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रामायण सर्किट विशेष ट्रेनों का फिर शुभारंभ

भारतीय रेलवे इस साल नवंबर में इस सर्किट पर दो पर्यटक ट्रेनें भारतीय रेलवे पीएसयू अर्थात् भारतीय रेलवे खानपान और पर्यटन निगम लिमिटेड (आईआरसीटीसी) द्वारा चलाई जाएंगी। ये पैकेज आईआरसीटीसी की भारत दर्शन योजना का हिस्सा हैं। इस दो ट्रेन चलेगी जो पहली तीन नंबर व दूसरी 1

By JagranEdited By: Updated: Fri, 23 Aug 2019 08:58 PM (IST)
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रामायण सर्किट विशेष ट्रेनों का फिर शुभारंभ

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : भारतीय रेलवे इस साल नवंबर में इस सर्किट पर दो पर्यटक ट्रेनें भारतीय रेलवे पीएसयू अर्थात भारतीय रेलवे खानपान और पर्यटन निगम लिमिटेड (आइआरसीटीसी) द्वारा चलाई जाएंगी। ये पैकेज आइआरसीटीसी की भारत दर्शन योजना का हिस्सा हैं। इस दो ट्रेन चलेगी जो पहली तीन नंबर व दूसरी 18 नंबर से दौरे पर निकलेगी। इंदौर से 18 नवंबर को शुरू होने वाला टूर 14 रात 15 दिन का होगा। यात्रा में अयोध्या- सीतामढ़ी- जनकपुर- वाराणसी- प्रयागराज- चित्रकूट- नासिक- हम्पी- रामेश्वरम- मदुरई शामिल होंगे।

पीआरओ अमित मालवीय ने बताया कि श्री रामायण यात्रा नाम से पहली ऐसी ट्रेन तीन नवंबर को जयपुर (राजस्थान) से दिल्ली के लिए प्रस्थान करेगी। रामायण एक्सप्रेस नाम से दूसरी ट्रेन 18 नवंबर, 2019 से मध्य प्रदेश के इंदौर से वाराणसी के बीच शुरू होगी। श्री रामायण यात्रा जयपुर रेलवे स्टेशन से अलवर, रेवाड़ी, दिल्ली सफदरजंग, गाजियाबाद, मुरादाबाद, बरेली और लखनऊ के बोर्डिंग, डे बोर्डिंग स्टेशनों से शुरू होगी। रामायण एक्सप्रेस 18 नवंबर, 2019 को इंदौर से बोर्डिंग स्टेशनों- इंदौर, देवास, उज्जैन, मक्सी, शुजालपुर, सीहोर, बैरागढ़ (भोपाल), विदिशा, गंज बसोड़ा, बीना, ललितपुर और झांसी के लिए प्रस्थान करेगी। बोर्डिंग स्टेशन नागपुर, इटारसी, होशंगाबाद, बैरागढ़ (भोपाल), सीहोर, शुजालपुर, मक्सी, उज्जैन, देवास और इंदौर हैं। यह दौरा तीन नवंबर से शुरू होगा, जो 16 नाइट्स -17 दिनों का टूर होगा। पर्यटक भगवान राम से जुड़े पर्यटन स्थलों का भ्रमण करेंगे। जिन्हें भारत का रामायण सर्किट'' भी कहा जाता है। इस यात्रा में शामिल प्रमुख स्थानों में राम जन्मभूमि और अयोध्या में हनुमान गढ़ी, नंदीग्राम में भारत मंदिर, सीतामढ़ी (बिहार) में सीता माता मंदिर, और जनकपुर (नेपाल), वाराणसी में तुलसी मानस मंदिर और संकट मोचन मंदिर, सीतामहल स्थल सीतामढ़ी में स्थित हैं। उत्तर प्रदेश में त्रिवेणी संगम, प्रयाग में हनुमान मंदिर और भारद्वाज आश्रम, श्रृंगवेरपुर में श्रृंगी ऋषि मंदिर, चित्रकूट में रामघाट और सती अनुसुइया मंदिर, नासिक में पनवती, अंजनद्री हिल और हंपी और ज्योतिर्लिंग शिरोलिग के लिए हनुमान जन्म स्थली है। पर्यटकों को शाकाहारी भोजन, रहने और धोने और धर्मशालाओं में सुविधाओं को बदलने की पेशकश की जाएगी। पर्यटन स्थलों पर सभी स्थानान्तरण और देखने-देखने की व्यवस्था नॉन एसी बसों द्वारा की जाएगी। आइआरसीटीसी का एक समर्पित टूर मैनेजर पूरे दौरे के दौरान पर्यटकों के साथ यात्रा करेगा।

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