Majhawan Upchunav 2024: कल मझवां को मिलेगा नया विधायक, इस बार सीएम के दौरे का भी असर नहीं; आखिर क्या है वजह?
मझवां उपचुनाव 2024 में 50.41% मतदान हुआ। ईवीएम को सीसीटीवी निगरानी में स्ट्रांग रूम में रखा गया है और मतगणना 23 नवंबर को राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज में सुबह 8 बजे शुरू होगी। पोस्टल बैलेट की गिनती पहले होगी। पिछले चुनावों की तुलना में मतदान प्रतिशत कम रहा जिसे जागरूकता की कमी और खेती-किसानी से जोड़कर देखा जा रहा है। प्रशासन ने 71 कर्मचारियों को मतगणना कार्य में लगाया है।
10 प्रतिशत मतगणना कर्मचारी रिजर्व में
मझवां विधानसभा चुनाव में विजयी प्रत्याशी
वर्ष | प्रत्याशी का नाम | पार्टी | कुल मत | मत प्रतिशत |
2012 | रमेशचंद | बसपा | 83,870 | 39.72 |
2017 | शुचिस्मिता मौर्या | भाजपा | 1,07,839 | 44.90 |
2022 | डा. विनोद कुमार बिंद | निषाद पार्टी | 1,03,235 | 42.07 |
मझवां विधानसभा के उपचुनाव में नहीं दिखा मतदाताओं में उत्साह
मझवां विधानसभा के उपचुनाव में मतदाताओं के अंदर बुधवार को उत्साह देखने को नहीं मिला। यही कारण रहा कि पिछले 2022 के दौरान हुए 61.61 प्रतिशत की अपेक्षा इस उपचुनाव में मतदान प्रतिशत काफी कम रहा। दूसरा कारण यह भी रहा कि खेती किसानी का समय होने के कारण अधिकतर मतदाता अपनी खेती किसानी का काम छोड़कर मतदान करने नहीं पहुंचे।उनका मानना था कि नेता जनता का ध्यान नहीं देते हैं, जो वादा करके यहां के विधायक बने थे, वे जनता को अधर में छोड़कर चले गए। ऐसे में उन लोगों को फिर से मतदान करने के लिए परेशान होना पड़ रहा है। इसमें जनता की समय बर्बाद हो रहा है। मझवां विधानसभा में तीन लाख 99 हजार मतदाता हैं। इसमें से मात्र लगभग 50.41 प्रतिशत लोगों ने मतदान किया।इससे समझा जा सकता है कि प्रशासन की जागरुकता व बार-बार मंत्री, विधायक तथा उपमुख्यमंत्री, तीन बार मुख्यमंत्री के आने के बावजूद मतदान के प्रतिशत में कोई फर्क नहीं पड़ा। दूसरा कारण अधिकतर मतदाताओं का रोजगार के चलते गैर जनपद में रहना भी शामिल रहा। इसके अलावा खेती किसानी के साथ साथ कई मतदाताओं को मतदान करने नहीं दिया गया। इससे भी वोट प्रतिशत में गिरावट आना बताया जा रहा है। जबकि अनुमान लगाया जा रहा था कि इस उपचुनाव में मझवां के मतदाता 2022 के मतदान 61.71 प्रतिशत का रिकार्ड तोड़ देंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
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