'मोदी सरकार के तीन नए कानून हैं दमनकारी', भाकपा माले ने बुल्डोजर अभियान पर भी जताया विरोध; कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन
अंग्रेजों द्वारा बनाए गए कानून भारतीय दंड संहिता (आइपीसी) की जगह अब भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) लागू हो गई है। बीएनएस में छेड़खानी की धारा 74 और धोखाधड़ी की धारा 318 319 है। वहीं भाकपा माले नए कानून पर विरोध जताया है। वहीं कार्यकर्ताओं ने जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। साथ ही बुल्डोजर अभियान चलाकर गरीबों के घरों को ध्वस्त करने का किया
जागरण संवाददाता, मीरजापुर। भाकपा माले के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने तीन नये आपराधिक कानूनों को एक जुलाई से लागू करने और अकबरनगर में बुल्डोजर अभियान चलाकर गरीबों के घरों को ध्वस्त करने का विरोध जताया।
भाकपा माले के जिला सचिव रामप्यारे भारती कहा कि मोदी सरकार के तीन नए कानून (क्रिमिनल कोड) औपनिवेशिक काल के कानूनों से भी ज्यादा दमनकारी बना दिये गये हैं।
नए कानून पर विचार-विमर्श को फिर से संसद मे पेश करने की मांग
भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम के कार्यान्वयन पर विराम लगाने और उन्हें उचित परीक्षण व विचार-विमर्श के लिए संसद में फिर से पेश करने की मांग की जायेगी। इन्हें जल्दबाजी में पारित किया गया था, जब 146 विपक्षी सांसद निलंबित थे।खेग्रामस जिलाध्यक्ष जीरा भारती ने गरीबों की बेदखली रोकने, गरीब बस्तियों का नियमितीकरण करने, अकबरनगर के विस्थापितों को क्षतिपूर्ति देने की मांग की। रैकरा के श्याम कोल तथा पटेहरा कला फूलपति देवी के आरोपित गिरफ्तार हों। अध्यक्षता राजाराम यादव ने किया।
रामकृत वियार, राजाराम यादव, दुर्जन मांझी, मनोज कुमार, बबलू भारती, मीना भारती, रविशंकर, बृजेश शर्मा, नितेष राजभर रहे उपस्थित रहे।
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