Mirzapur News: चैत्र नवरात्र पर विंध्याचल मंदिर में श्रद्धालुओं को 3 मार्ग से मिलेगा प्रवेश, निकास पूरब की तरफ
न्यू वीआइपी से मंदिर की ओर आने वाले प्रवेश मार्ग में तीन लाइनें बनाई गई हैं जिसमें दो लाइन से आमजन प्रवेश करेंगे तो वहीं तीसरी लाइन से तीर्थ पुरोहित मंदिर में जाएंगे। यह सभी प्रवेश द्वार एक से मंदिर में जाएंगे और मां का दर्शन-पूजन करेंगे।
By milan kr guptaEdited By: Shivam YadavUpdated: Mon, 20 Mar 2023 10:33 PM (IST)
मिर्जापुर, जागरण संवाददाता: चैत्र नवरात्र के लिए विंध्यधाम सज गया है। वहीं श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत न हो इसके लिए प्रवेश व निकास के लिए भी व्यवस्था कर दी गई है। श्रद्धालुओं के प्रवेश के लिए तीन रास्ते बनाए गए हैं। इस बार विंध्यधाम में ज्यादा भीड़ होने की संभावना है। वहीं गत दिनों हुई बारिश से भी प्रशासन के माथे पर बल आ गया है। ऐसे में कई स्थानों पर अब तक सफाई का कार्य भी पूर्ण नहीं हो पाया है।
न्यू वीआइपी से मंदिर की ओर आने वाले प्रवेश मार्ग में तीन लाइनें बनाई गई हैं जिसमें दो लाइन से आमजन प्रवेश करेंगे तो वहीं तीसरी लाइन से तीर्थ पुरोहित मंदिर में जाएंगे। यह सभी प्रवेश द्वार एक से मंदिर में जाएंगे और मां का दर्शन-पूजन करेंगे। इसके अलावा जयपुरिया गली से आने वाले श्रद्धालु प्रवेश द्वार दो से मंदिर में प्रवेश करेंगे और मां दरबार में शीश नवाएंगे। वहीं थाना कोतवाली मार्ग से भी श्रद्धालु सीधे मंदिर पहुंचेंगे। हालांकि, उन्हें सिर्फ झांकी दर्शन कर ही मां की आराधना कर पाएंगे।
धाम सुरक्षा प्रभारी सीपी पांडेय ने बताया कि तीनों मार्गों का निकास द्वार मंदिर के पूरब तरफ थाना गली की ओर किया गया है। यहां श्रद्धालुओं का जहां जाना होगा वहां के लिए प्रस्थान करेंगे। इसके अलावा पूजा-पाठ, जनेऊ संस्कार के लिए बच्चा पाठक की गली से ऊपर जाने की व्यवस्था की गई है लेकिन संख्या सीमित कर दी गई है। इस बार सिर्फ पांच से सात लोगों को ही अनुमति रहेगी। दिल्ली, कोलकाता व वाराणसी के फलों से सज गए तीनों मंदिर विंध्य पंडा समाज के अध्यक्ष पंकज द्विवेदी ने बताया कि दिल्ली, कोलकाता व वाराणसी से मंगाए गए फूलों से मां विंध्यवासिनी, कालीखोह व अष्टभुजा मंदिर को सजा दिया गया है। इसके अलावा, प्रतिदिन इसकी निगरानी भी की जा रही है कि कैसे से फूल मुरझा गए, जिसे तत्काल बदला जा रहा है।
नई पूर्ण हो पाई सफाई व्यवस्था
21 व 22 की मध्यरात्रि से मेला प्रारंभ हो जाएगा जो नौ दिनाें तक चलेगा। प्रशासन की ओर से तमाम दावे किए जा रहे थे कि मेले लगने से पहले ही सफाई व्यवस्था दुरुस्त कर दी जाएगी, लेकिन अब तक नहीं हो पाया। इसके अलावा थाना कोतवाली से मंदिर की तरफ जाने वाले मार्ग पर कंटेनर हटाने के लिए डीएम ने स्वयं कहा था लेकिन वह भी अभी तक नहीं हटाया जा सका। पक्का घाट पर भी सोमवार को साफ सफाई नहीं दिखी। इसके अलावा मंदिर के परिक्रमा पथ के चारोे तरफ गिट्टी, बालू, पत्थर नजर आए। वहीं न्यू वीआइपी गेट पर भी गंदगी दिखी। इसके अलावा पुरानी वीआईपी, थाना कोतवाली रोड पर बैरिकेडिंग भी नहीं की गई थी।
हालांकि, दीवान घाट, अखाड़ा घाट, पक्का घाट में सुरक्षा की दृष्टि से बैरिकेडिंग की गई है और महिलाओं के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। स्थानीय लोगों के मुताबिक सभी घाटों पर लाइट की कमी है और यात्रियों के बैठने के लिए भी पहले की अपेक्षा बहुत कम स्थान दिया गया है।
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