मीरजापुर में हर घंटे पांच सेंटीमीटर बढ़ रहा गंगा का जलस्तर, बाढ़ का भी खतरा; विभाग ने जारी किया अलर्ट
उत्तराखंड के हरिद्वार आदि इलाके में बारिश अधिक हो रही है। इससे वहां की नदियों में पानी बढ़ गया है जो वहां से होते हुए बांध के माध्यम से गंगा में पानी आ रहा है। लगातार गंगा में पानी बढ़ता देख सिंचाई विभाग को अलर्ट कर दिया गया है। गंगा किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क करने को कहा गया है।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर। उत्तराखंड में अधिक बारिश के चलते जुलाई में ही गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ने लगा है। शनिवार शाम से रविवार सुबह आठ बजे तक पांच सेंटीमीटर की दर से गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है। सुबह आठ बजे तक 63.66 सेंटीमीटर तक पहुंच गया।
उत्तराखंड के हरिद्वार आदि इलाके में बारिश अधिक हो रही है। इससे वहां की नदियों में पानी बढ़ गया है। जो वहां से होते हुए बांध के माध्यम से गंगा में पानी आ रहा है। जिसके चलते पांच सेंटीमीटर प्रतिघंटे की दर से पानी बढ़ने लगा है। शनिवार की शाम पांच बजे गंगा का जलस्तर 61.73 मीटर पहुंच गया था। जो रविवार की सुबह दो मीटर बढ़कर 63.66 मीटर तक आ गया। लगातार गंगा में पानी बढ़ता देख सिंचाई विभाग को अलर्ट कर दिया गया है।
गंगा किनारे लोगों को सतर्क करने की हिदायत
कहा गया कि गंगा किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क किया जाए जिससे किसी प्रकार का हादसा नहीं हो सके। गंगा में कब कितना पानी बढ़ जाए यह पता नहीं है। इसलिए सभी लोग सावधान रहें। गंगा का खतरे का निशान 77.724 मीटर है जबकि चेतावनी बिंदु 76.724 मीटर है।
पिछले वर्ष 73.66 पहुंचा था गंगा का जलस्तर
वर्ष 2023 में 73.66 गंगा का जलस्तर पहुंचा था। बाढ़ से सदर व चुनार तहसील के गांव प्रभावित होते हैं। इसमें छानबे, कोन ब्लाक, मझवां, सीखड़, पहाड़ी व सिटी ब्लाक के कुछ गांव शामिल है। सबसे पहले कोन ब्लाक का हरसिंहपुर व मल्लेपुर गावं के लोग बाढ़ से प्रभावित होते हैं जो गंगा के सबसे सबसे करीब यह गांव है।
पुलिस अधीक्षक अभिनंदन ने लोगों से गंगा किनारे लोगों को जाने से मना किया है। जिससे किसी प्रकार का हादसा हो सके। सभी से सावधान रहने का निर्देश दिया है।
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