खेत से आ रही थी अजीब-अजीब आवाजें, पहले तो लोगों ने किया नजरअंदाज फिर गए पास तो फटी रह गई आंखें
यूपी के मीरजापुर में धान कटाई कर रहे श्रमिकों को कुछ खेत से कुछ अजीबोगरीब आवाज सुनाई दी। लोगों ने पास जाकर देखा तो उनके होश उड़ गए। दरअसल खेत में विशालकाय अजगर बैठा था। अजगर को देखते ही धान की कटाई कर रहे श्रमिकों में अफरा-तफरी मच गई। वन विभाग की टीम ने घंटों मशक्कत के बाद अजगर को पकड़कर अपने साथ ले गई।
संवाद सूत्र, जिगना (मीरजापुर)। मीरजापुर के जिगना क्षेत्र के बजटा गांव में सोमवार की शाम गंगा की तराई में धान की कटाई की जा रही थी। इस दौरान वहां धान कटाई कर रहे श्रमिकों को कुछ खेत से कुछ अजीबोगरीब आवाज सुनाई दी। लोगों ने पास जाकर देखा तो उनके होश उड़ गए।
दरअसल, खेत में विशालकाय अजगर बैठा था। अजगर को देखते ही धान की कटाई कर रहे श्रमिकों में अफरा-तफरी मच गई। खेत मालिक शिवकुमार बिंद की सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने घंटों मशक्कत के बाद अजगर को पकड़कर अपने साथ ले गई।
कुशियरा के घने जंगल में छोड़ा गया अजगर
इस संबंध में वन दारोगा अनुपम पांडेय ने बताया कि अजगर की लंबाई लगभग आठ फीट है। वह काफी वजनदार है। अधिकारियों के निर्देश पर अजगर को कुशियरा के घने जंगल में छोड़ दिया गया। टीम में वाचर उमाशंकर, विजय कुमार आदि रहे।धान खरीद की प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की लापरवाही अक्षम्य: एसडीएम
संवाद सहयोगी, लालगंज (मीरजापुर)। उपजिलाधिकारी आसाराम वर्मा ने धान क्रय केंद्र प्रभारियों को सोमवार को निर्देश दिया कि सत्यापित किसानों के धान की खरीद क्रमबद्ध तरीके से निबंधित नंबर के अनुसार ही करें। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। शासन का उद्देश्य है कि किसानों को समय-समय पर उनके उपज का उचित मूल्य पर खरीद करना है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो सके। एसडीएम ने किसानों से अपील की है कि वे सत्यापन के लिए आवश्यक दस्तावेज समय पर प्रस्तुत करें ताकि धान की खरीद में किसी प्रकार की अड़चन न आए। इस नए प्रक्रिया के तहत धान की खरीद के लिए निर्धारित मूल्य और प्रक्रिया को स्पष्ट किया है।डस्टर मशीन व कांटे की पूजा, शुरू हुई धान खरीद
संवाद सूत्र, हलिया (मीरजापुर)। साधन सहकारी समिति बरौंधा में समिति के अध्यक्ष इंद्र देव मिश्र की मौजूदगी में सोमवार को डस्टिंग मशीन और कांटे की पूजा कर धान खरीद का शुभारंभ किया गया। समिति के सचिव विकास कुमार त्रिपाठी ने बताया कि दिघुली निवासी किसान अर्जुन सिंह से 60 क्विंटल, धोंपापुर निवासी कृष्ण बहादुर सिंह से 40 और नैड़ी कठारी के शिव प्रसाद से 30 क्विंटल धान की खरीद की गई है।
समिति के अध्यक्ष इंद्र देव मिश्र ने किसानों को आश्वस्त किया कि जिन किसानों की धान तैयार हो वे समिति से अपना टोकन प्राप्त करके बिना किसी बिचौलिए के सरकार के समर्थन मूल्य का लाभ ले सकते हैं। केंद्र प्रभारी नंद किशोर मिश्र उर्फ मनीष ने बताया कि धान बेचने के लिए 509 किसानों ने संपर्क रजिस्टर में अपना नाम दर्ज कराया है। इस मौके पर तेंदुई के पूर्व प्रधान शंभू प्रसाद त्रिपाठी, आदर्श सिंह बघेल, तिलक राज मौर्य, निरंजन पांडेय, राजेश कुमार मिश्र आदि किसान मौजूद रहे।
यह भी पढ़ें: गन्ने के खेत में कई दिनों से रात में होती थी हलचल, गांव वाले हो गए परेशान- जब गौर से देखा तो निकल गई चीख
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।