शारदीय नवरात्र की नवमी पर ढाई लाख भक्तों ने मां विंध्यवासिनी के चरणों में टेका मत्था
विंध्यवासिनी धाम पहुंचे रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने कहा कि हमारी सरकार ने रेलवे बजट तीन गुना तक बढ़ाया है, लाभ रेल परिचालन में दिखाई दे रहा है।
मीरजापुर (जेएनएन)। शारदीय नवरात्र की नवमी तिथि पर गुरुवार को ढाई लाख भक्तों ने मां विंध्यवासिनी के चरणों में मत्था टेका। मां के दर्शन पूजन के लिए भोर में ही स्नान के बाद भक्त लाइन में लग गए थे। मां के चरणों में भक्तों ने मत्था टेक अपने व परिवारवालों की कुशलता की कामना की। नवरात्र के दौरान नौ दिन व्रत रखने वाले भक्तों ने हवन कुंड में आहुति डालकर अनुष्ठान पूरा किया। इसके बाद कन्याओं को हलवा पूड़ी का प्रसाद खिलाया। बड़ी संख्या में भक्त मां विंध्यवासिनी की मंगला आरती में शामिल हुए।
दर्शन करने पहुंचे अनुप्रिया और मनोज
विंध्यवासिनी का दर्शन पूजन करने रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा भी पहंचे। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने रेलवे बजट तीन गुना तक बढ़ाया है, जिसका लाभ रेल परिचालन में दिखाई दे रहा है। उन्होंने कि भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की नजर में विंध्याचल रेलवे स्टेशन है आैर विभिन्न अवसरों पर यहां के लिए विशेष रेलगाड़ियां चलाने व ठहराव की व्यवस्था की जा रही है। उनके साथ केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल भी माैजूद रहीं। मनोज सिन्हा ने कहा कि पहले रेलवे का बजट मात्र 48 हजार करोड़ होता था जिसे माैजूदा सरकार ने बढ़ाकर एक लाख 48 हजार करोड़ कर दिया है।
महत्वपूर्ण स्टेशनों पर ट्रेनों का ठहराव
मनोज सिन्हा ने बताया कि जिन लाइनों पर ट्रेन का ट्रैफिक ज्यादा है, वहां के लिए विशेष योजनाएं चलाई जा रही हैं। सरकार महत्वपूर्ण स्टेशनों पर ट्रेनों के ठहराव, उनकी क्षमता वृद्धि पर काम कर रही है जिसका लाभ आम जनता को मिल रहा है। विंध्याचल रेलवे स्टेशन पर इंटरसिटी के ठहराव के बाबत पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि विंध्याचल भाजपा शीर्ष नेतृत्व की नजर में है। उन्होंने कहा कि नवरात्र जैसे विशेष अवसरों पर यहां के लिए अलग से ट्रेन चलाई जाती है, लंबी दूरी की कुछ ट्रेनों का ठहराव होता है। इससे हमारी पहली कोशिश है कि यहां आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर से बेहतर सुविधाएं दी जा सकें। रेल राज्य मंत्री के साथ केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल भी उपस्थित रहीं आैर उन्होंने भी मां की विधिवत पूजा-अर्चना की।