यूपी में 2949 करोड़ से प्रयागराज से PPDU तक बिछाई जाएगी रेल लाइन, किसानों से की जाएगी भूमि अधिग्रहण
प्रयागराज से पीडीडीयू तक तीसरी रेल लाइन परियोजना से उत्तर प्रदेश में रेल संपर्क को बढ़ावा मिलेगा। 2949 करोड़ की लागत से बनने वाली इस 150 किलोमीटर लंबी परियोजना से ट्रेनें 160 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ सकेंगी। इससे ट्रेनों में देरी कम होगी और यात्रियों को बेहतर सुविधा मिलेगी। भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो गई है और दिसंबर 2025 तक काम पूरा होने का लक्ष्य है।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर। ट्रेनों को 160 किलोमीटर की रफ्तार से दौड़ाने के लिए रेलवे की ओर से प्रयागराज से पीडीडीयू जंक्शन तक तीसरी लाइन बिछाने का काम शुरू कर दिया गया है। इसमें 2649 करोड़ की लागत आएगी। योजना के पहले फेज में करछना से छिवकी के बीच रेल लाइन का निर्माण हो चुका है। इस पर ट्रेनें दौड़ रही हैं।
दूसरे फेज में मीरजापुर के नरायनपुर और जिवनाथपुर के बीच तीसरी लाइन का काम शुरू हो गया है। जो सितंबर के दूसरे सप्ताह तक पूरा होने की संभावना है। तीसरे फेज में कैलहट व नरायनपुर के बीच काम शुरू होगा। उप मुख्य अभियंता निर्माण (प्रथम) सुजीत कुमार की देखरेख में काम चल रहा है।
यह काम भी कराया जाएगा
- पुराने ब्रिजों को दायरा बढ़ाया जाएगा
- जरगो नदी पर पुल का निर्माण होगा
- रेलवे की ओर से सिग्नल का काम होगा
- वीडियो पैनल लगाया जाएगा
- भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू
यह होंगे फायदे
- 160 किलोमीटर की रफ्तार से दौड़ेंगी ट्रेनें, नहीं होंगी विलंबित
- 150 किलोमीटर की है परियोजना, भूमि अधिग्रहण शुरू
- 20 दिन में भू-स्वामियों को करना है दावा-आपत्ति प्रस्तुत
- पहला फेज पूरा, दूसरे फेज पर चल रहा है काम
- नरायनपुर से जिवनाथपुर तक सितंबर के दूसरे सप्ताह तक काम पूरा होने की संभावना
- मेंटीनेन्स के लिए ब्लाक के दौरान नहीं प्रभावित होंगी रेलगाड़ियां
- दिसंबर 2025 तक काम पूरा करने का है लक्ष्य
पीआरओ प्रयागराज, अमित कुमार सिंह ने बताया
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