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प्रधान से राज्यमंत्री तक का रमाशंकर ने तय किया सफर

गांव की मिट्टी से निकलकर किसान के बेटे मड़िहान विधायक रमाशंकर सिंह पटेल ने बुधवार को विधानसभा में राज्यमंत्री के पद व गोपनीयता की शपथ ली तो गांव गोल्हनपुर समेत जनपदवासियों की खुशियों का ठिकाना न रहा। योगी सरकार के कैबिनेट के बहुप्रतीक्षित विस्तार में मड़िहान विधायक रमाशंकर सिंह पटेल को मंत्रीमंडल में जगह देते हुए राज्यमंत्री बनाकर कद बढ़ाया है। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में विध्याचल मंडल के मीरजापुर सोनभद्र और संत रविदास नगर भदोही की सभी विधानसभा सीटें जीतने के बावजूद यहां से किसी को मंत्री मंडल में जगह नहीं मिली थी। मंत्रीमंडल विस्तार में मड़िहान विधायक रमाशंकर सिंह पटेल के मंत्री बनने से लोगों में खुशी व्याप्त है।

By JagranEdited By: Updated: Thu, 22 Aug 2019 12:41 AM (IST)
प्रधान से राज्यमंत्री तक का रमाशंकर ने तय किया सफर
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : गांव की मिट्टी से निकलकर किसान के बेटे मड़िहान विधायक रमाशंकर पटेल ने बुधवार को विधानसभा में राज्यमंत्री के पद व गोपनीयता की शपथ ली तो गांव गोल्हनपुर समेत जनपदवासियों की खुशियों का ठिकाना न रहा। योगी सरकार के कैबिनेट के बहुप्रतीक्षित विस्तार में मड़िहान विधायक रमाशंकर पटेल को मंत्रीमंडल में जगह देते हुए राज्यमंत्री बनाकर कद बढ़ाया है। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में विध्याचल मंडल के मीरजापुर, सोनभद्र और संत रविदास नगर भदोही की सभी विधानसभा सीटें जीतने के बावजूद यहां से किसी को मंत्री मंडल में जगह नहीं मिली थी। मंत्रीमंडल विस्तार में मड़िहान विधायक रमाशंकर पटेल के मंत्री बनने से लोगों में खुशी व्याप्त है।

विकास खंड राजगढ़ के ग्राम सभा गोल्हनपुर में 15 जुलाई 1969 को किसान पिता स्व. शिव प्रसाद सिंह के घर जन्मे रमा शंकर सिंह पटेल के राजनैतिक सफर की शुरुआत छात्र नेता के तौर पर विद्यार्थी परिषद से हुई। एमए व बीएड योग्यताधारी रमाशंकर पटेल जनप्रिय नेता है। वह पहली बार विद्यार्थी परिषद में 1989 में सदस्य बने। इसके बाद वह 1990 में नगर के जीडी बिनानी कालेज में विद्यार्थी परिषद के बैनर तले चुनाव लड़कर छात्र संघ उपाध्यक्ष बने। रमाशंकर पटेल अपने ग्राम गोल्हनपुर में पहली बार 1995 में प्रधान चुने गए। वह वर्ष 1995 से लेकर 2000 तक तथा वर्ष 2000 से लेकर 2005 तक प्रधान के तौर पर लोगों की सेवा की और गांव में विकास की बयार को बहाया। इसी दौरान 1995 में भारतीय जनता पार्टी की नीतियों से प्रभावित होकर पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। ग्रामीणों ने इन पर विश्वास जताते हुए इनकी पत्नी सीता सिंह को वर्ष 2005 से 2010 तक प्रधान पद की जिम्मेदारी सौंपी। इस दौरान विकास कार्यो के चलते पूरे देश में प्रशंसा हुई और राष्ट्रपति द्वारा अच्छे कार्य के लिए पुरस्कृत किया गया। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत आदर्श ग्राम के लिए भी चयनित किया गया। रमाशंकर पटेल वर्ष 2005 से लेकर 2010 तक जिला पंचायत सदस्य रहे। इसके बाद वह दुबारा 2010 से 2015 तक गोल्हानपुर के ग्राम प्रधान चुन लिए गए। जनपद के प्रधानों ने उन पर विश्वास जताते हुए प्रधान संघ का जिलाध्यक्ष चुना और वह 2010 से 2015 तक प्रधान संघ के जिलाध्यक्ष रहे। इसके बाद वर्ष 200 में जिला उपाध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा, वर्ष 2003 में जिला अध्यक्ष किसान मोर्चा, वर्ष 2006 में भारतीय जनता पार्टी में जिला महामंत्री बने और उन्हें 2009 में जिला उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई। वह कुछ समय तक सपा में रहे मगर सपा की नीतियों के चलते छोड़कर एक बार फिर भाजपा में शामिल हो गए। उन्हें भाजपा ने वर्ष 2016 में सदस्य क्षेत्रीय कार्यसमिति बनाया। इसके बाद विधानसभा चुनाव 2017 में मड़िहान से भाजपा ने टिकट दिया, जिसके बाद कांग्रेस प्रत्याशी व पूर्व विधायक ललितेशपति त्रिपाठी को शिकस्त देकर मड़िहान विधायक बने।

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कांग्रेस के ललितेशपति त्रिपाठी को शिकस्त देकर बने विधायक

विधानसभा चुनाव 2017 में मड़िहान विधायक रमाशंकर पटेल 106570 मत पाकर चुनाव जीते थे। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी व पूर्व मड़िहान विधायक ललितेशपति त्रिपाठी को करारी शिकस्त दी थी। ललितेशपति त्रिपाठी को 59919 मत मिले थे। बसपा के अवधेश कुमार सिंह को 52782 मत मिला था। ----------

उत्कृष्ट कार्य के लिए प्रधान पत्नी को मिला राष्ट्रपति पुरस्कार

राज्यमंत्री रमाशंकर पटेल की पत्नी पत्नी सीता सिंह भी वर्तमान में भी गोल्हनपुर की प्रधान है। पत्नी सीता सिंह भी वर्ष 2005 से 2010 तक प्रधान चुनी गई। इस दौरान विकास कार्यो के चलते पूरे देश में प्रशंसा हुई और राष्ट्रपति द्वारा अच्छे कार्य के लिए पुरस्कृत किया गया। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत आदर्श ग्राम के लिए भी चयनित किया गया।

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