

फरार चल रहे आरोपी को भी जल्द कर लिया जाएगा गिरफ्तार

बताया गया कि इस घटना में शामिल बिहार के वैशाली जिला के महिसौर थाना क्षेत्र के महिसौर के रहे वाले अंबानी गिरोह के मुख्य आरोपित आलोक कुमार उर्फ अंबानी, आनंद मोहन व अमन कुमार अभी फरार चल रहे हैं। जिनकी तलाश चल रही है। जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इस दौरान एएसपी आपरेशन ओपी सिंह, सीओ नगर विवेक जावला आदि पुलिस कर्मी मौजूद रहे।

लूटकांड की घटना में सीओ सहित छह पुलिस कर्मी हुए थे निलंबित

नगर के बेलतर स्थित एक्सिस बैंक के सामने हुई कैशवैन लूटकांड की घटना में सीओ नगर परमानंद कुशवाहा, कटरा कोतवाल वेंकटेश तिवारी, डंकीनगंज चौकी इंचार्ज रहे अनिल विश्वकर्मा व तीन सिपाही को पुलिस अधीक्षक अभिनंदन व शासन ने निलंबित कर दिया था। वहीं अपर पुलिस अधीक्षक नगर रहे श्रीकांत प्रजापति का स्थानांतरण सीबीसीआईडी में कर दिया गया था।

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मीरजापुर में मुखबिरी करने वाले आरोपित की पुलिस को तलाश

कैशवैन लूटकांड की मुखबिरी करने वाले मीरजापुर के व्यक्ति की पुलिस गोपनीयता से तलाश कर रही है। पुलिस का मानना है कि पूछताछ में बदमाश ने मीरजापुर के किसी व्यक्ति की ओर से की गई मुखबिरी की बात बताई है। अब उसकी छानबीन की जा रही है।

एक वर्ष के एक दिन पहले पुलिस ने खोला कैशवैन लूटकांड का राज

कटरा कोतवाली के बेलतर स्थित एक्सिस बैंक के पास 12 सितंबर 2023 को कैशवैन लूटकांड की घटना हुई थी। जिसको 12 सितंबर को एक वर्ष हो जाते, लेकिन पुलिस ने एक दिन पहले ही 11 सितंबर को इस घटना से पर्दा उठा दिया। यही नहीं एक आरोपित को भी गिरफ्तार कर उसके पास से एक लाख 93 हजार रुपये बरामद कर लिए। हालांकि पुलिस काे अभी भी 38 लाख 84 हजार 162 रुपये लूट के बरामद करने हैं। यही नहीं पिस्टल व दो बाइक भी बरामद करना है। साथ ही तीन आरोपितों को पकड़ना है।

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